पोषण आहार का कामकाज 4 अधिकारियों पर

जांच यंत्रणा सीमित, गिनती के ही अधीक्षक

अमरावती/ दि. 25 – नगर परिषद, जिला परिषद और निजी अनुदानित शाला के विद्यार्थियों को उचित और नियमानुसार आहार मिलता है या नहीं, इस बाबत जांच यंंत्रणा कम पड रही है. जिले में 14 तहसीलों मेें केवल 4 शालेय पोषण अधीक्षक कार्यरत है. शेष कामकाज प्रभारी पर शुरू है तथा विद्यार्थियों को नियमानुसार आहार दिया जाता है क्या ? इस बाबत प्रश्न चिन्ह उपस्थित किया जा रहा है.
प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के तहत विद्यार्थियों को पोषण पूरक आहार में इस वर्ष सरकार ने खर्च में बढोत्तरी की है. इंधन, सब्जी और पूरक पोषण आहार के लिए पहली से पांचवी प्रति विद्यार्थी 2.59 रूपए तथा छठवी से आठवीं 3.88 रूपए सप्ताह के औसतन दर निश्चित किए रहने की बात बताई गई. जिले में शालेय पोषण आहार अधीक्षक के 13 पद मंजूर है. केवल 4 ही अधीक्षक कार्यरत है. शेष 9 पद रिक्त है. इस कारण अधिकांश स्थानों का कामकाज प्रभारी पर शुरू है. काम प्रभारी पर चलता रहने से नियमित विजिट न होने की बात कही जा रही है. पर्यवेक्षीय यंत्रणा के साथ ही जिलास्तरीय अधिकारियों की नियमित भेंट आवश्यक रहने की प्रतिक्रिया रहने की प्रतिक्रिया पालको द्बारा दी जा रही है.

दिन पोषण                  आहार का नाम
सोमवार                          मसूर पुलाव
मंगलवार                        चना पुलाव
बुधवार                           मोठ मसाला चावल (पूरक आहार)
गुरूवार                          मसूर दाल वेजीटेबल पुलाव
शुक्रवार                          मोठ, चावल पूरक आहार
शनिवार                          चना मसाला चावल

सभी शालाओं को नियमित भेंट की सूचना
गट शिक्षाधिकारी व जहां पद रिक्त होंगे वहां विस्तार अधिकारियों को शालेय पोषण अधिक्षक का पदभार है. भेंट बाबत कडी सूचना दी गई है. अधिकारियों की नियमित भेंट हो रही है. इस बाबत रिपोर्ट भी आ रहे हैं. सभी शालाओं को नियमित भेंट बाबत संबंधितों को सूचना दी गई है.
सतीश मुगल, शिक्षाधिकारी (प्राथमिक)

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