महामंडल, मंडल पर नियुक्तियों पर इच्छुकों को करना होगा इंतजार

स्थानीय निकाय चुनाव में होगी परीक्षा

* योगदान के आधार पर भाजपा इच्छुकों के नामों पर करेगी विचार
नागपुर/ दि. 29 – राज्य के महामंडल व मंडल सहित विविध संस्थाओं में नियुक्तियों को लेकर इच्छुकों को इंतजार करना पडेगा. इन पदों के इच्छुकों की स्थानीय निकाय चुनाव में परीक्षा होगी. चुनाव में योगदान के आधार पर भाजपा इच्छुकों के नामों पर विचार करेगी. सोमवार को सेवाग्राम मेें हुई भाजपा की विदर्भ विभागीय बैठक में यह स्पष्ट कह दिया गया है कि महामंडल सहित अन्य संस्थाओं में नियुक्तियां स्थानीय निकाय चुनाव के बाद ही होगी.
बावनकुले की भूमिका खास : विदर्भ स्तर पर भाजपा की चुनाव तैयारी का जो नियोजन चल रहा है. उसमें राजस्व मंत्री व भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले की भूमिका सबसे अधिक महत्वपूर्ण रह सकती है. सेवाग्राम की बैठक में बावनकुले पूरे समय तक रहे. संकेत यहां तक मिले कि प्रदेशाध्यक्ष रविन्द्र चव्हाण को भी चुनाव तैयारी के मामले मेें निर्णय के लिए बावनकुले से सुझाव लेने पडेंगे. बैठक में बावनकुले ने कहा कि निकाय चुनाव के बाद 762 विविध पद पर व 140 मंडल के पद भरे जायेंगे. पिछले कुछ समय से महायुति में मांग की जाती रही है कि निकाय चुनाव की तैयारी के तहत महामंडलों की नियुक्तियां जल्द की जाए. विशेषकर सहयोगी दल शिवसेना शिंदे व राकांपा अजीत पवार के कार्यकर्ताओं का कहना है कि महामंडल पदाधिकारी के तौर पर सत्ता का पद मिलने से निकाय चुनाव में कार्य करने में सहायता व ताकत मिलेगी. महामंडल अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व सदस्य पद सीधे सत्ता से संबंधित है.
यह तर्क दिया जा रहा है : लंबे समय से इन पदों के रिक्त रहने से इच्छुको में न केवल असंतोष है बल्कि सरकार की आलोचना भी हो रही है. 2023 व 2024 की नियुक्तियां चुनावी साबित हुई है. जिन्हें महामंडल की जिम्मेदारी दी गई थी. उनमें से कई को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है. इनमें विदर्भ से अशोक उईके, आशीष जयस्वाल का समावेश है. पिछले दिनों महामंडलों में नियुक्तियों को लेकर महायुति के समन्वयक समिति की बैठक हुई. तय किया गया कि भाजपा को 44, शिवसेना शिंदे को 33 व राकांपा अजीत पवार को 23 प्रतिशत पद दिए जायेंगे. अब इन नियुक्तियों को लंबित रखा जा रहा है. दावा यह भी है कि मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने भले ही कहा है कि निकाय चुनाव महायुति मिलकर लडेंगी. लेकिन भाजपा ने विदर्भ में अकेले बल पर ही चुनाव लडने की तैयारी कर रखी है.

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