धारणी नगर पंचायत में बीजेपी और कांग्रेस में टक्कर के आसार

निर्दलीय गट भी आजमा सकेगा ताकत

* अध्यक्ष पद ओपन होने से दावेदार अधिक
धारणी/ दि. 11 – शीघ्र अपेक्षित नगर पंचायत के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबले के आसार बताए जा रहे है. निर्दलीय गट भी पुन: सत्ता के लिए एकत्र होने की बडी संभावना है. यहां विधानसभा में भाजपा के हाथ बाजी रही थी. किंतु अब पूर्व विधायक राजकुमार पटेल के कांग्रेस खेमे में आ जाने से यहां मुकाबला बराबरी की टक्कर का होने का बताया जा रहा है.
धारणी नगर पंचायत में 17 सदस्य होंगे. अध्यक्ष पद ओपन रहने से दावेदारों की संख्या अधिक रहने की संभावना बताई जा रही है. यहां जारी चर्चा के अनुसार अगले सप्ताह दिवाली के बाद चुनावों की घोषणा हो सकती है. इसी के साथ राजनीतिक गतिविधि भी जोर पकडेगी. कई नेताओं के पाला बदल से आदिवासी बहुल धारणी में भी समीकरण बनते बिगडते देखे जा रहे हैं. सीमित वोटर संख्या रहने से एक- एक वोट का महत्व रहेगा. ऐसे में चुनाव रोमांचक होने के कयास शुरू हो गये हैं.
स्थानीय लोगों में उत्सुकता
नगर पंचायत के गत कार्यकाल में हुए कुछ कामों पर काफी टिका टिप्पणी हुई थी. ऐसे में चर्चा है कि धारणी के लोग अब नये चेहरों को मौका देने के बारे में विचार कर रहे हैं. कुछ व्यापारी संगठनों, सामाजिक संस्था विकास और पारदर्शिता तथा नागरी सहभाग के मुद्दे पर मतदान करने का आवाहन कर रहे हैं. नगराध्यक्ष पद ओपन रहने से भी धारणी में चुनाव रोचक हो जाने की पूरी संभावना है. पार्टी निहाय चर्चा, गुप्त बैठक और सत्ता की खींचतान आगामी दिनों में वातावरण राजनीतिक रूप से गरमा देगी.
बीजेपी की ओर से चर्चा चल रही है कि युवा और नये कार्यकर्ताओं को अवसर दिया जाए. अध्यक्ष पद के लिए कई दावेदार सामने आने की संभावना है. उधर विधायक केवलराम काले से मिलनेवालों का आंकडा बढ गया है. बीजेपी जिलाध्यक्ष प्रभुदास भिलावेकर धारणी के वोटर्स और कार्यकर्ताओं से लगातार संपर्क में है. उन्होंने धारणी नगर पंचायत पर केसरिया लहराने का आवाहन किया है.
महायुति और आघाडी होने न होने की चर्चा जोरों पर हैं. ऐसे में निर्दलीय भी बडी संख्या में समय पर सामने आ सकते हैं. निर्दलीय का पैनल बनने की स्थिति मेंं पंचायत चुनाव के समीकरण बन- बिगड सकते हैं. विद्रोही उम्मीदवारों के चुनाव जीतने की स्थिति में सत्ता की चाबी निर्दलीयों के हाथ होने की चर्चा अभी से शुरू हो गई है. अगले सप्ताह मुख्यमंत्री बीजेपी के संगठन का हाल जानने जिले में आनेवाले हैं. सभी पालिका, पंचायतों पर महायुति का परचम लहराने की बातें जोरों पर होगी. धारणी का अपना सियासी कल्चर रहा है.

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