चटवाबोड के जंगल में बाघ नहीं बल्कि तेंदूए का संचार

वन विभाग ने दी जानकारी

* गांव के लोगों को मिली राहत
धारणी /दि.7 – धारणी वनपरिक्षेत्र के चटवाबोड गांव के नजदिकी जंगल में बिते 4-5 दिनों से, बाघ चक्कर काट रहा है, ऐसी चर्चा थी. परंतू वनविभाग ने जंगल में जांच कर, वह तेंदुआ है, ऐसी जानकारी देने पर 2 गांवों के लोगों को राहत मिली है.
प्रादेशिक वनविभाग के धारणी वनपरिक्षेत्र के केकदाबोड से चटवाबोड इन गांवों के मार्ग पर और गांव के समिपस्थ जंगल में तेंदुए को अनेकों ने देखा. शुरुआत में बाघ होने की चर्चा थी परंतू रेंजर चंद्रे ने, वनकर्मचारियों ने की हुई गश्त के दौरान जांच के बाद, वह बाघ नहीं बल्कि तेंदुआ होने का घोषित किया है. जानकारी के अनुसार तेंदुआ बाघ राजदही परिसर में भी देखा गया है. बाघ की तुलना में तेंदुआ जादा होशियार प्राणी माना जाता है. शिकार के लिये पेड के पिछे छिपकर भी आक्रमण करता है. मेजर चंद्रे ने नागरिकों से आवाहन किया है की रात में जंगल में प्रवेश न करें और अकेले बिल्कुल ना घुमे. चटवाबोड यह धारणी से 18 किमी दूर रहने से अन्य गांवों के नागरिक भी भयभीत है.

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