हजारों जोडी नम आंखों ने विदर्भ के राजा को दी बिदाई

‘अगले बरस तू जल्दी आ’ की गुहार लगाते हुए किया गया विसर्जन

* मोसीकॉल कारखाने स्थित विशालकाय कुएं में की गई भव्य मूर्ति विसर्जित
* विसर्जन से पहले राजकमल चौक पर हुई भव्य महाआरती
* शहर के कई दिग्गजों सहित खासो-आम की रही उपस्थिति
* झमाझम बारिश के बावजूद भक्तों का उत्साह रहा चरम पर
* शहर में जगह-जगह विसर्जन यात्रा का हुआ शानदार स्वागत
* विभिन्न चौक-चौराहों पर सैकडों क्विंटल प्रसाद वितरित
* दर्जनों ढोल-ताशा व बैंड पथकों सहित आकर्षक झांकियों का रहा शोभायात्रा में समावेश
* विसर्जन के साथ विदर्भ के राजा निजधाम की यात्रा पर हुए रवाना
अमरावती / दि. 12 – स्थानीय खापर्डे बगीचा परिसर स्थित न्यू आजाद गणेश मंडल द्वारा महलनुमा पंडाल में विदर्भ के राजा के तौर पर स्थापित भगवान श्री गणेश की विशालकाय प्रतिमा को विसर्जित करने हेतु कल 11 सितंबर को दोपहर करीब 4 बजे के आसपास भव्य विसर्जन शोभायात्रा का आयोजन किया गया. विदर्भ के राजा की यह शाही विसर्जन यात्रा खापर्डे बगीचा से निकलकर शहर के विभिन्न चौक-चौराहों से होकर गुजरते हुए आधी रात के आसपास विलास नगर के पास स्थित मोसीकॉल कारखाना परिसर पहुंची. जहां पर स्थित विशालकाय कुएं में विदर्भ के राजा की करीब 21 फीट उंची भव्य प्रतिमा को क्रेन की सहायता से विसर्जित किया गया. इस समय हजारों जोडी नम आंखों ने अपने लाडले बाप्पा को ‘अगले बरस तू जल्दी आ’ की गुहार लगाते हुए बिदाई दी. वहीं इस विसर्जन से पहले विदर्भ के राजा की राजकमल चौराहे पर प्रतिवर्षानुसार भव्य-दिव्य अगवानी करते हुए महाआरती की गई. जहां पर सभी भाविकों को प्रसाद भी वितरित किया गया. इसके अलावा इस शोभायात्रा के मार्ग पर जगह-जगह विविन्न सामाजिक संगठनों द्वारा अल्पाहार एवं शीतपेयों का वितरण की व्यवस्था की गई थी. साथ ही विभिन्न चौक-चौराहों पर विदर्भ के राजा की शाही सवारी का जल्लोषपूर्ण स्वागत भी हुआ. इसके अलावा लोगबाग विदर्भ के राजा की एक झलक पाने हेतु शोभायात्रा के आगमन की कई-कई घंटों तक प्रतीक्षा करते खडे रहे.
बता दें कि, गत रोज खापर्डे बगीचा परिसर स्थित न्यू आझाद गणेशोत्सव 2025 के अध्यक्ष व दैनिक अमरावती मंडल के संपादक अनिल अग्रवाल तथा न्यू आझाद गणेशोत्सव मंडल के अध्यक्ष व पूर्व पार्षद दिनेश बूब व उनकी धर्मपत्नी द्वारा विदर्भ के राजा की महाआरती की गई. इस अवसर पर शहर पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया, शहर पुलिस उपायुक्त गणेश शिंदे, पूर्व महापौर विलास इंगोले, कांग्रेस के शहराध्यक्ष बबलू शेखावत व कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष भैया पवार बतौर प्रमुख अतिथि उपस्थित थे. जिन्होंने इस महाआरती में हिस्सा लिया. इसके साथ ही इस समय न्यू आझाद गणेशोत्सव मंडल का पंडाल विदर्भ के राजा के भक्तों से खचाखच भरा हुआ था. जिनमें शहर के अनेकों गणमान्य नागरिकों सहित महिलाओं व पुरुषों एवं आबालवृद्धों का समावेश था. इन सभी ने महाआरती में हिस्सा लेने के साथ ही भारी अंत:करण व नम आंखों के साथ अपने लाडले बाप्पा को निजधाम जाने हेतु बिदाई दी. पश्चात विदर्भ के राजा के तौर पर स्थापित भगवान श्री गणेश की करीब 21 फीट उंची भव्य प्रतिमा को विशेष रुप से तैयार की गई ट्रॉली पर रखकर पंडाल से बाहर लाया गया. इस समय उत्सव समिति अध्यक्ष अनिल अग्रवाल व मंडल अध्यक्ष दिनेश बूब की उपस्थिति में विदर्भ के राजा के शाही रथ को खींचा गया और ढोल-ताशे व नगाडों की थाप के बीच विदर्भ के राजा का विसर्जन जुलूस प्रारंभ हुआ.
इस शोभायात्रा में मंडल के पदाधिकारियों के साथ ही डॉ. राजेश बूब, होटल न्यू ईगल के संचालक बिट्टू सलूजा, गोपाल भूत, शाकाल तिवारी, राजेश शर्मा, अमित उर्फ बब्बू मोतीवाला, अभिषेक खंडेलवाल, श्रीमती पुष्पादेवी बूब, मोना जोशी, शीतल धूत, अंबिका गुप्ता, अश्विनी भिसे, जान्हवी मोतीवाला, सारिका वानखडे, कल्पना लोखंडे, प्रतिभा बोपशेट्टी, जया डवरे, चंद्रप्रभा बूब, ममता बूब, पद्मा कासट, शोभा मुंधडा, नीलम चव्हाण व रश्मि मुनोत सहित बडी संख्या में विदर्भ के राजा के प्रति श्रद्धा रखनेवाले भाविक श्रद्धालू उपस्थित थे.

