विडंबना टालने के लिए लक्ष्मी की मूर्ति जोन कार्यालय में करें जमा
प्रदूषण टालने मनपा प्रशासन की पहल

अमरावती /दि.24 – दिवाली की पृष्ठभूमि पर हर घर में लक्ष्मी माता की मूर्ति की स्थापना की जाती है. दिवाली के बाद इन मूर्तियों का विसर्जन सार्वजनिक जलस्त्रोत कुएं, नदी, नाले, तालाब में होता रहता है. परिणाम स्वरुप पानी का प्रदूषण, पर्यावरम का असंतुलन तथा धार्मिक भावना आहत होने की संभावना रहती है. लक्ष्मी माता की मूर्ति की विडंबना टालने के लिए मनपा प्रशासन द्वारा पर्यावरणपूरक व सामाजिक द़ृष्टि से एक विशेष उपक्रम शुरू किया गया है. इस उपक्रम के तहत लक्ष्मी माता की मूर्ति के विसर्जन की बजाए शास्त्रशुद्ध व सम्मानपूर्वक देवी लक्ष्मी की मूर्ति मनपा द्वारा स्थापित की जाएगी.
दिवाली के बाद लक्ष्मी माता की मूर्ति नदी, नाले, तालाब अथवा सार्वजनिक कुएं में विसर्जित न करें, मूर्ति संबंधित जोन कार्यालय में सहायक आयुक्त के पास प्रत्यक्ष सुपुर्द करें. मूर्ति संकलन के लिए विशेष काऊंटर और समय जोन कार्यालय में निश्चित किया गया है. नागरिकों को उस समय पर ही मूर्ति सुपुर्द करने का आवाहन मनपा ने किया है. जोन नं. 1 रामपुरी कैंप में नंदकिशोर तिखिले 7030922889, जोन नं. 2 राजापेठ में भूषण पुसतकर 7030922880, जोन नं. 3 दस्तुरनगर में नितिन बोबडे 909658979, जोन नं. 4 बडनेरा में धनंजय शिंदे 7030922919 और जोन नं 5 भाजीबाजार में नंदकिशोर तिखिले 7030 922889 को सौंपे. पश्चात जोन कार्यालय द्वारा मूर्ति का विघटन शासत्रशुद्ध तरीके से किया जाएगा. मूर्ति के जैव और अजैव घटक का विभाजन के बाद दोबारा इस्तेमाल के घटको की पुनर्निर्मिती के लिए इस्तेमाल और अवशेष का पर्यावरणपूरक निस्तारण किया जाएगा, ऐसा मनपा ने स्पष्ट किया है.





