जिला बैंक में व्यक्तिगत सदस्य पंजीयन की जबर्दस्त अफवाह
वार्षिक आमसभा में प्रस्ताव लाए जाने की खबर जमकर फैली
* बैंक की विभिन्न शाखाओं में ड्रॉफ्ट जमा कराने उमडी भीड
* बैंक प्रशासन ने ऐसी खबर को किया सिरे से खारिज
* अफवाह को बताया कुछ लोगों की शरारतपूर्ण साजिश
अमरावती/दि.29 – आगामी 30 सितंबर को होने जा रही जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक की विशेष आमसभा में बैंक में व्यक्तिगत सदस्य बनाए जाने हेतु नई पंजीयन प्रक्रिया शुरु करने का प्रस्ताव पारित किया जाएगा. ऐसी खबर विगत 2-3 दिनों से जिले के तहसील एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जमकर फैली थी. जिसके चलते सहकार क्षेत्र से वास्ता रखने वाले किसानों द्बारा जिला बैंक की विभिन्न शाखाओं में 1050 रुपए का ड्रॉफ्ट जमा कराने हेतु जबर्दस्त भीडभाड की जा रही थी, ताकि उन्हें भी बैंक का व्यक्तिगत सदस्य बनने का मौका मिले. इस खबर के सामने आते ही बैंक के अध्यक्ष व विधायक बच्चू कडू तथा बैंक प्रशासन की ओर से स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा गया है कि, इस तरह का कोई भी प्रस्ताव फिलहाल विचाराधीन नहीं है और इससे संबंधित खबर पूरी तरह से अफवाह है. जिस पर भरोसा नहीं किया जाना चाहिए. साथ ही बैंक के अध्यक्ष व विधायक बच्चू कडू ने इस खबर को अपने विरोधियों की सुनियोजित साजिश बताते हुए कहा कि, कुछ लोग अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए किसानों को जानबूझकर दिग्भ्रमित कर रहे है और किसानों को ड्रॉफ्ट जमा करने हेतु उकसाकर बैंक की शाखाओं में भेज रहे है. अत: किसानों ने ऐसे लोगों की बातों मेें न आते हुए अपना समय नष्ट नहीं करना चाहिए.
बता दें कि, विगत 27 सितंबर का यह खबर सामने आयी थी कि, जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक में व्यक्तिगत सभासद के पंजीयन का काम शुरु किया जाना है. जिसके लिए बैंक की शाखाओं में सभासद बनने के इच्छूकों से 1 हजार 50 रुपए का ड्रॉफ्ट जमा कराया जा रहा है. यह जानकारी सामने आते ही सहकार क्षेत्र से वास्ता रखने वाले किसान अपने सारे काम-धाम छोडकर जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक की शाखाओं में पहुंचने लगे. ताकि वे भी सदस्य बनने हेतु बैंक में अपना ड्रॉफ्ट जमा करा सके. बैंक की विभिन्न शाखाओं में किसानों की अकस्मात उमडने वाली इस भीड को देखते हुए बैंक के अधिकारी व कर्मचारी भी काफी हद तक हैरान-परेशान हो गए और पूरा माजरा समझ में आते ही बैंक प्रबंधन की ओर से अपनी सभी शाखाओं के सुचना फलक पर स्पष्टिकरण जारी करते हुए बताया गया कि, आगामी 30 सितंबर की आमसभा में इस तरह का कोई प्रस्ताव नहीं लाया जाने वाला है. अत: किसानों द्बारा ऐसी किसी भी खबर पर भरोसा न किया जाए.
* क्या था खबर का आधार
उल्लेखनीय है कि, जिला बैंक की व्यक्तिगत सदस्यता नये लोगों को देने हेतु बैंक को अपनी उपविधि में संशोधन करना पडता है. जिसके लिए प्रमुख तौर पर आमसभा की मान्यता चाहिए होती है. ऐसे मेें 30 सितंबर को होनेे वाली आमसभा में बैंक के नवनिर्वाचित अध्यक्ष व विधायक बच्चू कडू भविष्य के राजनीतिक दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए इस तरह का प्रस्ताव ला सकते है. ऐसी चर्चा सहकार क्षेत्र में होने लगी थी. जिसके चलते सहकार क्षेत्र से वास्ता रखने वाले लोगों ने ऐसा होने पर बैंक की सदस्यता मिलने हेतु धडाधड बैंक के ड्रॉफ्ट निकालकर रकम को बैंक में जमा कराना शुरु किया. परंतु अब बैंक के सत्ताधारी पदाधिकारियों द्बारा स्पष्ट कर दिया गया है कि, ऐसा कुछ भी नहीं होने जा रहा और यह खबर पूरी तरह से अफवाह है.
