सातेगांव- मलकापुर शिवार में बाघ ने फैलाई दहशत
शनिवार को हुए दर्शन, रविवार को काले हिरण का किया शिकार

* नागरिकों ने पकडने की वन विभाग से की मांग
अंजनगांव सुर्जी/दि.8 – तहसील के सातेगांव और मलकापुर इलाकों में आठ दिनों से बाघ होने की चर्चा थी. शनिवार को किसानों और खेतिहर मजदूरों ने बाघ को प्रत्यक्ष रूप से देखा. हालांकि, वनरक्षकों ने जवाब दिया कि वे उसे शिकार करने देंगे और बाद में देखेंगे. रविवार को चिंचोली रेंज में बाघ ने एक काले हिरण का शिकार किया था. इसके बाद प्रशासन रेंज पहुंचा और कैमरे लगाए. किसानों ने बाघ को नियंत्रित करने की मांग की है.
अंजनगांव सुर्जी तहसील के सातेेगांव, मलकापुर बु. क्षेत्र में पिछले आठ-दस दिनों से एक बाघ के घूमने की चर्चा थी. 6 दिसंबर को 10 से 15 किसानों ने बाघ देखे जाने की सूचना दी. खेतों में जाते समय बड़े जानवर को देखने के बाद किसान और स्थानीय मजदूर घर लौट आए. जब कुछ और लोगों ने इसे देखा, तो सातेेगांव शिवार के किसान एकत्र हुए और स्थानीय वन रक्षक सुधीर हाटे के साथ परतवाडा वन विभाग से संपर्क करने की कोशिश की. 7 दिसंबर को वनोजा बाग से चिंचोली पगडंडी रोड पर एक बाघ को काले हिरण का शिकार करते देखा गया. पुलिस ने वन विभाग को सूचित किया. वन विभाग की टीम दोपहर तीन बजे वहां पहुंची. इस समय चिंचोली बुद्रुक के किसान, वनोजा, चिंचोली पुलिस पाटिल, उप-सरपंच, रहीमापुर पुलिस स्टेशन के सहायक पुलिस अधिकारी सहित अन्य लोग मौके पर पहुंच चुके थे.
* बाघ का कोई सबूत नहीं, कैमरे लगाए गए
घटनास्थल पर पहुंची वन विभाग की टीम ने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान उन्हें वाघ का कोई ठोस सबूत नहीं मिला है. इलाके में कैमरे लगा दिए गए हैं.
* वन रक्षकों के साथ मौखिक झड़प
6 दिसंबर को, किसान सनी शेलके ने वन रक्षक सुधीर हाते को बताया कि इलाके में एक बाघ है और उन्होंने बचाव दल भेजने की मांग की. हाते ने कहा, शिकार होने दो, फिर पता चलेगा कि बाघ है या नहीं. इस पर बहस छिड़ गई. आखिरकार, हाते ने झुककर कहा कि उनके पास गाड़ी नहीं है और पूछा कि क्या वे पैसे देंगे. उन्होंने कहा, शिकार होने दो, बाद में देखेंगे. रविवार को, हाते ने चिंचोली के सरपंच सागर खंडारे का मोबाइल फ़ोन रिसीव नहीं किया. वन परिक्षेत्र अधिकारी दिनेश वालके ने बताया कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है.





