1 लाख 20 हजार विद्यार्थियों को मिलेगी सुविधा
विद्यापीठ पदवी प्रमाणपत्र मिलेगा ‘डीजी लॉकर’ पर
-
34,35,36 व इस वर्ष के 37 वें दीक्षांत समारोह के विद्यार्थियों का समावेश
अमरावती/प्रतिनिधि दि.3 – संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ के विद्यार्थियों को 37वें दीक्षांत समारोह में प्रदान किया जाने वाला पदवी प्रमाणपत्र यह ‘डिजीटल लॉकर’ पर समारोह के बाद उपलब्ध कर दिया जाएगा. साथ ही इस डिजीटल लॉकर पर पिछले 34, 35 व 36वें दीक्षांत समारोह के विद्यार्थियों का पदवी प्रमाणपत्र भी अपलोड किया गया है. इस तरह की जानकारी विद्यापीठ के प्र-कुलगुरु हेमंत देशमुख ने दी.
भारत सरकार के डिजीटल इंडिया इस उपक्रम अंतर्गत अमरावती विद्यापीठ ने विद्यापीठ अनुदान आयोग, नई दिल्ली ने विद्यार्थियों के शैक्षणिक प्रमाणपत्र ‘डिजीटल लॉकर’ में उपलब्ध कर देने संदर्भ में दिये हुए निर्देश के तहत डीजी लॉकर पर एकेडमीक अवार्ड रिकॉर्ड पंजीयन किया है. उसके अनुसार वर्ष 2013 यानी विद्यापीठ के 34वें दीक्षांत समारोह से पदवी प्राप्त करने वाले कुल 1 लाख 20 हजार विद्यार्थियों को पदवी प्रमुणपत्र यह डीजी लॉकर में डिजीटल स्वरुप में उपलब्ध कर दिया गया है. विद्यापीठ ने इससे पहले भारत सरकार के निर्देश अनुसार इससे पूर्व के सभी पदवी प्रमाणपत्र भी एनएडी के पोेर्टल पर डिजीटल स्वरुप में उपलब्ध कर दिये थे. इसके लिए विद्यार्थियों ने digilocker.gov.in इस संकेत स्थल पर अथवा डीजी लॉकर यह एप मोबाइल प्ले स्टोअर से डाउनलोड कर विद्यार्थियों ने अपना आधार नंबर अथवा मोबाइल नंबर व्दारा पंजीयन करना होगा. उसके बाद Education इस विकल्प पर क्लिक कर अपने संत गाडगे बाबा विद्यापीठ, अमरावती का नाम चुने और उसके बाद पदवी प्रमाणपत्र यह विकल्प चुनकर विद्यार्थियों ने अपनी शैक्षणिक जानकारी भरने के बाद विद्यार्थी को उसका पदवी प्रमाणपत्र डिजीटल स्वरुप में डीजी लॉकर पर उपलब्ध होगा. पंजीयन करते समय बाधा हुई तो [email protected] इसपर ई-मेल करे. इस प्रमाणपत्र पर क्युआर कोड है. उसे स्कैन करने पर अपनी शैक्षणिक जानकारी उपलब्ध करते आयेगी. जिन विद्यार्थियों ने पदवी प्रमाणपत्र के लिए अर्जी पेश करते समय अपना आधार नंबर नोंद किया है, ऐसे विद्यार्थियों को पदवी प्रमाणपत्र आधार नंबर को डीजी लॉकर में लिंक किये गए है. विद्यापीठ के 37 वें दीक्षांत समारोह में पदवी प्रमाणपत्र मांग के लिए अर्जी करने वाले विद्यार्थियों को यह पदवी प्रमाणपत्र डिजीटल लॉकर उपलब्ध कर दिया जाएगा, ऐसा विद्यापीठ ने कहा है.