‘उन’ दोनों रिश्वतखोरों को 3 तक पीसीआर
50 हजार की रिश्वत लेते धरे गए थे दोनों लोग

* भूमि अभिलेख उपअधिक्षक नेमाडे व भूमापक गोले की हुई थी गिरफ्तारी
* एसीबी ने जाल बिछाकर लिया था हिरासत में, गाडगे नगर थाने में हुआ था मामला दर्ज
अमरावती/दि.1 – गत रोज स्थानीय भूमि अभिलेख कार्यालय के उपाधिक्षक अनिल पांडुरंग नेमाडे (55) व नगर परिक्षण भूमापक चंद्रशेखर पुंडलिक गोले (43) को भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग के दल ने भूमि अभिलेख उपाधिक्षक के कार्यालय में ही एक व्यक्ति से 50 हजार रुपयों की रिश्वत स्वीकार करते हुए रंगेहाथ धर दबोचा था. जिसके बाद दोनों के खिलाफ गाडगे नगर पुलिस थाने में अपराधिक मामला दर्ज करते हुए आज दोनों रिश्वतखोरों को स्थानीय अदालत में पेश किया गया. जहां से प्रथम जिला व सत्र न्यायाधीश वाघमारे ने दोनों आरोपियों को 3 अगस्त तक पुलिस कस्टडी रिमांड में रखने का आदेश जारी किया.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग की पुलिस उपाधिक्षक योगिता ठाकरे ने सरकारी वकील के मार्फत अदालत में युक्तिवाद प्रस्तुत किया कि, इन दोनों आरोपियों की प्राकृतिक आवाज का सैम्पल जांच हेतु लेना है. इन आरोपियों ने भ्रष्टाचार के जरिए कमाए गए पैसों से इससे पहले कहीं कोई बेनामी संपत्ति खरीदी है अथवा नहीं तथा किसी बैंक जैसे वित्तिय संस्था में संपत्ति या संपत्ति के दस्तावेज गिरवी रखे है अथवा नहीं, इसकी भी जांच करनी है. इसके अलावा पकडे गए आरोपियों के मोबाइल फोन को जब्त किया गया है. जिसका निरीक्षण पंचनामा आरोपियों के समक्ष करना बाकी है. ऐसे में आरोेपियों को चार दिन के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड में दिया जाए. इस समय दोनों पक्षों का युक्तिवाद सुनने के बाद अदालत ने दोनों आरोपियों को चार दिन की बजाए तीन दिन पुलिस कस्टडी रिमांड में रखने का आदेश जारी किया.
बता दें कि, स्थानीय जिलाधीश कार्यालय के ठीक पीछे स्थित भूमि अभिलेख कार्यालय में गत रोज दोपहर भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग ने बडा ट्रैप सफल किया. जब अनिल पांडुरंग नेमाडे नामक एक अधिकारी और चंद्रशेखर पुंडलिक गोले नामक क्लर्क को 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकडा था. एसीबी द्वारा इस कार्रवाई के इस बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि शिकायतकर्ता व्यक्ति के विदेश निवासी बेटे का कैम्प परिसर स्थित नवजीवन कॉलोनी में घर है. जिसने शिकायतकर्ता के नाम पर घर का मुख्तियार पत्र लिखकर दिया था. ऐसे में शिकायतकर्ता ने घर के फेरफार में बदलाव करने हेतु भूमि अभिलेख उपाधिक्षक कार्यालय में अपील की थी. परंतु नया फेरफार करने हेतु भूमि अभिलेख उपाधिक्षक अनिल नेमाडे व नगर परिक्षण भूमापक चंद्रशेखर गोले ने शिकायतकर्ता से 1 लाख 25 हजार रुपए की रिश्वत मांगी. जिसके बाद यह मामला 50 हजार रुपए में सेटल करने की तैयारी दर्शायी. ऐसे में शिकायतकर्ता ने इसकी जानकारी भ्रष्टाचार प्रतिबंधक ब्युरो को दे दी. जिसके चलते एसीबी के दल ने 30 जुलाई को मामले की पडताल करते हुए 31 जुलाई को भूमि अभिलेख कार्यालय में अपना जाल बिछाया और उपाधिक्षक नेमाडे व भूमापक गोले को 50 हजार रुपए की रिश्वत स्वीकारते हुए रंगेहाथ धर दबोचा. जिसके बाद दोनों आरोपियों के खिलाफ गाडगे नगर पुलिस थाने में अपराधिक मामला दर्ज किया गया. पश्चात आज दोनों आरोपियों को स्थानीय अदालत में पेश करते हुए उन्हें तीन दिन के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड में लिया गया.





