संत गाडेगबाबा द्वारा दिया गया दशसूत्री कार्यक्रम ही सच्चा धर्म हैं

विधायक सुलभा खोडके का प्रतिपादन

अमरावती /दि.21 – अंधश्रद्धा निर्मुलन कर पुरोगामी विचारो की शिक्षा का अनुसरन यह विचार विज्ञान से आगे आया है आध्यात्मक और विज्ञान को साथ लेकर संस्कार संत गाडगेबाबा ने खुद पर प्रयोग कर एक क्रांतीकारी विचार समाज को दिया हैं. उनके द्वारा दिया गया दशसूत्री कार्यक्रम ही सच्चा धर्म हैं. ऐसा प्रतिपादन विधायक सुलभा खोडके ने किया.
श्री संत गाडगे महाराज समाधी मंदिर ट्रस्ट गाडगे नगर की ओर से 14 से 21 दिसंबर तक श्री संत गाडगेबाबा की 69 वीं पुण्यतिथी महोत्सव के निमित्त श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह का आयोजन किया गया था. जिसमें उन्होंने भेट दी और गाडगेबाबा समाधी स्थल का पूजन कर पुष्पमाला अर्पित की व अभिवादन किया. इस समय गाडगेबाबा मिशन के विश्वस्त बापुसाहेब देशमुख ने विधासक सुलभा खोडके का स्वागत किया. विधायक सुलभा खोडकेे ने आगे कहां की कर्मयोगी संत गाडगेबाबा ने संपूर्ण महाराष्ट्र में स्वच्छता सामाजिक सुधार व मानवता का संदेश दिया.
अमरावती में संत गाडगेबाबा समाधी स्थल यह केवल श्रद्धास्थान व प्रेरणा स्थान न रहते हुए इसे सभी अपनी कर्मभूमि समझकर संत गाडगेबाबा के विचार आत्मसात करे ऐसा आवाहन भी विधायक सुलभा खोडके ने किया. संत गाडगेबाबा के अंतिम श्रद्धास्थान श्रीक्षेत्र नागरवाडी के इंद्रभुवन को साकार ने के लिए पिछले 50 वर्षो से निष्काम सेवा भाव से कार्यरत श्री बापूसाहेब देशमुख का विधायक सुलभा खोडके के हस्ते शाल व श्रीफल प्रदान कर सत्कार किया.
इस दौरान विधायक सुलभा खोडके ने संत गाडगेबाबा की पुण्यतिथी महोत्सव पर सुश्री महेश्वरी देवी के मुखारविंद से आयोजित भगवत कथा श्रवण का लाभ लिया. इस अवसर पर संस्था के विश्वस्त बापूसाहेब देशमुख, संचालक सागर देशमुख, समाज भूषण, भरत रेले महाराज, संचालक गजानन देशमुख, व्यवस्थापक प्रकाश महात्मे, अतुल रेले, गजानन जवंजाल, मीनल योगेश सवाई सहित सेवाधारी उपस्थित थे. सभी उपस्थितों का सागर देशमुख ने आभार माना.

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