* हमारे विरोधियों ने साजिशन फैलाई अफवाह
बैंक के नवनिर्वाचित अध्यक्ष व विधायक बच्चू कडू ने इस बारे में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि, बैंक का सदस्य बनने हेतु बैंक के सामने इतनी बडी भीड लगना यह उनके विरोधियों द्बारा फैलाई गई अफवाह का हिस्सा है. उनके विरोधियों ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए किसानों की दिशाभूल करते हुए उनके भोलेपन का फायदा उठाया. वहीं कुछ लोग बैंक का सदस्य व शेअर धारक बनने के लिए अचानक ही इतने जागरुक हो गए. यह नया अनुभव है. जबकि यहीं लोग बैंक की भलाई के लिए अब तक पूरी तरह से बेफिक्र थे. विधायक बच्चू कडू ने कहा कि, बैंक का अध्यक्ष होने के नाते वे बडी जिम्मेदारी के साथ यह स्पष्ट करना चाहते है कि, इस तरह का कोई भी प्रस्ताव बैंक की ओर से आमसभा में रखने का विचार नहीं चल रहा है. अत: किसी भी तरह की अफवाह पर किसी भी व्यक्ति ने बिल्कुल भी भरोसा नहीं रखना चाहिए. क्योंकि ऐसी किसी भी खबर में किसी भी तरह कोई सच्चाई नहीं है.
* दिव्यांगों के लिए सिर पर 350 मामले लिए घुम रहा हूं
– सरकार दिव्यांगों के द्बार अभियान में बोले विधायक बच्चू कडू
गडचिरोली जिले में राज्य सरकार के दिव्यांग कल्याण विभाग द्बारा आयोजित ‘सरकार दिव्यांगों के द्बार’ अभियान कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए विधायक बच्चू कडू ने कहा कि, वे हमेशा ही दिव्यांगों को उनका अधिकार दिलाने के लिए काम करते आए है और दिव्यांगों के कल्याण हेतु काम करने के दौरान विभिन्न आंदोलन करने के चलते उन पर करीब 350 मामले दर्ज हुए है, 4 मामलों में तो दो साल की सजा भी हुई है. विधायक बच्चू कडू ने यह भी कहा कि, प्रत्येक दिव्यांग व्यक्ति अपने भीतर किसी पहाड के बराबर दु:ख लेकर जीवन बीताता है. ऐसे समय प्रशासन सहित सरकार का कर्तव्य है कि, उस दिव्यांग व्यक्ति के दु:खों एवं तकलीफों को समझा जाए. विधायक बच्चू कडू ने इस बात को लेकर भी अफसोस जताया कि, वे अब तक ‘सरकार दिव्यांगों के द्बार’ अभियान लेकर राज्य के 17 जिलों में पहुंचे. जिसमें से केवल 2 स्थानों पर ही स्थानीय विधायकों ने इस अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम में हाजिरी लगाना उचित समझा. वहीं 15 स्थानों पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों का मानों इस आयोजन से कोई लेना-देना ही नहीं था. यह देखकर उन्हें काफी दु:ख हुआ है और वे इस विचार में पड गए है कि, आखिर हमारे जनप्रतिनिधि दिव्यांगों के मामलों को लेकर इतने संवेदनहीन कैसे हो सकते है. इसके अलावा विधायक बच्चू कडू ने यह भी कहा कि, जिस तरह वे इससे पहले दिव्यांगों के लिए काम करते आए है. उसी तरह से आगे भी दिव्यांगों के लिए काम करते रहेंगे, फिर चाहे उनके पास विधायक और मंत्री पद रहे अथवा नहीं उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पडता है.