संभाग के जलाशय लबालब

पेयजल की चिंता मिटी

* सप्ताहभर की बरसात से संतोषप्रद स्थिति
अमरावती/दि.31- पश्चिम विदर्भ के अधिकांश भागों में सप्ताहभर से हो रही बरसात के कारण सभी बांध और जलाशयों में भरपूर पानी संग्रह हो गया है. जानकारों का कहना है कि, पेयजल की चिंता दूर हो गई है, इतना पानी प्रमुख प्रकल्पो में आ गया है. अप्पर वर्धा बांध अमरावती संभाग का प्रमुख प्रकल्प है. जो 57 प्रतिशत भर गया है. उसके कैचमेंट एरिया में यदि बरसात जारी रहती है तो अगले सप्ताह बांध का पानी छोडा जाना पडेगा.
संभाग के 9 बडे प्रकल्पो में हाल की बारिश के बाद 670 दलघमी यानि 48 से प्रतिशत से अधिक जलसंग्रह हो गया. पिछले वर्ष की तुलना में यह करीब 8 प्रतिशत अधिक होने की जानकारी भी जलसंपदा विभाग ने दी है. संभाग के 27 मध्यम प्रकल्पो में 62 प्रतिशत से अधिक पानी हो गया है. जो 480 दलघमी से अधिक है. सप्ताहभर में ही जलसंग्रह करीब 6 प्रतिशत बढा है.
अधिकृत सूत्रों ने बताया कि, अमरावती संभाग के 253 प्रकल्पो में सप्ताहभर में ही बडी बढोत्तरी दर्ज की गई. अब यहां 50 प्रतिशत अर्थात 1554 दलघमी से अधिक पानी हो गया है. अगले कुछ दिनों में बारिश की संभावना कायम है. जिससे निश्चित ही भरपूर पानी पीने और सिंचाई के लिए मिलेगा. उल्लेखनीय है कि, संभाग में अमरावती जिले का सपन प्रकल्प, गडगा प्रकल्प से पानी छोडे जाने की नौबत आई थी. उसी प्रकार जिले के सायखेडा प्रकल्प से 31 क्यूसेक, वाघाडी प्रकल्प से 10 क्यूसेक, अकोला निर्गुणा प्रकल्प 0.9 क्यूसेक, घुंगशी बैरेज से 164 क्यूसेक और वाशिम के अडाण प्रकल्प 9.97, सोनल प्रकल्प से 0.06 क्यूसेक, बुलढाणा जिले के उतावली प्रकल्प से 6.44 क्यूसेक पानी छोडना पडा था. स्पष्ट है कि, जलसंग्रह के मामले में अमरावती डिवीजन में अन्य की तुलना में संतोषजनक स्थिति बनी है.

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