* सामने आयी अभिषेक घोसालकर हत्याकांड की खौफनाक कहानी
* फेसबुक लाइव के दौरान मॉरिस नोरोन्हा ने की थी गोली मारकर हत्या
* हत्या के बाद मॉरिस ने खुद पर भी गोली चलाकर की थी खुदकुशी
* सनसनीखेज हत्याकांड के बाद राज्य में आरोप प्रत्यारोप का दौर हुआ तेज
* ठाकरे गुट सहित सभी विपक्षी दल हुए सीएम शिंदे व सरकार पर हमलावर
* उद्धव ठाकरे ने सपत्निक घोसालकर के घर पर दी भेंट, परिजनों को दी सांत्वना
* घोसालकर के निवासस्थान पर शिवसैनिकों का जबर्दस्त जमावडा
* फडणवीस व अजित पवार ने विपक्ष को लिया जमकर आडे हाथ
* सांसद संजय राउत ने सरकार बर्खास्त कर राष्ट्रवादी शासन लगाये जाने की मांग उठाई
* सीएम शिंदे ने अपना जन्मदिन मनाना टाला, घर से रोशनाई हटवाई
मुंबई/दि.9 – मुंबई के दहिसर इलाके में उद्धव गुट के नेता और पूर्व पार्षद अभिषेक घोषालकर की गुरुवार (8 फरवरी) रात गोली मार कर हत्या कर दी गई. अभिषेक फेसबुक लाइव पर चर्चा कर रहे थे. हमले के बाद मॉरिस नोरोन्हा नामक आरोपी ने खुद को भी 4 गोलियां मारकर सुसाइड कर लिया. इस हमले में मारे गये अभिषेक घोसालकर शिवसेना उबाठा के पूर्व विधायक विनोद घोसालकर के बेटे थे. जिन्हें उनके ही परिचय में रहने वाले मॉरिस ने फेसबुक लाइव के बहाने अपने ऑफिस में बुलाकर उनकी हत्या कर दी. इस घटना के चलते मुंबई सहित समूचे राज्य में अच्छा खासा हडकंप मचा हुआ है तथा सरकार व विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है. जहां विपक्ष ने इस हत्याकांड को महाराष्ट्र में जंगल राज शुरु रहने का उदाहरण बताते हुए इसे कानून व व्यवस्था के लिहाज से सरकार की नाकामी बताया तथा सीएम शिंदे सहित राज्य के उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे की मांग उठाई. वहीं दूसरी ओर सरकार ने विपक्ष पर व्यक्तिगत दुश्मनी वाले इस मामले को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाते हुए कहा कि, विपक्ष अभिषेक घोसालकर की हत्या को एक राजनीतिक मौके के तौर पर भुनाना चाहता है, ताकि इसका राजनीतिक फायदा उठाया जा सके. वहीं इस मामले मेें आज सुबह मुंबई क्राइम ब्रांच ने मॉरिस के सिक्योरिटी गार्ड अमरेंद्र मिश्रा को हिरासत में लिया. पता चला है कि, अभिषेक पर जिस गन से गोलियां चलाई गईं, वह मॉरिस के गार्ड अमरेंद्र मिश्रा की थी. साथ ही इस मामले में पुलिस ने मेहुल पारिख नाम के एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि घटना से पहले मॉरिस और मेहुल की मुलाकात हुई थी.
वहीं आज शिवसेना उबाठा के पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे अपनी पत्नी के साथ घोसालकर परिवार के निवासस्थान पर पहुंचे. जहां पर उद्धव ठाकरे ने घोसालकर परिवार के सदस्यों को सांत्वना देते हुए अभिषेक घोसालकर की हत्या को बेहद दुखद घटना बताया. इस समय घोसालकर परिवार के निवासस्थान के आसपास शिवसैनिकों की अच्छी खासी भीड भी इकठ्ठा हो गई थी. ऐसे में हालात को काबू में रखने के लिए इस परिसर में अच्छा खासा पुलिस बंदोबस्त तैनात किया गया था.
* यह थी हत्या की असली वजह
इसके साथ ही आज मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अभिषेक घोसालकर की हत्या करने के बाद खुद भी आत्महत्या कर लेने वाले मॉरिस की पत्नी और उसके परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज किए. जिसमें पता चला है कि मॉरिस हकीकत में अभिषेक से दुश्मनी रखता था. मॉरिस को कुछ समय पहले एक रेप केस में अरेस्ट किया गया था और वह करीब पांच महीने सलाखों के पीछे रहा. मॉरिस को शक था कि अभिषेक ने उसे रेप केस में फंसाया है. ऐसे में जेल से बाहर आने के बाद मॉरिस अक्सर कहता था कि वह घोसालकर को बख्शेगा नहीं.
