बच्चों को सदगुणी बनाने के लिए घर का माहौल सुधारना जरुरी
सैय्यदा फातेमातुज्जोहरा कांफ्रेंस में मौलाना अहमद नक्शबंदी ने कहा

* जलसा-ए-रिदा पोशी में 26 छात्राओं को प्रमाणपत्र वितरण
अमरावती/दि.3 – स्थानीय वलगांव रोड स्थित अबुबकर कॉलोनी में हजरत शाह सुफी बशीर अहेमद कादरी शत्तारी के उर्स के मौके पर स्थानीय जामिया आगाईया बशीरिया सुफिया लिलबनात (लडकियों के मदरसे) में दो दिवसीय सैय्यदा फातेमातुज्जोहरा कांफ्रेंस व जलसा-ए-रिदा पोशी (पदवी वितरण समारोह) कार्यक्रम में का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम में हैदराबाद से पधारे व विश्वप्रसिध्द कॉउंसलर मौलाना अहमद नक्शबंदी ने अपनी तकरीर में कहा कि, किसी भी बच्चे को अच्छा इंसान, सद्गुणी, अच्छे कर्मवाला, दयालु, भला आदमी सज्जन बनाने के लिए उसके घर का वातावरण बेहतर होना चाहिए. अगर घर का वातावरण खराब हो तो बच्चे भी वैसे ही निकलेगें. इसके लिए अपने घरों का वातावरण सुधारने की आवश्यकता है. दुसरे दिन के कार्यक्रम में अन्य वक्ता के रुप से हाफिज व कारी मो. अमीन रजवी (सुरत), मुफ्ती सज्जाद अहमद बरकाती (मुबंई), मौलाना तनवीर रजा व स्थानीय मुस्लिम धर्मगुरू भी उपस्थित थे. कार्यक्रम की सरपरस्ती अलहाज सुफी अब्दुल करीम खान ने कादरी ने की नात खां गाजी रजा की नात से कार्यक्रम की शुरूआत हुई.
* मदरसा व स्कूल की प्रशंसा
ज्ञात हो कि अलहाज सुफी अब्दुल करीम खान ने कादरी के मार्गदर्शन में जामिया आगाईया बशीरिया सुफिया लिलबनात (लडकियों के मदरसे) में लडकियों की शिक्षा के लिए काफी जोर दिया जाता है. यहां पर पढने वाली छोटी बच्चीयों को अरबी, उर्दू के साथ ही स्कूली शिक्षा भी प्रदान की जाती है. इस मदरसे में पढने वाली 26 छात्राओं को पढाई पूरी करने के बाद उन्हे पदवी-प्रमाण पत्र का वितरण किया गया. मदरसे की प्रशंसा करते हुए मौलाना अहमद नक्शबंदी ने कहा कि यह मदरसा शहर के लिए बहुत बडी बात है. इसमें अपनी बच्चियों को जरुर शिक्षा दिलानी चाहिए. मौलाना नक्शबंदी ने अपनी तकरीर में आगे कहा कि आज कल के मुस्लिम बच्चे नशाखोरी के साथ ही अपराधिक गतिविधियों में लिप्त होते जा रहे हैं. जो कि बडे ही अफसोस की बात है. अपने बच्चों को सही दिशा देने का काम मां-बाप का होता है.
* 16 घंटे काम करें मगर उच्चशिक्षा दिलाओ
मौलाना अहमद नक्शबंदी ने सीबीएसई पैटर्न में संस्था की ओर से शुरू होने वाली अल सुफी मॉर्डन स्कूल की भी खूब प्रशंसा करते हुए कहा कि यह स्कूल नई दिशा की ओर चलने का रास्ता दिखाई. अगर घर में अच्छी तालीम दी जाएगी, तो बच्चे भी अच्छे बनेगें. बच्चों के नेक व दयालु बनाने के लिए मां-बाप की तालीम व शिक्षा भी जरुरी है. अपनी तकरीर में उन्होंने कहा कि आज कल समाज में शिक्षा की कमी होती जा रही है. कुछ क्लास पढाने के बाद मां-बाप अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं दिला पाते. मगर आप भले ही 16 घंटे काम करो मगर अपने बच्चों को अच्छी और उच्च शिक्षा जरूर दिलाओ.
* 26 छात्राओं को प्रमाण पत्र वितरण
कार्यक्रम के दौरान 1 व 2 दिसंबर को सुबह 10 से 5 बजे तक चलने वाले महिलाओं के इज्तेमा के दौरान नागपुर व स्थानीय महिला आलेमा(धर्मगुरुओं) के हाथों से मदरसे में पढने वाली 26 बच्चीयों को प्रमाण पत्र का वितरण किया गया. जिसमें से एक बच्ची अनीसा फातेमा अनीस अहमद को मक्का-मदीना की यात्रा हेतु उमरा टिकट लकी ड्रा से दिया गया. कार्यक्रम में बडी संख्या में महिलाएं व छात्राओं के पालकवर्ग उपस्थित थे.
* बेटियों को उच्च शिक्षा के साथ अरबी शिक्षा जरूरी
कार्यक्रम ने मौजूद सूरत से आए हाफिज व कारी मो. अमीन रजवी ने मदरसा सुफीया अगाईया बशीरिया की तारीफ करते हुए कहा कि यह बेटियों की शिक्षा के लिए एक नींव कायम करेंगा. इस संस्था में स्कूली शिक्षा व मदरसे की शिक्षा से बेटियों का भविष्य संवरने की बात पर उन्होंने जोर दिया. उन्होंने बेटियों की उच्च शिक्षा को महत्व देने के साथ ही अरबी शिक्षा पर भी जोर दिया.
* हजारों ने लिया लंगर का लाभ
कार्यक्रम के अंत में सलातो सलाम पढकर देश में एकता-भाईचारे तथा प्रगति के लिए दुआ की गई. कार्यक्रम के बाद भव्य लंगर का आयोजन किया गया. जिसमें हजारों लोगों ने लाभ लिया. कार्यक्रम को सफल बनाने में खानकाहे सुफिया कादरीया व सुफी ग्रुप के सदस्यों ने अथक प्रयास किया.





