देवी विसर्जन के समय तीन बहे, दो की मौत, एक बचा
दारोडा गांव स्थित वणा नदी पर हुआ हादसा

* दशहरे वाले दिन गांव में फैली शोक की लहर
वर्धा /दि.4 – समीपस्थ हिंगणघाट तहसील अंतर्गत दारोडा गांव में दुर्गादेवी की मूर्ति का विसर्जन करते समय तीन युवक वणा नदी के पानी में बह गए. जिसमें से एक युवक को जैसे-तैसे बचा लिया गया. वहीं अन्य दो युवकों की मौत हो गई. जिनके शव शुक्रवार की सुबह बरामद किए जा सके. मृतकों की शिनाख्त हर्षल नत्थुजी चाफले (24) व विशाल मनोहर पोहाने (24) बताए गए है. साथ ही इस हादसे में भोजराज श्रावण मेश्राम नामक युवक को बचा लिया गया.
जानकारी के मुताबिक गुरुवार की शाम 5 बजे के आसपास दारोडा गांव में दुर्गादेवी की मूर्ति की विसर्जन यात्रा निकाली गई थी. जिसमें हर्षल चाफले, विशाल पोहाने व भोजराज मेश्राम नामक तीनों युवक भी शामिल हुए थे. जो देवी विसर्जन के समय वणा नदी के पानी में उतरे, लेकिन नदी में पानी की गहराई का अंदाजा नहीं होने के चलते उनका संतुलन बिगड गया और तीनों ही युवक पानी के तेज बहाव में बह गए. यह बात ध्यान में आते ही मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत ही दौडभाग करते हुए भोजराज मेश्राम को जैसे-तैसे बचा लिया. लेकिन तब तक अन्य दोनों युवक नदी के पानी में लापता हो चुके थे. जिसमें से एक का शव शुक्रवार की सुबह 10 बजे तथा दूसरे का शव दोपहर 1 बजे के आसपास बरामद हुआ.
उल्लेखनीय है कि, विशाल पोहाने अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था और उसके पिता मनोहर पोहाने ने कुछ वर्ष पहले फसलों की बर्बादी से तंग आकर जहर गटकते हुए आत्महत्या कर ली थी. जिसके बाद बेहद गरीब परिवार से वास्ता रखनेवाला विशाल पोहाने ही मेहनत मजदूरी करते हुए अपना तथा अपनी मां व बहन का भरणपोषण किया करता था. जिनका मजबूत आधार इस घटना के चलते चला गया. ऐन दशहरे वाले दिन घटित इस घटना के चलते पूरे गांव में शोक की लहर फैल गई थी. वहीं शुक्रवार को एक के बाद एक दोनों शव बरामद होने के बाद पोस्टमार्टम की प्रक्रिया के उपरांत दोनों शवों पर बेहद शोकाकुल वातावरण में अंतिम संस्कार किए गए. वडनेर पुलिस मामले की जांच कर रही है.





