फिर शुरु हुई मोसीकॉल की जमीन बेचने की प्रक्रिया
अमरावती के विलास नगर रोड पर स्थित है मोसीकॉल की 9.87 लाख स्क्वेअर फीट जमीन

* 28 नवं. को निविदा सूचना हुई जारी, 12 दिसं. को मुंबई में होगी प्री-बिड बैठक
* 29 दिसं. को निविदा प्रस्तुत करने का अंतिम दिन, 30 दिसं. को टेक्निकल व 31 को फाइनेंशियल बिड खुलेगी
अमरावती /दि.6- अमरावती शहर के बीचोबीच विलास नगर व मसानगंज परिसर के निकट विएमवि रोड पर स्थित मोसीकॉल कारखाने की 9 लाख 87 हजार 12 स्क्वेअर फीट यानि 91,693.41 स्क्वेअर मीटर जमीन को बेचने हेतु नीलामी प्रक्रिया एक बार फिर शुरु हो गई है. जिसके तहत विगत 28 नवंबर को ही निविदा सूचना प्रकाशित करते हुए यह संपत्ति खरीदने हेतु इच्छुक रहनेवाले व्यक्तियों अथवा कंपनियों के प्रस्ताव आमंत्रित किए जा रहे है. जिसके तहत 29 दिसंबर को निविदा प्रस्ताव प्रस्तुत करने का अंतिम दिन तय किया गया है. वहीं इससे पहले 12 दिसंबर को मोसीकॉल के मुंबई स्थित कार्यालय में इच्छुकों को नीलामी हेतु प्रस्तावित जमीन की जानकारी देने हेतु प्री-बिड बैठक का आयोजन किया जाएगा. पश्चात निविदा प्रस्तुति की अंतिम तिथि बीत जाने के उपरांत 30 दिसंबर को तकनीकी बिड खोली जाएगी. जिसमें पात्र रहनेवाली कंपनियों के प्रस्तावों का समावेश करते हुए 31 दिसंबर को फाइनेंशियल बिड खोली जाएगी तथा जमीन हेतु सर्वाधिक बोली दर्ज करानेवाले निविदाधारक के नाम उक्त जमीन के सौदे को मंजूरी दी जाएगी.
बता दें कि, पुराना कॉटन मार्केट परिसर से शेगांव नाका की ओर जानेवाले विएमवि रोड पर मौजे तारखेडा के सर्वे नं. 48, 49, 50 व 51 में महाराष्ट्र स्टेट ऑईल सिड्स कमर्शियल एंड इंडस्ट्रियल कार्पोरेशन लि. यानि मोसीकॉल की 9 लाख 87 हजार 12 स्क्वेअर फीट जमीन है. जहां पर किसी समय मोसीकॉल का कारखाना हुआ करता था. जो काफी समय पहले बंद हो चुका है. साथ ही मोसीकॉल ने इस जमीन की प्रयोग वर्गवारी में बदलाव करने के संदर्भ में अमरावती महानगर पालिका से वर्ष 2013 में पत्र व्यवहार किया था. जिसके बाद 19 दिसंबर 2013 को अमरावती मनपा ने मोसीकॉल के नाम जारी पत्र में इस जमीन का औद्योगिक की बजाए निवासी अथवा व्यवसायिक प्रयोजन के लिए प्रयोग करने की अनुमति देना संभव रहने की बात कही थी और ऐसी अनुमति हासिल करने के साथ ही इस जमीन का विकास करने हेतु आवश्यक शुल्क मनपा में भरने की बात कही थी. जिसके चलते मोसीकॉल ने इस जमीन की निवासी व वाणिज्यिक प्रयोग हेतु नीलामी करने का निर्णय लिया. जिसे आधार बनाते हुए मोसीकॉल द्वारा विगत 28 नवंबर को निविदा सूचना प्रकाशित करते हुए यह संपत्ति खरीदने हेतु इच्छुक रहनेवाले व्यक्तियों अथवा कंपनियों के प्रस्ताव आमंत्रित किए जा रहे है. जिसके तहत 12 दिसंबर को मोसीकॉल के मुंबई स्थित कार्यालय में प्री-बिड बैठक का आयोजन किया जाएगा. वहीं 29 दिसंबर को निविदा प्रस्ताव प्रस्तुत करने का अंतिम दिन तय किया गया है. इसके उपरांत 30 दिसंबर को तकनीकी बिड खोली जाएगी. जिसमें पात्र रहनेवाली कंपनियों के प्रस्तावों का समावेश करते हुए 31 दिसंबर को फाइनेंशियल बिड खोली जाएगी तथा जमीन हेतु सर्वाधिक बोली दर्ज करानेवाले निविदाधारक के नाम उक्त जमीन के सौदे को मंजूरी दी जाएगी. ऐसे में अब सभी का ध्यान इस बात की ओर लगा हुआ है कि, नए वर्ष 2026 में अमरावती स्थित मोसीकॉल कारखाने की जमीन किसके नाम पर होती है. जिसे लेकर अभी से ही काफी उत्सुकता और प्रतिस्पर्धा वाला माहौल देखा जा रहा है.
