मोर्शी शहर में चायनीज मांजा का इस्तेमाल, नागरिकों में दहशत
संक्रांति के पर्व पर रहती हैं पतंगबाजी की धूम

* नागरिकों के लिए मांजा हो रहा जानलेवा
मोर्शी/दि.15 – मकर संक्रांति में अभी एक महीना बाकी है, लेकिन शहर और तहसील के आसमान में पतंगें उड़ रही हैं. हमेशा की तरह, पतंग उड़ाने के लिए भारी मात्रा में चाइनीज मांजा का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे बड़े हादसे की संभावना बढ़ गई है. इलाके में चाइनीज मांजा की अवैध बिक्री हो रही है. जिले में कई जगहों पर चाइनीज मांजा के कारण लोगों की जान जा चुकी है. इसलिए, चाइनीज मांजा बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग जोर पकड़ रही है.
सरकार और अदालती आदेशों के अनुसार चायना मांजा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. लेकिन यह स्पष्ट है कि मोर्शी शहर में चायना मांजा की व्यापक बिक्री हो रही है. इसलिए, पतंग उड़ाते बच्चों में भी यह दिखाई दे रहा है. इस मांजा के कारण शहर में जानवर, पक्षी, पालतू जानवर और लोग घायल हो रहे हैं, और कई बार तो जान भी जा रही है. सामने आए सभी गंभीर मुद्दों को देखते हुए, चायनीज मांजा की बिक्री पर प्रतिबंध लगाना अत्यावश्यक है. इसके अलावा, नागरिकों की यह भी मांग है कि प्रशासन इस मामले में जागरूकता फैलाए और कानूनी कार्रवाई करे.
* बच्चों में जागरूकता की जरूरत
पतंग उड़ाते समय, उसमें पेंच लगाकर उसे काट दिया जाता है. कटी हुई पतंग आसमान में उड़ रही होती है, तभी बच्चे उसे पकड़ने के लिए सड़क पर दौड़ पड़ते हैं. इस वजह से बच्चों के साथ दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है.
* दुर्घटना का कारण बन रहा है चायना मांजा
पतंग उड़ाने के बाद बच्चे उसके पीछे दौड़ते हैं. यह बहुत खतरनाक है. पहले पतंग का धागा पक्षियों को चोट पहुंचाता था और उन्हें उलझा देता था. अब नायलॉन का धागा दुर्घटनाओं का कारण बन रहा है और लोग सीधे तौर पर घायल हो रहे हैं, और कुछ मामलों में तो गर्दन कटने से लोगों की मौत भी हो गई है. इसे रोकना जरूरी है.
– अप्पासाहेब गेडाम, पूर्व नगराध्यक्ष, मोर्शी
* नायलॉन मांजे की बिक्री न करें
प्रशासन को नायलॉन मांजा की बिक्री न करने के बारे में संबंधित दुकानदारों को सूचित करना चाहिए और नगर परिषद को शहर में पोस्टर लगाकर और लाउडस्पीकर के माध्यम से निर्देश देकर विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.
-अभिलाश व्यवहारे,
वारसा संस्थापक





