नगरपालिकाओं में घमासान, इच्छुकों का कैसे हो समाधान?
सभी राजनीतिक दलों के नेता फंसे पेशोपेश में

* हर दल के पास दावेदारों की तौबा भीड
अमरावती/दि.14 – राज्य निर्वाचन आयोग द्बारा नगर पालिका व नगर पंचायत के आम चुनाव की घोषणा किए जाते ही जिले में राजनीतिक वातावरण जमकर तपना शुरू हो गया. अमरावती जिले में दर्यापुर अंजनगांव सुर्जी, अचलपुर, चांदूर बाजार, मोर्शी, वरूड, शेंदूरजनाघाट, चांदूर रेलवे व धामणगांव रेलवे इन 10 नगरपरिषदों तथा धारणी व नांदगांव खंडेश्वर इन दो नगर पंचायतो में चुनावी धामधूम शुरू हो गई है. इन सभी 12 निकायों के 155 प्रभागों में 278 नगर सेवक पदों के लिए इच्छूकों की संख्या अच्छी खासी है और लगभग सभी जगहों पर एक-एक सीट के लिए 4 से 5 लोग ताल ठोककर मैदान में हैं. जिसके चलते किसे प्रत्याशी बनाया जाए और किसे समझाबुझाकर शांत बिठाया जाए इस समस्या का सामना सभी राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों को करना पड रह है. बता दे कि विगत सोमवार से नामांकन आवेदन प्रस्तुत करने की प्रक्रिया शुरू हो गई हैं. जिसके चलते सभी संबंधित नगर पालिकाओं में इच्छूकों की अच्छी खासी भीड-भाड दिखाई दे रही हैं तथा संबंधित नगर पालिका व नगर पंचायतों के कार्यालयों में किसी मेले अथवा यात्रा जैसे दृष्य दिखाई दे रहे है. संबंधित निकायो में जनप्रतिनिधियो का कार्यकाल खत्म होने व प्रशासक राज के शुरू होने के बाद रहनेवाला सन्नाटा अब लगभग खत्म हो गया है और चुनाव की घोषणा होते ही संबंधित निकाय कार्यालयों में अब पहले की तरह चहल पहल व गहमा-गहमी दिखाई देने लगी है.
* मैदान में उतरने हेतु जमकर तैयारी
राजनीतिक दलो व स्थानीय गंठबंधनों के साथ-साथ निर्दलिय प्रत्याशियों द्बारा अब चुनावी मैदान में उतरने की जमकर तैयारिया की जा रही है. निकाय चुनाव हेतु आवेदन भरने का प्रारंभ सोमवार 10 नवंबर से हुआ और 17 नवंबर तक आवेदन दाखिल किए जा सकेंगे. पश्चात 18 नवंबर को सभी आवेदनोंं की पडताल होगी, एवं 25 नवंबर तक नामांकन पीछे लेने हेतु समय दिया जाएगा. जिसके बाद 26 नवंबर को मैदान में रहनेवाले उम्मीदवारों के नामों की अंतिम सूची घोषित करने के साथ ही चुनाव चिन्हों का वितरण किया जाएगा और 2 दिसंबर को मतदान कराते हुए 3 दिसंबर को मतगणना के उपरांत चुनावी नतिजे घोषित किए जाएंगे. ऐसे में निकाय चुनाव के चलते जिले के 12 शहरों में इस समय राजनीतिक वातावरण जमकर तपा हुआ हैं और चुनाव लडने के इच्छूकों द्बारा मैदान में उतरने को लेकर जबर्दस्त तैयारिया की जा रही है.
* पार्टीयो व आघाडियों के सामने फंसा पेच
इस चुनाव में प्रमुख राजनीतिक दलों के साथ ही स्थानीय स्तर पर हुई आघाडियां भी काफी हद तक सक्रिय हो गई है. सत्ताधारी व विपक्षी गुटों में मित्रदलों के बीच सिटो के बटवारे को लेकर चर्चाए चल रही हैं. वहीं निष्ठा एवं टिकट की राजनीति में पारंपरिक अस्थिरता फिर दिखाई दे रही हैं. अचानक ही चुनाव की घोषणा हो जाने के चलते कई स्थानों पर उम्मीदवारों के नाम अब तक निश्चित नहीं हुए है. जबकि सभी राजनीतक दलों के पास इच्छूकों की अच्छी खासी फौज तैयार हैं, ऐसे में किसी उम्मीदवारी देना है और किसे रूकने हेतु कहना हैं इस सवाल को लेकर राजनीतिक दलों के नेताओं द्बारा जमकर माथापच्ची की जा रही हैं.
* अंतर्कलह ने बढाई इच्छुकों की धडकने
यद्यपि निकाय चुनाव की जारी नामांकन प्रक्रिया के दौरान भी राजनीतिक दलों द्बारा अपने उम्मीदवारो के नाम घोषित नहीं किए है तथा उम्मीद जताई जा रही है कि अगले 4 दिनों के भीतर महायुति व महाविकास आघाडी में सभी निकाय क्षेत्रों के उम्मीदवारों को लेकर चित्र स्पष्ट हो जाएगा. क्योंकि फिलहाल उम्मीदवारी घोषित करने को लेकर राजनीतिक दलों द्बारा जबर्दस्त गोपनियता बरती जा रही हैं. ताकि इसकी वजह से पार्टी में चलनेवाली अंतर्गत गुटबाजी व अंतर्कलह कहीं चुनाव में भारी न पड जाए. साथ ही साथ इसे लेकर चुनाव लडने के इच्छुकों की धडकनें इस समय काफी तेज हो गई हैं.





