अबकी बार, कांग्रेस तडीपार
भाजपा नेता व सांसद डॉ. अनिल बोंडे का कथन

* निकाय चुनाव के परिणामों को लेकर जताई संभावना
* 12 नगराध्यक्ष सहित आधे से अधिक सदस्य पदों पर जीत का किया दावा
* पिछली बार की तुलना में इस बार ज्यादा बडी जीत रहने की बात कही
अमरावती/दि.28 – आगामी 2 दिसंबर को होने जा रहे निकाय चुनाव में जहां भारतीय जनता पार्टी द्वारा सभी 12 नगराध्यक्ष पदों पर जीत हासिल करने के साथ-साथ 278 में से आधे से अधिक सदस्य पदों पर चुनाव जीतते हुए वर्ष 2017 की तुलना में ज्यादा बडी जीत व सफलता हासिल की जाएगी. वहीं इस बार कांग्रेस अमरावती जिले से पूरी तरह तडीपार हो जाएगी, इस आशय का दावा भाजपा नेता व राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल बोंडे द्वारा किया गया है.
निकाय चुनाव को लेकर दैनिक अमरावती मंडल के साथ विशेष तौर पर बातचीत करते हुए सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने कहा कि, पार्टी की ओर से निर्वाचन प्रभारी का जिम्मा मिलने के चलते वे लगातार जिले के अलग-अलग निकाय क्षेत्रों का दौरा कर रहे है और यह उनका अपना व्यक्तिगत अनुभव है कि, भाजपा को पूरे जिलेभर में मतदाताओं, विशेष कर युवा एवं महिला मतदाताओं की ओर से जबरदस्त प्रतिसाद मिल रहा है. जिसे देखते हुए यह निश्चित है कि, पिछली बार की तुलना में इस बार भाजपा सभी निकाय क्षेत्रों में कहीं अधिक जोरदार ढंग से सत्ता स्थापित करने जा रही है. क्योंकि सभी 12 निकायों में नगराध्यक्ष पदों पर भाजपा प्रत्याशियों की जीत अभी से सुनिश्चित है. साथ ही साथ 278 सदस्य पदों में से आधे से अधिक पदों पर भाजपा प्रत्याशियों का जीतना भी लगभग तय है.
इस समय प्रतिस्पर्धी को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में सांसद डॉ. बोंडे ने कहा कि, भाजपा द्वारा विगत चार वर्षों से निकाय चुनाव को लेकर लगातार तैयारियां की जा रही थी और पार्टी के प्रत्येक पदाधिकारी व कार्यकर्ता द्वारा मेहनत करते हुए मतदाताओं के साथ सतत संपर्क भी जारी रखा गया था. जिसके चलते जहां एक ओर भाजपा संगठनात्मक स्तर पर अमरावती जिले में बेहद मजबूत है और पार्टी का नेटवर्क भी जबरदस्त है. वहीं अन्य कोई भी दल दूर-दूर तक इसके आसपास भी नहीं हैै. ऐसे में किसी के साथ प्रतिस्पर्धा का कोई सवाल ही नहीं उठता. साथ ही डॉ. बोंडे ने यह भी कहा कि, कुछ स्थानों पर भाजपा के साथ महायुति में शामिल घटक दलों के प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में है, परंतु उनका अमरावती जिले में कोई विशेष प्रभाव नहीं है. वहीं दूसरी ओर महाविकास आघाडी में शामिल कांग्रेस का अमरावती जिले में प्रभाव अब पूरी तरह से खत्म हो चुका है और कांग्रेस का कोई भी नेता जिले में उनके अपने प्रत्याशियों का प्रचार करता भी दिखाई नहीं दे रहा. यही स्थिति शिवसेना उबाठा और शरद पवार गुट वाली राकांपा की भी है. जिसका सीधा मतलब है कि, विपक्षी दल अभी से ही अपनी हार को स्वीकार कर चुके है.
इस बातचीत में भाजपा के प्रमुख प्रतिद्वंदी दल रहनेवाले कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर निशाना साधते हुए सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने कहा कि, अमरावती जिले में कांग्रेस बुरी तरह से अंतर्कलह का शिकार हो चुकी है और काँग्रेस पार्टी के नेता आपसी सिरबुटव्वल में ही व्यस्त है. जिसके चलते कांग्रेस के किसी भी नेता का ध्यान अपने प्रत्याशियों के प्रचार की ओर नहीं है. वहीं दूसरी ओर इक्का-दुक्का सीटों पर चुनाव लड रही शरद पवार गुट वाली राकांपा और शिवसेना उबाठा का भी अमरावती जिले में कोई अस्तित्व नहीं है. जिसके चलते इस बार के निकाय चुनाव में भाजपा निश्चित तौर पर ‘क्लीन स्वीप’ करने जा रही है.