* ऐसे हुआ था पूरा घटनाक्रम
पश्चात मॉरिस ने जेल से बाहर आने के बाद सबसे पहले अभिषेक को ऑलिव ब्रांच देकर उसका भरोसा जीतने का फैसला किया. मॉरिस ने अपने इलाके में घोसालकर के बैनर-पोस्टर लगाने शुरू कर दिए. गत रोज मॉरिस ने अभिषेक को फोन किया और उन्हें सड़क के दूसरी ओर बने अपने ऑफिस में बुलाया. मॉरिस ने कहा कि वे वहां महिलाओं को साड़ियां बांटेंगे. इसके बाद मॉरिस ने सलाह दी कि दोनों आपसी मतभेद भुलाकर लोगों के लिए काम करने के अपने फैसले की घोषणा फेसबुक लाइव से करेंगे. लेकिन फेसबुक लाइव के दौरान ही मॉरिस ने अपने सिक्योरिटी गार्ड की गन से घोसालकर पर गोलियां चलाईं. इसके बाद उसने अपने सिर में गोली मार ली. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें देखा गया कि अभिषेक फेसबुक लाइव के बाद उठकर जा रहे थे. इसी दौरान मॉरिस ने उन पर 4-5 राउंड फायरिंग की. इसके बाद उसने सुसाइड कर लिया. अभिषेक को हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
* हत्या के मामले में दो एफआईआर दर्ज हुईं
मुंबई पुलिस ने घटना को लेकर बताया कि शिवसेना नेता की हत्या और हमलावर की खुदकुशी को लेकर दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज किए गए हैं. मुंबई पुलिस ने घटना की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अभिषेक और मॉरिस के बीच कुछ मनमुटाव था. हालांकि, हाल ही में दोनों के बीच समझौता हो गया था. इसके कारण गुरुवार की रात मॉरिस के बुलाने पर घोषालकर उसके ऑफिस आए थे. लाइव के दौरान अभिषेक ने कहा भी था कि उन्हें मॉरिस के साथ देखकर लोग हैरान होंगे.
* शिंदे गुट के संपर्क में था मॉरिस, सांसद राउत ने किया दावा
वहीं इस घटना को लेकर शिवसेना (उद्धव गुट) ने महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा है. उद्धव गुट के सांसद संजय राउत ने दावा किया कि सीएम शिंदे 4 दिन पहले ही अपने आवास ’वर्षा’ पर हमलावर मॉरिस से मिले थे तथा मॉरिस को शिंदे गुट जॉइन करने का ऑफर मिला था. राउत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि, महाराष्ट्र में गुंडा राज है. महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस पूरी तरह विफल हैं. उन्हें इस्तीफा देना चाहिए. इसके साथ ही सांसद संजय राउत ने महाराष्ट्र सरकार को बर्खास्त करते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाये जाने की मांग की. वहीं, उद्धव गुट के नेता और पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि उन्होंने शाम में अभिषेक से मुलाकात की थी. महाराष्ट्र में अब कानून का कोई डर नहीं है. कोई सुरक्षित नहीं है.
* बेहद दुखद घटना, पूरी जांच होगी, बोले अजित पवार
इस मामले पर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने भी बयान दिया है. उन्होंने के कहा कि यह गलत और दुर्भाग्यपूर्ण था. राज्य में ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए. पवार ने कहा कि घटना की पूरी इंवेस्टिगेशन होनी चाहिए. साथ ही अजित पवार ने यह भी कहा कि, विपक्ष द्वारा इस घटना को एक मौके की तरह देखा जा रहा है और इसे राजनीतिक रंग देते हुए इसका फायदा उठाने की कोशिश की जा रही है.
* 48 घंटे के लिए महाराष्ट्र पुलिस को खुला हाथ दो
– मनसे ने राज ठाकरे का पुराना वीडियो किया ट्विट
वहीं मनसे द्वारा अपने पार्टी प्रमुख राज ठाकरे का एक पुराना वीडियो ट्विट करते हुए महाराष्ट्र पुलिस के हाथ पूरी तरह से खोल देने की मांग उठाई है तथा कहा है कि, यदि पुलिस के हाथ खोल दिये जाते है, तो 48 घंटे के भीतर महाराष्ट्र से अपराध और अपराधिक तत्व साफ हो सकते है.
* विपक्ष के पास और कोई काम नहीं घटना को दिया जा रहा राजनीतिक रंग
– डेप्यूटी सीएम फडणवीस ने विपक्षी नेताओं को लगाई फटकार
इस बीच राज्य के उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना को बेहद दुखद बताते हुए कहा कि, कुछ लोग हर मामले को राजनीतिक रंग देने का प्रयास करते है. जो किसी भी लिहाज से योग्य नहीं है. डेप्यूटी सीएम फडणवीस ने यह भी कहा कि, विपक्ष में कुछ लोग इतने ज्यादा खाली बैठे है कि, यदि सरकार से जुडे किसी व्यक्ति के कार के नीचे कुत्ता भी आकर मर जाये, तो वे तुरंत सरकार से इस्तीफा मांगना शुरु कर देते है. साथ ही फडणवीस ने यह भी कहा कि, अभिषेक घोसालकर और मॉरिस नोरोन्हा विगत कुछ समय से एक-दूसरे के साथ काम कर रहे थे और अभी हाल फिलहाल भी उन दोनों के एकसाथ फोटो सामने आये थे. ऐसे में यह व्यक्तिगत दुश्मनीवाला मामला दिखाई दे रहा है. जिसे राजनीतिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए.
