‘उस’ पीएसआई सहित तीन पुलिस कर्मी निलंबित

कोर्ट पेशी पर गए कैदी को लॉज में ठहराना महंगा पडा

अमरावती /दि.24 – स्थानीय मध्यवर्ती कारागार से एक कैदी को नाशिक की अदालत में हाजिर करने हेतु ले जाने के बाद उसे नाशिक रोड स्थित एक लॉज में ठहराए जाने को लेकर पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया ने उस कैदी को नाशिक लेकर गए पुलिस उपनिरीक्षक मनोहर राठोड तथा पुलिस कांस्टेबल मुकेश यादव व सिद्धेश्वर गुट्टे को तुरंत निलंबित कर दिया.
बता दें कि, अमरावती के मध्यवर्ती कारागार में बंद रहनेवाले शेखर निकम नामक कैदी की 10 सितंबर को नाशिक के कोर्ट में पेशी थी. इसके चलते शेखर निकम को अपने साथ लेकर शहर पुलिस मुख्यालय के पीएसआई मनोहर राठोड तथा सिपाही मुकेश यादव व सिद्धेश्वर गुट्टे 9 सितंबर को नाशिक रवाना हुए थे, जो 10 सितंबर की सुबह नाशिक पहुंच गए थे. नियमानुसार जिस पुलिस थाने के कार्यक्षेत्र अंतर्गत अदालत आती है, उसी पुलिस थाने के लॉकअप में आरोपी को रखा जाना चाहिए था. परंतु इन तीनों पुलिसवालों ने ऐसा करने की बजाए शेखर निकम नामक कैदी को नाशिक रोड स्थित एक लॉज में ठहराया और वे तीनों भी उसी लॉज में रुके. जिसके लिए तीनों पुलिसवालों द्वारा उक्त आरोपी के साथ कुछ आर्थिक व्यवहार किए जाने का आरोप भी लगाया गया.
इसके बाद 16 सितंबर को नाशिक में सागर जाधव नामक युवक पर गोलीबारी हुई थी. जिसमें सागर जाधव बुरी तरह से घायल हुआ था. इस मामले की जांच में यह जानकारी सामने आई थी कि, इस हमले की प्लानिंग 10 सितंबर को नाशिक पहुंचकर वहां पर एक लॉज में रुके शेखर निकम ने अपने साथीदार जगदीश पाटिल के साथ मिलकर की थी और लॉज में लगे सीसीटीवी कैमरे के फूटेज से भी इस बात की पुष्टि हुई थी. साथ ही एक आरोपी को पुलिसवालों द्वारा लॉकअप में रखने की बजाए लॉज में ठहराए जाने का मामला उजागर हुआ था. यह बात सामने आते ही शहर पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया ने तत्काल प्रभाव से शेखर निकम को कोर्ट पेशी हेतु नाशिक लेकर गए तीनों पुलिसवालों को निलंबित कर दिया.

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