विवाह इच्छुकों को अब कुछ समय तक करनी होगी प्रतीक्षा

लग्न के लिए ग्रहों का अंतरपाट’ अब सीधे फरवरी में

* दो महीने का ब्रेक, शादी की तैयारियां रुक गईं
अमरावती/दि.20 शुक्र के अस्त होने के दौरान लोग शुभ कार्यों से परहेज करते हैं. शास्त्रों के अनुसार, ऐसा करना उचित है. पंचांग के अनुसार, विवाहइच्छुकों को कुछ समय तक प्रतीक्षा करनी होगी. शुक्र के अस्त होने की अवधि 14 दिसंबर 2025 से 29 जनवरी 2026 तक है. अब विवाह के लिए पहला शुभ समय सीधे 6 फरवरी को है.
नवंबर 2025 से जुलाई 2026 तक विवाह के लिए सामान्य से कम शुभ समय केवल 49 हैं. शुक्र ग्रह विवाह का मुख्य ग्रह है. शुक्र के अस्त होने के दौरान विवाह करना अशुभ माना जाता है. हाल के वर्षों में, कई लोग अपनी सुविधानुसार विवाह समारोह आयोजित कर रहे हैं.
* अब विवाह मुहूर्त सीधे फरवरी में…
पहला विवाह शुभ मुहूर्त 6 फरवरी 2026 को है. इसके बाद जुलाई के मध्य तक विवाह के शुभ मुहूर्त रहेंगे. तुलसी विवाह के बाद नवंबर और दिसंबर में आठ विवाह शुभ मुहूर्त थे. अब सभी विवाह की भागदौड फरवरी महीने में ही देखने को मिलेंगी.
* शुक्र ग्रह 14 दिसंबर से अस्त हो जाएगा…
चूंकि 14 दिसंबर 2025 से 29 जनवरी 2026 तक शुक्र अष्टकाल है, इसलिए इस दौरान विवाह के लिए कोई शुभ समय नहीं है. अधिकांश लोग इस दौरान शुभ कार्यों से परहेज करते हैं. विवाह का शुभ समय सीधे फरवरी 2026 से शुरू होगा.
* दिसंबर-जनवरी महीनों में गौण काल विवाह तिथि
वैसे तो कोई विशेष मुहूर्त नहीं होता, लेकिन कुछ विशेष परिस्थितियों में, अल्पकाल की तिथियों पर भी विवाह संपन्न होते हैं. हालांकि, ऐसे विवाह अपवाद माने जाते हैं. इस दौरान बहुत कम विवाह होते हैं.
* गौण काल में कौन कर सकते है विवाह?
पंचांग के अनुसार, विधवा होने पर, पुनर्विवाह होने पर या किसी अत्यावश्यक सामाजिक कारण से विवाह गौणकाल में संपन्न किए जाते हैं. कुछ लोग विवाह के शुभ मुहूर्त को देखे बिना अपनी सुविधानुसार विवाह कर रहे हैं.

शास्त्रों के अनुसार शुक्र के घटते चरण में विवाह टालना शास्त्रसंमत है. उपवर युवक-युवतियों के परिजनों को कुछ समय प्रतीक्षा करनी होगी. विवाह का शुभ समय फरवरी 2026 से शुरू होकर जुलाई तक रहेगा. शुक्र अस्त काल में विवाह टालना चाहिए.
-श्रीकांत राहाटगांवकर, पंचांग के अभ्यासक

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