* अपने पिता व खास दोस्त को नहीं भूले दिनेश बूब
प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी न्यू आझाद गणेशोत्सव मंडल के मुख्य संरक्षक दिनेश बूब ने अपने दिवंगत पिता डॉ. गणेश बूब व परम मित्र स्व. सोमेश्वर पुसतकर की स्मृतियों को विदर्भ के राजा की विसर्जन शोभायात्रा के निमित्त ताजा करते हुए दोनों को अनूठे ढंग से श्रद्धांजलि दी. जिसके तहत स्व. डॉ. गणेश बूब व स्व. सोमेश्वर पुसतकर की प्रतिमाएं भी विदर्भ के राजा के विसर्जन जुलूस में झांकी के तौर पर शामिल की गई थी. जिन्हें देखकर कई लोगों के दिलों में इन दोनों दिवंगतों के साथ जुडी पुरानी यादे ताजा हो गई. विशेष उल्लेखनीय है कि, इन दोनों दिवंगतों द्वारा अपने जीवनकाल के दौरान किए गए कार्यों व सामाजिक क्षेत्र में दिए गए योगदान की यादों को जीवित रखने हेतु न्यू आझाद मंडल के मुख्य संरक्षक दिनेश बूब द्वारा उनकी प्रतिमाओं को विदर्भ के राजा के विसर्जन जुलूस में शामिल किया जाता है. इसके अलावा इस वर्ष की शोभायात्रा में छत्रपति शिवाजी महाराज, विदर्भ की कुलस्वामिनी अंबा देवी व एकवीरा देवी तथा गौवंश संरक्षण की झांकियों सहित विभिन्न झांकियों का समावेश किया गया था.

* पेयजल वितरण एवं कचरा सफाई हेतु विशेष प्रबंध
विदर्भ के राजा की विसर्जन यात्रा के दौरान अमरावती शहरवासियों को कहीं पर भी किसी भी तरह की समस्या अथवा दिक्कत का सामना न करना पडे, इस बात को ध्यान में रखते हुए न्यू आझाद गणेशोत्सव मंडल द्वारा विशेष व्यवस्थाएं की गई थी. जिसके तहत यात्रा मार्ग पर जगह-जगह पीने के पानी हेतु कटला रिक्शा पर ठंडे पानी की कैन रखी गई थी. साथ ही शोभायात्रा के अंत में मनपा के एक कचरा गाडी भी चल रही थी. जिसमें शोभायात्रा के दौरान पीछे छुटे कचरे को संकलित करते हुए सडक की तुरंत ही साफसफाई की जा रही थी. इसके अलावा जगह-जगह पर पुलिस कर्मचारी एवं होमगार्ड की नियुक्ति भी की गई थी. जो शोभायात्रा में शामिल भीड को नियंत्रित करने के साथ ही यातायात को भी नियंत्रित करने का काम कर रहे थे.
* जगह-जगह भक्तों में हुआ कई क्विंटल प्रसाद का वितरण
प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी न्यू आझाद गणेशोत्सव मंडल की बिदाई यात्रा के मार्ग में आनेवाले विभिन्न चौक-चौराहों पर व्यापारी मित्रों व नागरिकों ने अपनी ओर से विसर्जन यात्रा में शामिल भक्तों की जमकर सेवा की और विदर्भ के राजा का आशीर्वाद भी प्राप्त किया. जिसके तहत मालवीय चौक से जयस्तंभ मार्ग पर खादिम शोरुम के सामने रवि जयंतीलाल आडतिया ने भक्तों में करीब दो क्विंटल मसाला चावल का वितरण किया. वहीं जयस्तंभ चौक पर श्रीवासी सेवा ग्रुप व छप्पन भोग रेस्टॉरेंट द्वारा डेढ क्विंटल मसाला खिचडी वितरित की गई. इसके अलावा श्याम चौक एवं राजकमल चौक पर भी विभिन्न संगठनों द्वारा विदर्भ के राजा की यात्रा में शामिल भक्तों में विभिन्न तरह के प्रसादों का वितरण किया गया.
* बिट्टू सलूजा मित्र मंडल ने बांटी ढाई क्विंटल खिचडी
गत रोज विदर्भ के राजा की विसर्जन यात्रा के दौरान जयस्तंभ चौक पर न्यू ईगल रेस्टॉरेंट व विरसा होटल के संचालक रविंद्रसिंह उर्फ बिट्टू सलूजा एवं मित्र मंडल द्वारा करीब ढाई क्विंटल यानि 250 किलो खिचडी का वितरण किया गया. जिसका सभी संगत व भक्तगणों ने लाभ लिया. इस समय सेवादार के तौर पर रविंद्रसिंह उर्फ बिट्टू सलूजा, डॉ. नवनीतसिंह सलूजा, नमनदिपसिंह सलूजा, सतपालसिंह बग्गा, राजेंद्रसिंह सलूजा (कालू वीरजी), दिनेश सचदेव, योगेश राजपूत, रबजीतसिंह सेठी, वकीलसिंह, राजेंद्रसिंह उर्फ राज छाबडा आदि ने बाप्पा के भक्तों को अपनी सेवा प्रदान की.

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