चार माह में रेलवे पुल को तोडने की प्रक्रिया होगी शुरु
राज्य एवं केंद्र सरकार से ली जाएगी पुल को तोडने की मंजूरी

* पुराने पुल को ढहाने के बाद दो साल में होगा नए पुल का निर्माण
* विधायक खोडके दंपति ने जिलाधीश सहित वरिष्ठ अधिकारियों के साथ की उच्चस्तरिय बैठक
* आयुक्त सौम्या शर्मा के साथ रेलवे पुल का दोनों ओर से किया मुआयना
* दोनों विधायकों ने राज्य सरकार के हिस्से वाली निधि जल्द से जल्द दिलाने का भी दिया आश्वासन
* नागरिकों की सुविधा के लिए पर्यायी रास्तों पर समुचित प्रबंध हेतु जारी किए निर्देश
अमरावती /दि.28- विगत 24 व 25 अगस्त की दरम्यानी रात सभी तरह के छोटे-बडे वाहनों की आवाजाही के लिए राजकमल चौक से रेलवे स्टेशन की ओर आनेवाले रेलवे उडानपुल को पूरी तरह से बंद कर दिए जाने के चलते आम नागरिकों को हो रही तकलिफों के साथ-साथ मौजूदा रेलवे पुल को तोडे जाने और उसके स्थान पर नए उडानपुल का निर्माण करने के बारे में विचारविमर्श करने हेतु स्थानीय विधायक सुलभा खोडके एवं विधान परिषद सदस्य संजय खोडके द्वारा आज अपने रेलवे स्टेशन रोड स्थित जनसंपर्क कार्यालय में संबंधित महकमों के अधिकारियों के साथ चर्चा करने के साथ-साथ रेलवे उडानपुल का दोनों ओर से मुआयना किया गया. साथ ही जिलाधीश कार्यालय में सभी संबंधित महकमों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्चस्तरिय बैठक भी की गई. इस समय यह तथ्य सामने आया कि, फिलहाल रेलवे उडानपुल को तोडने और उसके स्थान पर नए उडानपुल का निर्माण शुरु करने की कोई प्रक्रिया नहीं चल रही, बल्कि इसके लिए केंद्र व राज्य सरकार सहित रेलवे विभाग की मंजूरी प्राप्त करते हुए मौजूदा रेलवे पुल को तोडने की प्रक्रिया शुरु करने में 4 माह का समय लगेगा. इसी दौरान नए रेलवे पुल के निर्माण हेतु नक्शा तैयार करते हुए निधि को मंजूरी दी जाएगी. पश्चात टेंडर की प्रक्रिया पूर्ण करने के उपरांत अगले दो वर्ष में नए रेलवे पुल का निर्माण पूरा किया जाएगा, जिसका सीधा मतलब है कि, अमरावतीवासियों को अगले करीब ढाई से तीन वर्षों तक राजकमल व जयस्तंभ चौक की ओर से हमालपुरा व रेलवे स्टेशन परिसर की ओर आने-जाने के लिए पर्यायी रास्तों का ही प्रयोग करना होगा.
रेलवे ओवरब्रिज को अचानक ही सभी तरह के वाहनों सहित आम लोगों की आवाजाही के लिए बंद कर दिए जाने के चलते लोगों को शहर में एक ओर से दूसरी ओर आने-जाने में हो रही तकलिफों तथा शहर में जगह-जगह पर लग रहे ट्रैफिक जाम की समस्या को ध्यान में रखते हुए विधायक खोडके दंपति ने आज रेलवे स्टेशन रोड स्थित अपने जनसंपर्क कार्यालय में मनपा एवं सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग सहित शहर यातायात पुलिस विभाग के अधिकारियों को बुलाकर उनके साथ चर्चा की और उन्हें नागरिकों की सुविधा के लिहाज से पर्यायी रास्तों का विकल्प उपलब्ध कराने एवं उन रास्तों पर आवाजाही सुचारु रखने हेतु आवश्यक प्रबंध करने के बारे में दिशानिर्देश दिया. साथ ही विधायक खोडके दंपति ने सभी अधिकारियों के साथ रेलवे उडानपुल के दोनों ओर के हिस्सों सहित इस उडानपुल के नीचे से बेलपुरा की ओर जानेवाली सडक वाले हिस्से का भी मुआयना किया. जिसके तहत अपने जनसंपर्क कार्यालय में अधिकारियों के संग चर्चा व बैठक करने के बाद विधायक खोडके दंपति सभी अधिकारियों को अपने साथ लेकर सबसे पहले रेलवे उडानपुल के नीचे से होकर बेलपुरा की ओर जानेवाली सडक का मुआयना करने पहुंचे. जिसके बाद सभी ने उडानपुल के हमालपुरा व रेलवे स्टेशन की ओर उतरनेवाले हिस्से का मुआयना किया. इसके उपरांत सभी लोग रेलवे स्टेशन पर बने फूट ओवरब्रिज से होते हुए रायली प्लॉट की ओर गए, जहां से सभी ने रेलवे उडानपुल के राजकमल व जयस्तंभ चौक की ओर उतरनेवाले हिस्से का मुआयना किया. इस समय रेलवे उडानपुल पर दोनों ओर कच्ची बैरिकेटिंग वाली जगहों पर पक्की बैरिकेटिंग के तौर पर बनाई जा रही 5 फीट उंची दीवार के निर्माण का मुआयना करते हुए दोनों विधायकों सहित सभी अधिकारियों ने जयस्तंभ चौक के पास स्थित सामरा शोरुम के पास से होकर नेहरु मैदान की ओर जानेवाले रास्ते को भी देखा और इस रास्ते से होकर राजकमल चौक की ओर आने-जाने हेतु पर्यायी रास्ता खुला करने के विकल्प पर भी विचारविमर्श किया गया.
