हायड्रो गांजा का फैलाव घातक
मिट्टी में सूर्यके प्रकाश के बिना खतरनाक अंकूरण

* विदेश से आया अमरावती जिले में अब तक प्रवेश नहीं
अमरावती /दि.13 – हाल ही में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के सामने हाइड्रो गांजा के फैलाव को बडी चुनौती बताई थी. विधान परिषद में बोलते हुए उन्होंने इस बारे में अहम जानकारी दी थी. चूंकि ड्रग सिंडिकेट तस्करी के लिए विभिन्न रास्तों का इस्तेमाल कर रहे हैं, इसलिए ’हाइड्रो गांजा’ या हाइड्रोपोनिक गांजा राज्य के लिए एक चुनौती बनता जा रहा है. दो इंडोनेशियाई नागरिकों और मलेशिया के नवी मुंबई निवासी को मुंबई में 21.55 करोड़ रुपये मूल्य की 21 किलो हाइड्रोपोनिक गांजा के साथ गिरफ्तार किया गया. इसके बाद से ’हाइड्रो गांजा’ या हाइड्रोपोनिक गांजा शब्द एक पर्याय बन गया है.
राज्य में गांजे की सबसे ज़्यादा तस्करी ओडिशा और छत्तीसगढ़ से होती है. अमरावती शहर और ज़िले में अब तक गांजा ज़ब्ती के ज़्यादातर मामलों में गांजा ओडिशा से लाया गया था. शहर और ज़िले में अभी तक ’हाइड्रो गांजा’ या हाइड्रोपोनिक गांजा नहीं मिला है. चूंकि यह शायद काफ़ी महंगा होता है, इसलिए पुणे और मुंबई जैसे महानगरीय शहरों में इसकी तस्करी और बिक्री खुलेआम हो रही है. हाइड्रोपोनिक्स मिट्टी के बिना उगाने की एक विधि है, जिसमें पौधों को पोषक तत्वों से भरपूर पानी के घोल में उगाया जाता है, जिसे अक्सर नारियल कॉयर, परलाइट, मिट्टी के छर्रों या रॉकवूल जैसे निष्क्रिय माध्यम द्वारा सहारा दिया जाता है.
* बंद कमरे में मिट्टी..,
बंद कमरे में मिट्टी और सूर्यप्रकाश के बगैर हाइड्रोपोनिक या हाइड्रोपोनिक गांजा को उगाया जाता है. इसे एसी कमरों में कृत्रिम रोशनी, जैसे एलईडी या एचपीएस ग्रो लाइट्स, का उपयोग करके सटीक तापमान और आर्द्रता नियंत्रण के साथ उगाया जाता है.
* हाइड्रो गांजा क्या है?
हाइड्रोपोनिक गांजा, बिना मिट्टी के हाइड्रोपोनिक तरीके से उगाए गए गांजा पौधों को कहते हैं. यह विधि उत्पादकों को पौधे के वातावरण पर सटीक नियंत्रण प्रदान करती है, जिससे पौधे का विकास तेज़ होता है और पैदावार भी ज़्यादा होती है.
* विदेश से तस्करी
सितंबर के पहले हफ़्ते में मुंबई और पुणे के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर दो ऑपरेशन चलाए गए. पता चला कि इसे बैंकॉक और मलेशिया से तस्करी करके लाया जा रहा था.
* कार्रवाई और जुर्माना
एनडीपीएस और साइकोट्रोपिक पदार्थ अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाती है, जिसमें सजा का भी प्रावधान है.
* गांजा के दुष्प्रभाव
गांजा शरीर के लिए हानिकारक है और इसके दो प्रकार के दुष्प्रभाव होते हैं: अल्पकालिक दुष्प्रभाव और दीर्घकालिक दुष्प्रभाव. गांजा का अत्यधिक सेवन खतरनाक है.
* अमरावती में नहीं
हाल ही में, पुणे और मुंबई हवाई अड्डों पर हाइड्रोपोनिक भांग ज़ब्त की गई थी. हमें ऐसा कोई मामला नहीं मिला है.
– विशाल आनंद, पुलिस अधीक्षक
* डिप्रेशन की संभावना बढती है
गांजा के नियमित सेवन से अवसाद और चिंता का खतरा बढ़ जाता है. यह सिज़ोफ्रेनिया के रोगियों के स्वास्थ्य को और बिगाड़ सकता है. गांजा के लगातार सेवन से खांसी और कफ हो सकता है.
– डॉ. अमोल गुल्हाने, मनोचिकित्सक
* कितना गांजा पकड़ा गया?
1 जनवरी से 13 अगस्त के बीच, आयुक्तालय क्षेत्र में गांजा तस्करी के आठ मामले दर्ज किए गए. इस कार्रवाई में 71 किलो 21 ग्राम गांजा जब्त किया गया. 15 आरोपियों से कुल 18.28 लाख रुपये का माल जब्त किया गया.
* हाइड्रो गांजा के भाव काफी
हाइड्रोपोनिक या हाइड्रो गांजा की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 1 करोड़ रुपये प्रति किलोग्राम है.