* पहले भी दो बार हो चुका जमीन नीलामी का प्रयास
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, इस जमीन को निलाम करने का इससे पहले भी दो बार प्रयास हो चुका है. जिसके तहत सबसे पहली बार वर्ष 2016 में इस जमीन की नीलामी प्रक्रिया शुरु की गई थी और 7 जनवरी 2016 को हुई नीलामी प्रक्रिया में 7 कंपनियों द्वारा हिस्सा लिया गया था. साथ ही उस समय इस जमीन की अपसेट प्राईज 35 करोड 51 लाख रुपए तय की गई थी. परंतु किसी कारणवश उस वक्त इस जमीन की नीलामी नहीं हो पाई थी. इसके उपरांत वर्ष 2019 में 19 अक्तूबर को निविदा सूचना प्रकाशित की गई थी और नवंबर माह के दूसरे सप्ताह में इस जमीन की नीलामी होनी थी. परंतु उस समय आश्चर्यजनक तरीके से इस निविदा प्रक्रिया में किसी भी इच्छुक ने हिस्सा ही नहीं लिया. जिसके चलते यह प्रक्रिया जस की तस धरी रह गई.
* निविदा पत्र मूल्य व ईएमडी में अनाप-शनाप इजाफा
खास बात यह है कि, वर्ष 2019 में मोसीकॉल की जमीन की नीलामी हेतु प्रकाशित निविदा सूचना में निविदा प्रपत्र का मूल्य 29 हजार 500 रुपए तथा अर्नेस्ट मनी डिपॉजिट (इएमडी) की रकम 30 हजार रुपए तय की गई थी. हालांकि इसके बावजूद उस समय उस निविदा प्रक्रिया में हिस्सा लेने के लिए कोई इच्छुक आगे नहीं आया था. वहीं अब मोसीकॉल द्वारा अपनी जमीन की नीलामी हेतु जारी निविदा सूचना में निविदा प्रपत्र यानि बिड डॉक्युमेंट का मूल्य 5 लाख रुपए रखा गया है. जो ‘नॉन रिफंडेबल’ भी है. वहीं निविदा प्रक्रिया में हिस्सा लेनेवाले इच्छुकों को अपने दस्तावेजों के साथ 8 करोड रुपए की अर्नेस्ट मनी डिपॉजिट भी जमा करानी होगी और निविदा हासिल करनेवाले व्यक्ति अथवा समूह को 10 करोड रुपए का बिड सिक्युरिटी डिपॉजिट जमा करना होगा. ऐसे में इस निविदा प्रक्रिया के लिए तय भारी-भरकम दरों वाली रकम को देखते हुए यह सवाल पूछा जा रहा है कि, क्या मोसीकॉल वाकई अपनी इस जमीन की नीलामी करना चाहता भी है अथवा नहीं.
* 150 करोड के ट्रांजेक्शन की भी भारी-भरकम शर्त
सबसे खास बात यह भी है कि, मोसीकॉल द्वारा जारी निविदा सूचना में स्पष्ट किया गया है कि, इस निविदा प्रक्रिया में हिस्सा लेने के इच्छुक व्यक्ति अथवा समूह को अपने विगत तीन वर्षों के आर्थिक लेन-देन का ब्यौरा भी प्रस्तुत करना होगा और विगत तीन वर्षों के दौरान संबंधित व्यक्ति अथवा समूह का आर्थिक लेन-देन कम से कम 150 करोड रुपए होना ही चाहिए, तभी उन्हें इस निविदा प्रक्रिया में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी. जबकि इससे पहले दो बार हुई निविदा प्रक्रिया में इस तरह की कोई शर्त शामिल नहीं थी. ऐसे में मोसीकॉल की अमरावती स्थित जमीन को खरीदने के इच्छुकों में इस शर्त को लेकर काफी आश्चर्य देखा जा रहा है.
