कल आयोग लेगा मनपा की चुनावी तैयारियों का जायजा
मतदान केंद्र व इवीएम की संख्या बढाने पर होगी चर्चा

– प्रारुप प्रभाग रचना पर भी किया जाएगा विचार-विमर्श
अमरावती/दि.10 – आज जिला प्रशासन के साथ चुनावी तैयारियों का जायजा लेने हेतु वीडियो कान्फ्रेंसींग करने के उपरांत अब राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा अमरावती महानगर पालिका के चुनाव हेतु मनपा प्रशासन द्वारा की जा रही तैयारियों का जायजा लेने हेतु कल 11 जुलाई को दोपहर 12 बजे मनपा आयुक्त सौम्या शर्मा चांडक के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसींग करते हुए ऑनलाइन बैठक की जाएगी. जिसे लेकर पता चला है कि, इस वीडियो कॉन्फ्रेंसींग में सबसे मेन एजेंडा अमरावती मनपा क्षेत्र अंतर्गत प्रभाग रचना, मतदान केंद्र व आवश्यक मतदान यंत्रों पर विचारविमर्श करने का रहेगा.
बता दें कि, वर्ष 2017 में हुए अमरावती मनपा के चुनाव हेतु 735 मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे. जहां पर 735 इलेक्ट्रॉनिक्स वोटिंग मशीन व वीवीपैट सहित बैलेट यूनिट लगाए गए थे. उस समय एक इवीएम पर करीब 800 मतदाताओं के वोट दर्ज करने की क्षमता तय की गई थी. चूंकि इस समय अमरावती मनपा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या बढकर लगभग 6 लाख 60 हजार हो गई है. जिसके चलते स्वाभाविक है कि, मतदान केंद्रों की संख्या को बढाने के साथ-साथ लगभग 200 इवीएम भी बढानी पडेगी. इसके साथ ही इस बात को लेकर भी उत्सुकता देखी जा रही है कि, मनपा चुनाव में किस मतदाता सूची का प्रयोग किया जाएगा. क्योंकि विधानसभा चुनाव हेतु केंद्रीय निर्वाचन आयोग द्वारा तैयार की गई मतदाता सूची को मनपा चुनाव के लिए राज्य निर्वाचन आयोग के सुपूर्द किया जाता है. जिसका राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा निकाय चुनाव में निर्वाचन क्षेत्र यानि प्रभागनिहाय विभाजन किया जाता है. चूंकि विधानसभा चुनाव के बाद भी मतदाता पंजीयन का काम जारी था. ऐसे में अब इसे लेकर उत्सुकता देखी जा रही है कि, मनपा चुनाव में विधानसभा चुनाव वाली या उसके बाद वाली मतदाता सूची में से किस सूची का अंतिम सूची के तौर पर प्रयोग किया जाता है.

कलेक्टर येरेकर के साथ निर्वाचन आयोग की ऑनलाइन बैठक
* निकाय चुनाव की तैयारियों का लिया जायजा
* वीडियो कॉन्फ्रेंसींग के जरिए कामों की हुई समीक्षा
वहीं इससे पहले जिला परिषद सहित पंचायत समिति, नगर पालिका व नगर पंचायत जैसे स्थानीय स्वायत्त संस्थाओं के आगामी चुनाव को लेकर प्रशासन की ओर से चल रही तैयारियों का जायजा लेने हेतु राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा आज अमरावती के जिलाधीश व मुख्य निर्वाचन अधिकारी आशीष येरेकर से वीडियो कॉन्फ्रेंसींग से जरिए ऑनलाइन बैठक करते हुए चर्चा की गई. जिसमें स्थानीय जिला प्रशासन द्वारा निर्वाचन आयोग के निर्देश पर स्थानीय निकायों के संभावित व प्रस्तावित चुनावों को लेकर अब तक किए गए कामों के बारे में विस्तार के साथ जानकारी हासिल की गई.