* यह ठाकरे गट का अंतर्गत गैंगवार – सामंत
वहीं पूर्व पार्षद अभिषेक घोसालकर की हत्या के मामले को लेकर राज्य के उद्योगमंत्री उदय सामंत ने कहा कि, यह हत्याकांड एक तरह से उद्धव ठाकरे की पार्टी में चलने वाले अंतर्गत गैंगवार का परिणाम है.
* राज्य सरकार आयी एक्शन मोड में
– सभी लाईसेंसी हथियार धारकों से होगी कडी पूछताछ
वहीं इस घटना को लेकर राज्य में कानून व व्यवस्था के मसले पर विपक्षियों द्वारा सरकार को घेरने का प्रयास किया जा रहा है. इसी बीच कल रात राज्य के उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने वर्षा बंगले पर सीएम एकनाथ शिंदे से मुलाकात की. इस समय हुई चर्चा में यह तथ्य भी सामने आया कि, कई लाईसेंसी हथियारों के धारकों द्वारा भी अपने हथियारों का दुरुपयोग किया जाता है. जिसके चलते अब पुलिस द्वारा सभी लाईसेंसी हथियार धारकों को बुलाकर उनकी जांच पडताल की जाएगी.
* कौन थे अभिषेक घोसालकर?
शिवसेना उबाठा के पूर्व विधायक विनोद घोसालकर के बेटे अभिषेक घोसालकर भी दो बार दहीसात कांदरपाडा से नगरसेवक चुने गये थे. साथ ही वे मुंबई बैंक के संचालक के तौर पर भी कार्यरत थे. जिन्हें मॉरिस ने नागरिकों को फल व कपडे वितरीत करने के कार्यक्रम हेतु बुलाया था. जहां पर अभिषेक अपनी पत्नी के साथ पहुंचे थे और उन्होंने छोटे बच्चों के साथ फोटो शूट भी करवाया था. जिसके बाद मॉरिस उन्हें भरोसे में लेकर अपने कार्यालय में फेसबुक लाइव हेतु लेकर गया और महज 4 मिनट के फेसबुक लाइव पश्चात मॉरिस ने गोली मारकर अभिषेक घोसालकर की हत्या कर दी. इस वीडियो के दौरान मॉरिस 2 से 3 बार उठकर थोडा बगल में जाता दिखाई दिया. ऐसे में यह हत्या पूर्व नियोजित रहने का संदेह पुलिस द्वारा जताया गया है. उल्लेखनीय है कि, बोरीवली में घोसालकर का काफी जबर्दस्त राजनीतिक वर्चस्व है. जिसे कम करने के लिए यह हत्या किये जाने की चर्चा इस परिसर में चल रही है.
* कौन था मॉरिस नोरोन्हा?
मॉरिस नोरोन्हा लोगों के बीच मॉरिस भाई के नाम से मशहूर था. सोशल मीडिया पर उसने खुद को सामाजिक कार्यकर्ता, कोविड वॉरियर बताया हुआ था. मॉरिस ने 10 फरवरी को नासिक में इनफेंट जीसस चर्च की तीर्थयात्रा का आयोजन किया था, जिसका जिक्र शिवसेना (उबाठा) नेता अभिषेक घोषालकर ने फेसबुक लाइव में भी किया था. विगत 29 जनवरी को ही मॉरिस ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर पोस्ट किया था जिसमें लिखा था कि, आप ऐसे व्यक्ति को नहीं हरा सकते, जो दर्द, नुकसान, बेइज्जती और रिजेक्शन की परवाह नहीं करता है. इससे पहले वर्ष 2022 में मॉरिस नोरोन्हा के खिलाफ पुलिस ने लुकआउट नोटिस जारी किया. मॉरिस पर 48 साल की महिला को ब्लैकमेल करने, रेप करने, धोखाधड़ी और धमकी देने के आरोप लगे थे. यह आरोप 2014 के हैं, लेकिन शिकायत 2022 में दर्ज की गई, जिसके कारण मामले के सिलसिले में मॉरिस की गिरफ्तारी भी हुई थी.
* मॉरिस की दफनविधि का विरोध
जहां एक ओर आज दोपहर 3 बजे के आसपास अभिषेक घोसालकर की अंतिम यात्रा उनके बोरीवली पूर्व स्थित निवासस्थान से निकाली गई और उनके पार्थिव पर दौलत नगर स्थित स्मशानभूमि में अंतिम संस्कार किया गया. वहीं दूसरी ओर मॉरिस के परिजन विदेश में रहने के चलते उसका शव दो दिन बाद उनके सुपुर्द किया जाएगा. इसी दौरान मॉरिस के शव को चर्च की दफनभूमि में दफन करने का स्थानीयस्तर पर विरोध किये जाने की भी जानकारी सामने आ रही है.