* ‘एज इट इज, व्हाट इट इज’ की अजिबोगरीब शर्त
खास बात यह भी है कि, मोसीकॉल की ओर से जारी निविदा सूचना में अमरावती स्थित जमीन की नीलामी हेतु ‘एज इज व्हेअर इज’, ‘एज इज व्हाट इज’ व ‘व्हाटएवर देअर इज’ सहित ‘नो रिकोर्स’ बेसीस जैसे शब्दों का प्रयोग किया गया है. जिसके लिए यह भी स्पष्ट किया गया है कि, इस जमीन की नीलामी प्रक्रिया ऑनलाइन तरीके से चलाई जा रही है. जिसके नक्शे सहित अन्य जरुरी दस्तावेज महापोर्टल पर निविदा सूचना के साथ अपलोड किए जा चुके है. जिसे इच्छुकों द्वारा देखा व डाउनलोड किया जा सकता है. साथ ही इच्छुकों द्वारा अपने स्तर पर खुद मौके पर पहुंचते हुए जमीन का प्रत्यक्ष मुआयना भी किया जा सकता है. जिसके बारे में पूर्व सूचना दिए जाने पर कंपनी की ओर से प्रत्यक्ष जमीन दिखाने हेतु अपना प्रतिनिधि भी उपलब्ध कराया जा सकता है. साथ ही निविदा प्रक्रिया में हिस्सा लेनेवाले व्यक्ति अथवा समूह के बारे में यह ग्राह्य माना जाएगा कि, उन्हें दस्तावेजों पर दर्ज जमीन की जानकारी एवं ब्यौरे पूरी तरह से स्वीकार है. जिसके चलते जमीन के नक्शे को लेकर मोसीकॉल अथवा महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ किसी भी तरह के क्लेम, डिमांड व सूट (मुकदमे) की अनुमति नहीं रहेगी. साथ ही साथ निविदाधारक द्वारा डिफेक्ट इन टायटल, पजेशन अथवा थर्ड पार्टी क्लेम सहित भविष्य में उठनेवाले किसी दावे को लेकर मोसीकॉल अथवा राज्य सरकार के खिलाफ किसी भी तरह का कोई दावा नहीं किया जा सकेगा. बल्कि एक बार निविदा आवंटित होने यानि जमीन की नीलामी प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद नीलामी धारक कंपनी अथवा व्यक्ति को ही ऐसे किसी भी विवाद का अपने स्तर पर निपटारा करना होगा, इस शर्त को भी काफी हद तक अजिबोगरीब माना जा रहा है. क्योंकि अमूमन जमीन के किसी भी सौदे अथवा नीलामी में जमीन का टायटल पूरी तरह से क्लीयर करने के बाद ही जमीन खरीदनेवाले को उसका पजेशन दिया जाता है. जबकि यहां पर इसे लेकर थोडी अजीब शर्त रखी गई है.
* एक बार प्रक्रिया शामिल होने के बाद विड्रॉल या संशोधन नहीं
मोसीकॉल द्वारा प्रकाशित निविदा सूचना में साफ तौर पर कहा गया है कि, एक इच्छुक द्वारा केवल एक ही निविदा प्रस्तुत की जा सकती है और एक बार निविदा प्रक्रिया में शामिल होने के बाद अपने प्रस्ताव को पीछे लेते हुए विड्रॉल नहीं किया जा सकता. साथ ही अपने द्वारा दर्ज प्रस्ताव की दरों में कोई संशोधन भी नहीं किया जा सकता. इसके साथ ही सबसे अधिक बोली रहनेवाले जिस व्यक्ति या समूह के नाम निविदा खुलती है, उसे तुरंत ही 10 करोड रुपए की बिड सिक्युरिटी अमाउंट जमा कराते हुए जमीन का ताबा लेना होगा. साथ ही इएमडी व बिड सिक्युरिटी अमाउंट के अलावा शेष रकम अधिकतम तीन किस्तो में अगले 75 दिनों के निर्धारित अवधि के भीतर अदा करनी होगी अन्यथा उस रकम पर सालाना 15 प्रतिशत की दर से ब्याज भी वसूला जाएगा.