इस समय विधायक सुलभा खोडके व विधायक संजय खोडके के साथ मनपा आयुक्त सौम्या शर्मा, निवासी उपजिलाधीश अनिल भटकर, मनपा की अतिरिक्त आयुक्त शिल्पा नाईक, उपायुक्त मेघना वासनकर, शहर अभियंता रवींद्र पवार, सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता प्रतिक गिरी, उपविभागीय अभियंता श्रीकृष्ण गोमकाले, शाखा अभियंता एन. प्रकाश रेड्डी, तहसीलदार विजय लोखंडे, यातायात पुलिस विभाग के सहायक पुलिस आयुक्त संजय खताले तथा पुलिस निरीक्षक प्रवीण वांगे व ज्योति विल्हेकर, सहित यश खोडके, अविनाश मार्डीकर, प्रशांत डवरे, भूषण बनसोड, नंदू हरणे, रतन डेंडूले, मनीष करवा, कर्नलसिंग राहल, महेंद्र भूतडा, अजय दातेराव व अशोक अग्रवाल आदि उपस्थित थे.
इस मुआयना दौरे के उपरांत विधायक खोडके दंपति की प्रमुख उपस्थिति के बीच जिलाधीश कार्यालय में जिलाधीश आशीष येरेकर सहित अन्य सभी संबंधित अधिकारियों की एक उच्चस्तरिय बैठक बुलाई गई. जिसमें शहर की यातायात व्यवस्था को लेकर मौजूदा हालात से निपटने के साथ-साथ समस्या के समाधान हेतु आवश्यक उपाय करने पर भी विचारविमर्श किया गया. इस समय विधायक खोडके दंपति का कहना रहा कि, अमरावती शहर का प्रमुख व्यापारिक क्षेत्र राजकमल, श्याम चौक, जयस्तंभ चौक, जवाहर रोड व इतवारा बाजार की ओर है. साथ ही इसी परिसर में तहसील कार्यालय, बीएसएनएल कार्यालय व मुख्य डाक घर कार्यालय भी है. जिसके चलते रेलवे पटरी के पूर्वी ओर वाले इलाको में रहनेवाले लोगों को दिनभर के दौरान कई बार एक ओर से दूसरी ओर आना-जाना पडता है. जिसके लिए शहर के बिचोबिच स्थित रेलवे उडानपुल काफी सुविधापूर्ण हुआ करता था. जिसे अचानक ही बंद कर दिए जाने के चलते लोगों को भारी असुविधा हो रही है. ऐसे में आवाजाही हेतु पर्यायी रास्तों का विकल्प तो उपलब्ध कराना ही होगा. इस पर जिला प्रशासन की ओर से विधायक खोडके दंपति को बताया गया कि, रेलवे उडानपुल को वाहनों एवं लोगों की आवाजाही के लिए बंद करने से पहले उडानपुल का तीन बार निरीक्षण किया गया और सबसे पहले इसे केवल भारी वाहनों की आवाजाही के लिए बंद किया गया था. परंतु इसके बाद भी रेलवे ओवरब्रिज की स्थिति लगातार खस्ताहाल व जर्जर होती जा रही थी और कभी भी कोई हादसा घटित होने का खतरा था. जिसके चलते सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग की रिपोर्ट के आधार पर जिला प्रशासन एवं शहर पुलिस विभाग द्वारा इस उडानपुल को पूरी तरह से बंद करने का निर्णय लिया गया. जिसके चलते भले ही पहले एक-दो दिन शहर में यातायात को लेकर अफरातफरी वाली स्थिति रही. लेकिन अब हालात धीरे-धीरे सामान्य होते जा रहे है. साथ ही प्रशासन द्वारा पर्यायी रास्तों को खुला करने के लिहाज से तमाम आवश्यक कदम भी उठाए जा रहे है.
