एक ही दिन में जिले की तीन किसानों ने की आत्महत्या

सिर पर बढते कर्ज के बोझ पर लगातार बढते खर्च से परेशान होकर दी जान

अमरावती /दि.29 – जिले में विगत 20-25 दिनों से लगातार बारिश हो रही है. जिसके चलते चहुंओर गीले अकाल वाली स्थिति बन गई है. कटाई के लिए तैयार फसलों के पानी में डूब जाने और खेतों की उपजाऊ मिट्टी के पानी में बह जाने जैसे हालात की वजह से किसानों में अच्छी-खासी चिंता की लहर भी देखी जा रही है और सालभर की मेहनत के पानी में बर्बाद हो जाने के चलते किसानों में निराशा भी फैल गई है. जिसके चलते विगत 24 घंटों के दौरान अमरावती जिले के अलग-अलग ग्रामीण क्षेत्रों से वास्ता रखनेवाले तीन किसानों ने आत्महत्या करते हुए अपनी जान दे दी है. इसकी वजह से पूरे जिले में अच्छा-खासा हडकंप व्याप्त है. जानकारी के मुताबिक अमरावती जिले के दर्यापुर व तिवसा तहसील क्षेत्रों में गत रोज किसान आत्महत्याओं की तीन घटनाएं घटित हुई.
* शिरजगांव में किसान ने जहर पीकर दी जान
जिले की तिवसा तहसील अंतर्गत शिरजगांव मोझरी में मोहन हनुमंत वाघ (45) नामक किसान ने सिर पर बढते कर्ज के बोझ से परेशान होकर आत्महत्या की. पता चला है कि, मोहन वाघ के पास कुल तीन एकड जमीन है. जिसमें डेढ एकर जमीन उनकी मां के नाम पर व डेढ एकर जमीन उनके नाम पर है. इसी खेतीबाडी से होनेवाली आय पर उनका पूरा परिवार निर्भर है. लेकिन विगत दो वर्षों से उनके खेत में फसले लगातार बर्बाद हो रही है. साथ ही पिछले महिने हुए बारिश के चलते नाले से सटे मोहन वाघ के खेत में पूरी तरह से पानी भर जाने की वजह से पूरी फसल बह गई थी. ऐसे में फसल बुआई हेतु पैसे उधार लेने के बाद मोहन वाघ पूरी तरह से कर्ज में डूब गया था. जिससे परेशान होकर शुक्रवार की शाम खेत में जाने की बात कहकर घर के निकले मोहन वाघ ने अपने खेत में पहुंचकर कीटनाशक को गटक लिया. यह बात ध्यान में आते ही ग्रामिणों ने मोहन वाघ को तुरंत सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन मोहन वाघ की इलाज के दौरान मौत हो गई.
* लेहगांव में किसान ने की आत्महत्या
दर्यापुर तहसील के लेहगांव में श्रीधर प्रल्हादराव कोल्हे नामक 50 वर्षीय अल्पभूधारक किसान द्वारा कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर लिए जाने का मामला सामने आया है. पता चला है कि, महज दो एकड की छोटी ज्योत वाली जमीन रखनेवाले श्रीधर कोल्हे के सिर पर बैंक के 50 हजार रुपए के कर्ज के साथ-साथ निजी साहूकारों का भी कर्ज था. जिसकी अदायगी का कोई रास्ता दिखाई नहीं देने के चलते परेशान होकर श्रीधर कोल्हे ने आत्मघाती कदम उठाया. श्रीधर कोल्हे के परिवार में उनकी बुजूर्ग मां, पत्नी तथा बेटा व बेटी है.
* फसल नष्ट होने से गटका जहर
दर्यापुर तहसील के खल्लार पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत बोराला गांव में पुरुषोत्तम सहदेवराव तायडे (45) नामक किसान ने अतिवृष्टि के चलते फसल नष्ट हो जाने से परेशान होकर जहर गटकते हुए आत्महत्या कर ली. पता चला है कि, पुरुषोत्तम तायडे पर मायक्रो फाइनांस कंपनी का कर्ज था. साथ ही हाल-फिलहाल हुई अतिवृष्टि के चलते फसल पूरी तरह बर्बाद हो जाने की वजह से पुरुषोत्तम तायडे काफी परेशान थे. तायडे के परिवार में पत्नी और तीन संताने है.

 

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