शिक्षक बैंक के सत्ताधारी दल में फूट
7 संचालकों ने जताया विरोध

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मनमाने कामकाज को लेकर व्यक्त किया रोष
अमरावती/दि.22 – स्थानीय दि. अमरावती जिला परिषद शिक्षक सहकारी बैंक के सत्ताधारी पैनल में कुछ संचालकों के साथ सौतेला व्यवहार किये जाने का आरोप 7 संचालकों के गुट द्वारा किया गया है और उन्होंने अपना स्वतंत्र गुट बना लिया है. जिसकी वजह से इस बैंक में राजनीतिक वातावरण गरमा गया है.
ज्ञात रहेें कि, अब जल्द ही जिप शिक्षक सहकारी बैैंक में चुनावी बिगूल बज सकता है. जिसमें कुछ वरिष्ठ संचालक आगामी अध्यक्ष पद के दावेदार रह सकते है. इसी संदेह के चलते बैंक के सत्ताधारी प्रगति पैनल में शामिल शिक्षक समिती के 7 संचालकों ने अपना अलग गुट तैयार किया है. साथ ही कहा जा रहा है कि, आगामी चुनाव में इस गुट द्वारा स्वतंत्र पैनल खडा करते हुए अन्य घटक संगठनों को अपने साथ जोडा जा सकता है. ऐसे में विगत दिनों हुई संचालक मंडल की सभा में 7 संचालकों ने एक साथ आते हुए सभी प्रस्तावों का पूरजोर विरोध किया और कर्ज पर एक प्रतिशत ब्याज कम करवाने में सफलता हासिल की.
बता दें कि, बैैंक की सत्ता संभाल रहे प्रगति पैनल में कुल 11 संचालक है. जिसमें से मनोज ओलंबे, छोटूसिंह सोमवंशी, प्रमोद ठाकरे, विजय पुसलेकर, मधुकर चव्हाण, रविंद्र निंघोट व सुदाम राठोड नामक संचालक इस समय बैंक पदाधिकारियों से नाराज चल रहे है. इस संदर्भ में जानकारी देते हुए बैंक के संचालक मनोज ओलंबे ने बताया कि, संचालकों के साथ गालीगलौच करना और अमानवीय व्यवहार करना किसी भी लिहाज से समर्थनीय नहीं कहा जा सकता और यह सबकुछ असहनीय भी हो गया था. ऐसे में अब अपने खुद के स्वाभिमान हेतु हम अपनी लडाई लडने के लिए तैयार है.





