इस बार जिप चुनाव में दिखेंगे कई नए चेहरे
प्रस्थापितों के साथ नए दावेदारों की संख्या भी बढी

अमरावती /दि.29 – इस समय जिला परिषद के चुनाव की तैयारियों ने रफ्तार पकड ली है. वहीं भाजपा व कांग्रेस जैसे दोनों प्रमुख दलों ने इस बार नए चेहरों को प्राथमिकता देने का संकेत दिया है. जिसके चलते जिला परिषद के 69 गटों में पुराने एवं जाने-पहचाने चेहरों के साथ ही नए उम्मीदवारों को खोजने की प्रक्रिया शुरु हो गई है.
बता दें कि, जिला परिषद के अब तक के इतिहास में सबसे अधिक समय तक कांग्रेस पार्टी की ही सत्ता रही, परंतु इस समय केंद्र सहित राज्य में हुए सत्ता परिवर्तन के चलते अब जिला परिषद में भी सत्ता स्थापित करने के लिए भाजपा काफी उत्सुक दिखाई दे रही है. कांग्रेस सहित भाजपा में भी विगत कुछ समय से कुछ पुराने एवं जाने-पहचाने चेहरों का दबदबा कायम है. परंतु अब पार्टी अंतर्गत असंतोष को टालने तथा स्थानीय स्तर पर नए नेतृत्व को प्रोत्साहन देने हेतु दोनों ही पार्टियों द्वारा कुछ नए चेहरों को अवसर देने का प्रयास किया जाएगा. जिसके तहत कांग्रेस ने विशेष तौर पर युवा एवं पार्टी संगठन में सक्रिय रहनेवाले कार्यकर्ताओं को अवसर देने की बात तय की है. साथ ही साथ भाजपा द्वारा भी इसी दिशा में तैयारी की जा रही है. जिन दावेदारों ने विगत पांच वर्षों के दौरान संगठनात्मक कामों में सातत्य रखा, उन्हें ही उम्मीदवारी देने की नीति भाजपा द्वारा तय की गई है. साथ ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी व शिवसेना के भी दोनों गुटों ने अपनी-अपनी स्वतंत्र रणनीति तैयार करनी शुरु कर दी है.
विशेष उल्लेखनीय है कि, स्थानीय स्वायत्त निकायों में राजनीतिक दलों के बीच युति व आघाडी होगी अथवा नहीं इसकी फिलहाल कोई गारंटी नहीं है. जिसके चलते सभी दलों ने अपने दम पर अकेले चुनाव लडने के लिहाज से अपनी-अपनी तैयारियां करनी शुरु कर दी है. साथ ही चुनाव जीत सकने में सक्षम रहनेवाले चेहरों की खोजबीन की जा रही है. जिसके तहत मुख्य पार्टी से उम्मीदवारी नहीं मिलनेवाले परंतु अपने क्षेत्र में प्रभुत्व रखनेवाले दावेदारों की खोजबीन का काम शुरु हो गया है. ऐसे दावेदारों को ऐन समय पर अन्य राजनीतिक दलों द्वारा अपना प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा जा सकता है, ताकि भाजपा और कांग्रेस जैसे प्रमुख दलों को टक्कर दी जा सके.
* नए व पुराने चेहरों का संगम
जिला परिषद के गटों व पंचायत समितियों के गणों पर अब तक राजनीतिक प्राबल्य रखनेवाले पुराने राजनीतिक चेहरों के साथ ही नए उत्साह के साथ राजनीति के क्षेत्र में सक्रिय होनेवाले नए व पुराने स्थानीय नेताओं को विश्वास में लेकर आगामी चुनाव की दृष्टि से प्रमुख राजनीतिक दलों के जिलास्तरिय व तहसीलस्तरिय नेताओं द्वारा आगे की रणनीति तय की जा रही है. साथ ही हर पहलु पर विचार-विमर्श करते हुए नए व पुराने चेहरों के बीच समन्वय साधकर आगे बढा जा रहा है, ताकि दोनों पक्षों के बीच संतुलन रखा जा सके.