* इन पर्यायी रास्तों को लेकर दिया गया सुझाव
जिला प्रशासन सहित मनपा, शहर पुलिस विभाग एवं सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ चर्चा करते हुए विधायक खोडके दंपति का कहना रहा कि, चूंकि अब रेलवे उडानपुल को सभी लोगों की आवाजाही के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया है और यह भी लगभग निश्चित हो गया है कि, इस रेलवे पुल को तोडकर इसके स्थान पर नए पुल का निर्माण किया जाएगा. जिसके चलते शहरवासियों को इस पुल बजाए अन्य रास्तों का प्रयोग आगामी दो-तीन वर्षों तक करना पडेगा. जिसके चलते इस दौरान शहर में यातायात की व्यवस्था को सुचारु रखने हेतु कुछ पर्यायी एवं वैकल्पिक रास्तों पर विचार करना ही होगा. इस समय विधायक खोडके दंपति ने प्रशासन को सुझाव दिया कि, राजकमल चौक से जयस्तंभ की ओर आने-जाने वाले रास्ते पर रहनेवाली भीडभाड को देखते हुए जयस्तंभ के निकट सामरा सिल्क शोरुम के पास से नेहरु मैदान होकर राजकमल चौक की ओर आने-जाने हेतु रास्ता उपलब्ध कराया जाए. जिसके तहत नेहरु मैदान में अस्थायी तौर पर खडीकरण करते हुए कच्चा रास्ता बनाया जा सकता है. इसी तरह बस डिपो से समाधान नगर होते हुए ज्ञानमाता हाईस्कूल की ओर जानेवाले रास्ते को भी बस स्टैंड से इर्विन चौक की ओर जाने के लिए पर्यायी मार्ग के तौर पर प्रयोग में लाया जा सकता है. साथ ही बस स्टैंड रोड पर उस्मानिया मस्जिद के पीछे से हमालपुरा की ओर जानेवाले जोड रास्ते की चौडाई को भी बढाया जाना जरुरी है, ताकि इस रास्ते का भी एक ओर से दूसरी ओर आने-जाने हेतु प्रयोग किया जा सके. इसके अलावा रेलवे स्टेशन चौक से बेलपुरा होते हुए राजापेठ रेलवे अंडरपास की ओर जानेवाले रास्ते की भी दुरुस्ती तुरंत करना आवश्यक है. ताकि लोगबाग उस रास्ते का प्रयोग करते हुए रेलवे स्टेशन से राजापेठ की ओर आना-जाना कर सके.
जानकारी के मुताबिक विधायक खोडके दंपति द्वारा दिए गए पर्यायी रास्तों के इन सभी सुझावों को जिलाधीश द्वारा अप्रूवल दे दिया गया है. जिसके चलते सभी पर्यायी रास्तों को जल्द ही चुस्त-दुरुस्त करने का काम भी शुरु किया जाएगा. ताकि शहरवासियों को कम से कम तकलिफ हो. इस समय विधायक संजय खोडके ने प्रशासन सहित नागरिकों को यह आश्वासन भी दिया कि, नए रेलवे उडानपुल के निर्माण हेतु राज्य सरकार के हिस्से से मिलनेवाली निधि को जल्द से जल्द दिलाने एवं राज्य सरकार के हिस्से में रहनेवाली प्रक्रिया को त्वरीत पूरा कराने के लिए वे अपनी ओर से तमाम आवश्यक प्रयास करेंगे.

* उडानपुल के दोनों ओर पक्की दीवार का काम शुरु
इसी बीच राजकमल चौक से रेलवे स्टेशन की ओर आनेवाले रेलवे उडानपुल के उपरी हिस्से में दोनों ओर मौजूदा बैरिकेटिंग वाली जगहों पर सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग द्वारा पक्की दीवार का निर्माण करना शुरु कर दिया गया है. जिसके चलते बैरिकेटिंग वाले स्थानों पर जेसीबी से करीब एक फीट का गड्ढा खोदते हुए वहां पर 5 फीट उंची सीमेंट व ईंट से दीवार बनाई जा रही है. ताकि उसे पार कर कोई भी व्यक्ति उडानपुल को पार न कर सके. साथ ही उन स्थानों पर 24 घंटे पुलिस का पहरा लगाए रखने की जरुरत भी न पडे.

* शहर की यातायात समस्या का जल्द किया जाएगा समाधान
– जिलाधीश येरेकर ने तत्काल उपाय करने की बात कही
वहीं इस उच्चस्तरिय बैठक में जिलाधीश आशीष येरेकर ने कहा कि, शहर के बिचोबिच स्थित रेलवे उडानपुल को आवाजाही हेतु बंद किए जाने के चलते शहर में यातायात की समस्या पैदा हुई है. जिसे हल करने हेतु सभी आवश्यक उपाय किए जाएंगे और वाहनों की आवाजाही के लिए पर्यायी रास्तों का विकल्प भी उपलब्ध कराया जाएगा. इस समय जिलाधीश येरेकर ने यह भी बताया कि, रेलवे उडानपुल के बारे में रेलवे के अधिकारियों से चर्चा की जा चुकी है. साथ ही सरकार के निर्देशानुसार उडानपुल को बनाने हेतु आवश्यक बजट को भी तैयार किया जाएगा. इसके अलावा सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग व मनपा को पर्यायी रास्ते वाली जगह किसके कब्जे में है और उसे किस तरह से खुला किया जा सकता है, यह देखने का निर्देश भी दिया गया.





