कांग्रेस में किसी की कोई पूछ-परख नहीं
विसंवाद की स्थिति को लेकर राजस्व मंत्री बावनकुले ने कसा तंज

* बोले – ये उसको नहीं पूछता, वो उसको नहीं पूछता, कोई किसी को नहीं पूछता
गढचिरोली/दि.22 – कांग्रेस पार्टी में इस समय नेताओं के बीच जबरदस्त विसंवाद वाली स्थिति है और कई नेता तो ऐसे हैं जो एक-दूसरे का मुंह तक देखना पसंद नहीं करते. जिसके चलते कोई किसी को अपने सामने गिनता ही नहीं है तथा इसकी वजह से कांग्रेस पार्टी में किसी की की पूछ-परख भी नहीं है. यही स्थिति कांग्रेस पार्टी की दुर्दशा के लिए जिम्मेदार है. जिसकी वजह से पूरी तरह नेतृत्वहिन हो चुकी कांग्रेस सन 2029 तक केवल नाम के लिए ही बची रहेगी, इस आशय का प्रतिपादन राज्य के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने किया.
निकाय चुनाव के लिए भाजपा की प्रचार सभा हेतु गढचिरोली के दौरे पर पहुंचे भाजपा नेता व राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने गढचिरोली में भाजपा के प्रचार कार्यालय का उद्घाटन करने के साथ ही पार्टी प्रत्याशियों के प्रहार हेतु एक जनसभा को भी संबोधित किया. इस समय पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार करने के साथ-साथ मंत्री बावनकुले ने प्रमुख विपक्षी दल रहनेवाली कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. इस समय बावनकुले ने बताया कि, कुछ वक्त पहले एक कार्यकर्ता ने कांग्रेस छोडकर भाजपा में प्रवेश किया था. जिससे कांग्रेस छोडने की वजह पूछे जाने पर उसने बताया था कि, नाना पटोले और विजय वडेट्टीवार एक-दूसरे का मुंह देखने के लिए तैयार नहीं है और ये दोनों ही लोग सुनील केदार का मुंह नहीं देखना चाहते. जबकि तीनों लोग पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर को अपने सामने कुछ नहीं गिनते. वहीं चारों लोग मिलकर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल को नहीं पूछते और मजे की बात यह है कि, ये पांचों लोग उनकी ही पार्टी के नेता राहुल गांधी को अपने सामने कुछ भी नहीं मानते, यानि स्थिति यह है कि, ये उसको नहीं पूछता, वो इसको नहीं गिनता और कोई भी अपने सामने किसी को कुछ भी नहीं मानता. जिसके चलते कांग्रेस में नेताओं के बीच विसंवाद वाली स्थिति बनी हुई है और नेतृत्वहिन हो चली कांग्रेस अब धीरे-धीरे बिखराव की ओर बढ रही है. जिसकी वजह से सन 2029 के आते-आते कांग्रेस पार्टी देश में केवल नाम के लिए ही बची रहेगी, ऐसा दावा भी राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले द्वारा किया गया.
* खर्च की चिंता मत करो, हिसाब हम देंगे
खास बात यह रही कि, इस प्रचार सभा के दौरान सभा मंडप काफी छोटा बनाया गया था तथा कई लोग, विशेषकर महिलाएं मंडप से बाहर धूप में बैठी दिखाई दी. यह देखते ही मंत्री बावनकुले ने पार्टी के जिलाध्यक्ष रमेश बारसागडे से इस बारे में पूछताछ की, तो बारसागडे ने बजट कम रहने की बात कहने के साथ ही निर्वाचन खर्च को लेकर निर्वाचन आयोग की ओर से तय की गई मर्यादा की ओर ध्यान दिलाया. जिस पर जवाब देते हुए बावनकुले ने कहा कि, वे भाजपा के स्टार प्रचारक है. अत: पार्टी पदाधिकारियों द्वारा खर्च की चिंता न की जाए. क्योंकि निर्वाचन आयोग को वे खुद चुनाव के खर्च का हिसाब-किताब देंगे. लेकिन इसके बाद लाडली बहनों को धूप में कभी भी न बैठाया जाए.





