25 दिनों में 100 बेड का प्री-फैब अस्पताल बन जायेगा
विदर्भ मेंं अपनी तरह का पहला अत्याधुनिक कोविड हॉस्पिटल हो रहा तैयार

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10,388 स्क्वे.फीट जगह का किया जा रहा प्रयोग
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नींव से संबंधित 90 फीसदी काम पूर्ण
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15 अगस्त को होगा अस्पताल का लोकार्पण
अमरावती/प्रतिनिधि दि.14 – कोविड संक्रमण की तीसरी लहर के लिए तैयार रहने के उद्देश्य से प्री-फैब नामक अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए स्थानीय सुपर स्पेशालीटी अस्पताल परिसर में विदर्भ क्षेत्र का एकमात्र अत्याधुनिक 100 बेड का वातानुकूलित अस्पताल बनने जा रहा है. करीब 10 हजार 388 स्क्वे. फीटवाले क्षेत्रफल में बनने जा रहे इस अस्पताल की नींव से संबंधित काम 90 फीसद पूर्ण हो चुका है और बहुत जल्द पहले से तैयार फैब्रिकेटेड पैनलों को एक-दूसरे के साथ जोडने का काम शुरू किया जायेगा और आगामी 25 दिनों के भीतर यह अस्पताल पूरी तरह से बनकर तैयार हो जायेगा. जिसे 15 अगस्त को स्वाधीनता दिवस के अवसर पर लोकार्पित किया जायेगा.
बता दें कि, विगत दिनों ही विदेशी तकनीक का प्रयोग कर तैयार किये गये फैब्रिकेटेड पैनलों को लेकर चेन्नई से 10 ट्रक अमरावती पहुंचे थे. यहां पर सुपर स्पेशालीटी अस्पताल के पीछे खाली पडी जमीन को समतल करने के साथ ही वहां सीमेंट व गिट्टी का बिछाया जा रहा है. जिसके उपर इन सभी पैनलों को नटबोल्ट की सहायता से जोडकर बेहद अल्पावधी में इस अस्पताल को स्थापित किया जायेगा. इसके लिए मॉड्यूल्स हाउसिंग नामक कंपनी ने अपने विशेष प्रशिक्षित कर्मचारियों को अमरावती भेजा है. इस अस्पताल की सुविधा केंद्र सरकार द्वारा सीएसआर फंड से अमरावतीवासियों हेतु की गई है. जिसके चलते अमरावती में कोविड संक्रमित मरीजों को भरती करने हेतु अत्याधुनिक अस्पताल व 100 अतिरिक्त बेड उपलब्ध हो जायेंगे. उल्लेखनीय है कि, कोविड की संक्रामक महामारी का सामना करने हेतु अमरावती जिले के सरकारी व निजी कोविड अस्पतालों में पांच ऑक्सिजन प्लांट भी स्थापित किये गये है. साथ ही अब 100 बेड का स्वतंत्र प्री-फैब हॉस्पिटल भी बनाया जा रहा है, ताकि यहां पर स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया जा सके.
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हॉस्पिटल के निर्माण में 3 करोड का खर्च अपेक्षित
जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर तथा जिलाधीश शैलेश नवाल द्वारा किये गये प्रयासों के चलते इंडो-अमरीकन फाउंडेशन के सहयोग से केंद्र सरकार द्वारा सीएसआर फंड के जरिये इस प्री-फैब अस्पताल को साकार किया जा रहा है. जिसके लिए आवश्यक साहित्य तमिलनाडू में तैयार किया गया है. इस हॉस्पिटल को बनाने में करीब 3 करोड रूपये का खर्च अपेक्षित है. जिसमें से 55 लाख रूपये केवल नींव को भरने में ही खर्च होंगे.
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प्री-फैब अस्पताल की विशेषता
इस अस्पताल में 40-40 स्क्वे. फीट के सात वातानुकूलित वॉर्ड रहेंगे. जिसमें 20 स्क्वे. फीट के आयसीयू व 20 स्क्वे. फीट की ओपीडी रहेगी. साथ ही डॉक्टरों के लिए विशेष कक्ष भी बनाया जायेगा. प्रत्येक ब्लॉक में स्वतंत्र टॉयलेट व बाथरूम की व्यवस्था रहेगी. साथ ही अस्पताल के बाहर खुली जमीन पर वाहन पार्किंग की सुविधा रहेगी. इस प्री-फैब अस्पताल को कम से कम आगामी 25 वर्ष तक प्रयोग में लाया जा सकेगा.