दिन में बड़े भाई को दी धमकी, शाम होते ही छोटे का कत्ल
मुरादाबाद में भाजपा नेता के भतीजे की हत्या

मुरादाबाद/दि.22- मुरादाबाद शहर के कटघर बीच छोटा छत्ता मोहल्ले में मंगलवार की शाम सात बजे घर के बाहर गाली गलौज करने के विरोध में बारहवीं के छात्र ठाकुर विनायक सिंह (17) की पड़ोसियों ने चाकू से हमलाकर हत्या कर दी. छात्र के चाचा अनुराग सिंह भाजपा के पूर्व क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी हैं. पुलिस हत्यारोपियों की तलाश में जुट गई है. पवन कुमार सिंह का बेटा विनायक सिंह डिप्टी जगन्नाथ सिंह सरस्वती शिशु मंदिर में 12वीं का छात्र था.
बताया जा रहा है कि मंगलवार शाम करीब सात बजे अपने घर के पास ही खड़ा था. इसी दौरान वहां पड़ोस में रहने वाले मनोज शर्मा का बेटा फूले कौशिक आ गया और वह नशे की हालत में गाली गलौज करने लगा. विनायक ने इसका विरोध किया और वहां से चले जाने को कहा. इसी दौरान फूले विनायक से भिड़ गया. शोर शराबा होने पर फूले का भाई आनंद कौशिक, पिता मनोज और चाचा अनिल कौशिक भी आए गए. आरोप है कि उन्होंने छात्र की पिटाई कर दी. इस दौरान आरोपियों ने उसके पेट में चाकू से हमला कर दिया जिसमें वह लहूलुहान होकर वहीं गिर गया.
इस घटना की जानकारी मिलने पर विनायक के परिजन घर से बाहर आए तो आरोपी मौके से भाग गए. परिजन घायल विनायक को लेकर कॉसमॉस अस्पताल पहुंचे. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लगा दी गई हैं. कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया गया है. उनसे पूछताछ की जा रही है.
मुरादाबाद में चाकू से हमला कर भाजपा नेता अनुराग सिंह के भतीजे विनायक को मौत के घाट उतारने वाले आरोपी फूले ने मंगलवार दोपहर भी मोहल्ले में हंगामा किया था. बाइक टकराने के विवाद में आरोपी ने विनायक के बड़े भाई अभिषेक सिंह को जान से मारने की धमकी दी थी. शाम होते ही फूले ने फिर से नशे में हंगामा किया और विनायक की हत्या कर दी. इस हत्याकांड में आरोपी के पिता, चाचा और भाई भी शामिल रहे. विनायक सिंह के बड़े भाई अभिषेक सिंह ने बताया कि मंगलवार दोपहर फूले नशे की हालत में घूम रहा था. उसकी बाइक से टकराने से वह बाल-बाल बच गया था. इसी बात को लेकर फूले ने उसके साथ गाली गलौज की और विरोध करने पर जान से मारने की धमकी देने लगा. उसने देखने की धमकी भी दी थी. उस वक्त तो लोगों ने बीचबचाव कर मामला शांत करा दिया था लेकिन आरोपी धमकी देकर चला गया. शाम सात बजे फिर से आरोपी उनके मकान के बाहर आ गया और गाली गलौज करनी शुरू कर दी थी. उस वक्त विनायक घर के बाहर ही खड़ा था. उसने विरोध किया ने अपने परिजन बुला लिए. अभिषेक कहना है कि फूले और उसके परिजनों ने विनायक को घेर लिया. इसी दौरान अनिल शर्मा ने विनायक को पकड़ लिया और फूले ने पेट में चाकू से हमला कर दिया था. आरोपियों ने अभिषेक के साथ भी मारपीट की थी. इसके बाद आरोपी मौके से भाग गए.
विनायक के परिवार में पिता पवन सिंह, मां नीलम सिंह, अभिषेक सिंह और एक बहन आयुषी सिंह हैं. दिवाली पर विनायक ने भाई, पिता और चाचा अनुराग सिंह के साथ पटाखे जलाए थे और बहुत खुश था. मंगलवार की शाम भी वह पटाखे जलाने की तैयारी कर रहा था. उससे पहले ही आरोपियों ने उसे मौत के घाट उतार दिया.