बता दें कि, इस समय स्थानीय स्वायत्त निकायों के चुनाव हेतु फिलहाल प्रभाग रचना का काम चल रहा है. जिसके बाद मतदाता सूची के कार्यक्रम व निर्वाचन कार्यक्रम की घोषणा होने की संभावना है. इसके मद्देनजर जिला प्रशासन द्वारा मतदाता सूची, मतदान केंद्र, मतदान जनजागृति, इवीएम, मतगणना केंद्र तथा चुनाव हेतु आवश्यक मनुष्यबल आदि को लेकर प्राथमिक तैयारी शुरु कर दी गई है. इन सभी कामों को लेकर आज 10 जुलाई को राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा वीडियो कॉन्फरंसिंग के जरिए समीक्षा की गई.
ज्ञात रहे कि, तीन साल की लंबी प्रतीक्षा के बाद अमरावती महानगर पालिका व जिला परिषद सहित जिले की 14 पंचायत समितियों, 10 नगर परिषदों व 2 नगर पंचायतों के आम चुनाव होने जा रहे है. जिसके चलते सभी निकायों में फिलहाल प्रभाग रचना की तैयारी शुरु है. जिसके बाद सभी स्वायत्त निकायों में मतदाता सूची का कार्यक्रम घोषित किया जाएगा. साथ अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित होते ही चुनावी बिगुल बजेगा. जिसके चलते जिला निर्वाचन विभाग द्वारा चुनावों को लेकर अपनी प्राथमिक तैयारी शुरु कर दी गई है. जिसके तहत जिला परिषद के गट, पंचायत समितियों के गण तथा महानगर पालिका, नगर पालिका व नगर पंचायत के प्रभाग, सदस्य संख्या, आरक्षण के ड्रॉ, मतदान केंद्र निश्चिती, त्रुटी रहित मतदाता सूची, आवश्यक मनुष्यबल, इवीएम की प्राथमिक स्तर पर जांच, उपलब्ध इवीएम व मास्टर ट्रेनर आदि की तैयारी प्रशासन द्वारा की जा रही है. इन सभी पूर्व तैयारियों का आज 10 जुलाई को राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा वीडियो कॉन्फरंसिंग के जरिए जायजा लिया गया.
* आखिर कब होंगे चुनाव?
इसके साथ ही स्थानीय स्वायत्त निकायों के चुनाव होने को लेकर भी राजनीतिक दलों व चुनाव लडने के इच्छुकों सहित आम नागरिकों में अच्छी-खासी उत्सुकता देखी जा रही है. राज्य में 29 महानगर पालिका, 32 जिला परिषद, 248 नगर पालिका व 42 नगर पंचायतों के चुनाव विगत करीब तीन-चार वर्षों से प्रलंबित है. इन सभी स्थानीय निकाय क्षेत्रों में प्रभाग रचना का प्रारुप तैयार करने के लिए ही अक्तूबर माह तक समय दिया गया है. जिसके बाद प्रारुप प्रभाग रचना को लेकर प्राप्त आपत्तियों व आक्षेपों पर सुनवाई के उपरांत अंतिम प्रभाग रचना घोषित होगी. इसके पश्चात मतदाता सूचीयों को प्रभागनिहाय विभाजित किया जाएगा. जाहीर है कि, यही प्रक्रिया पूरी होते-होते नवंबर माह आ चुका रहेगा. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि, चुनावी तैयारियों में लगनेवाले समय को देखते हुए नवंबर-दिसंबर की बजाए अब सीधे वर्ष 2026 में जनवरी या फरवरी माह के दौरान स्थानीय स्वायत्त निकायों के चुनाव हो सकते है.
* तीन चरणों में चुनाव होने की उम्मीद
राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक महाराष्ट्र में स्थानीय स्वायत्त निकायों के चुनाव तीन चरणों में कराए जा सकते है. इसके तहत पहले चरण में उत्तर व दक्षिण महाराष्ट्र, दूसरे चरण में विदर्भ, पश्चिम महाराष्ट्र व मराठवाडा तथा तीसरे चरण में मुंबई, ठाणे व कोंकण क्षेत्र के स्थानीय स्वायत्त निकायों के चुनाव करवाए जा सकते है.





