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वर्धा नदी में 11 लोग डूबेे, 3 की लाश मिली

आठ की तलाश जारी, बीच नदी में नाव उलटने से हुआ हादसा

  • बेनोडा शहीद पुलिस थाना अंतर्गत श्रीक्षेत्र झुंज की घटना

वरुड/प्रतिनिधि दि.14 – यहा के पास स्थित श्रीक्षेत्र झुंज से होकर बहने वाली वर्धा नदी में नाव उलट जाने की वजह से हुए हादसे के चलते 11 लोग वर्धा नदी में डूब गये. जिसकी जानकारी मिलते ही आसपास स्थित नागरिकों सहित बेनोडा शहीद पुलिस थाने द्बारा तुरंत ही राहत एवं बचाव कार्य शुरु किया गया. जिसके बाद नाव चलाने वाले नाविक सहित एक महिला व एक बच्ची के शव बरामद हुए. वहीं अन्य आठ लोगों की युद्धस्तर पर तलाश शुुरु की गई है. इस हादसे के चलते पूरे परिसर में जबर्दस्त हडकंप व्याप्त है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के अनुसार विगत दिनों गाडेगाव निवासी मटरे परिवार में किसी व्यक्ति की मृत्यु हुई थी, जिसकी दशक्रिया करने हेतु मटरे परिवार के सदस्य सोमवार की सुबह श्रीक्षेत्र झुंज पहुंचे थे, जिनमें तारासावंगा व हातुर्णा परिसर में रहने वाले कुछ रिश्तेदारों का भी समावेश था. सोमवार की सुबह 10 बजे वर्धा नदी के किनारे दशक्रिया की विधि पूर्ण की गई. पश्चात इन सभी लोग वरुड की ओर घुमने फिरने गये और महादेव के दर्शन हेतु नाव में सवार हेतु वर्धा नदी को पार कर रहे थे. इसी समय नदी की तेज धारा के बीच यह नाव पलट गई और नाव में सवार 11 लोग वर्धा नदी में डूब गये. जिसमें से तीन लोगों के शव बरामद हुए है. यह हादसा सुबह करीब 11.45 बजे के आसपास घटीत हुआ. हादसे की जानकारी मिलते ही बेनोडा शहीद सहित वरुड, हातुर्णा व जलालखेडा के पुलिस अधिकारी व कर्मचारी तुरंत मौके पर पहुंचे. साथ ही नदी किनारे आसपास के ग्रामीणों का भी जबर्दस्त जमघट लग गया. जिसमें से तैराकी व गोताखोरी में कुशल रहने वाले लोगों ने पानी के तेज बहाव में छलांग लगाकर नदी में डूबे लोगों की खोजबीन करनी शुरु की. जिसके बाद नाविक सहित एक महिला व एक बच्ची ऐसे कुल तीन लोगों के शव बरामद हुए. वहीं अन्य लोगों की युद्धस्तर पर खोजबीन की जा रही है. समाचार लिखे जाने तक जिलास्तरीय रेस्क्यू दल भी मौके पर पहुंच चुका था. पानी की गहराई और तेज बहाव को देखते हुए नदी में डूबे लोगों में से किसी के भी बचने की कोई संभावना नहीं जताई जा रही.

  • नाविक नारायण ने किया था बच्ची को बचाने का प्रयास

दम भर जाने से बच्ची सहित खुद भी डूबा
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक नाव के बीच नदी में उलटते ही नाविक नारायण मटरे ने पानी में डूब रही एक बच्ची को पकडकर उसके सहित खुद को बचाने का प्रयास किया और एक ही हाथ से तैरते हुए नदी के किनारे आने लगा. लेकिन पानी का बहाव तेज रहने की वजह से उसका यह प्रयास असफल रहा और सांस फूल जाने की वजह से नाविक नारायण मटरे उस बच्ची सहित खुद भी पानी में डूब गया. जिसमें उसकी मौत हो गयी.

  • ये 11 लोग डूबे है

जानकारी के मुताबिक इस हादसे में नारायण घोमाजी मटरे (45, गाडेगाव), अश्विनी अमर खंडाले (25), वृशाली अतुल वाघमारे (19), अतुल गणेश वाघमारे (25), अदिती सुखदेव खंडारे (13), मोहिणी सुखदेव खंडाले (11, सभी तारासावंगा, तह.नरखेड, जि.नागपुर निवासी), वंशिका प्रदीप शिवणकर (2), पुनम प्रदीप शिवणकर (26, दोनो, तिवसा घाट, तह. वरुड निवासी), निशा नारायण मटरे (22), पियुष तुलसीराम मटरे (8, दोनो, गाडेगाव, तह. वरुड निवासी) तथा किरण विजय खंडाले (लोणी, तह. वरुड निवासी) नाव उलट जाने से नदी में डूब गये. जिसमें से नाविक नारायण मटरे सहित एक बच्ची व एक महिला का शव बरामद हुआ है. वहीं अन्यों की तलाश जारी है.
इस घटना की खबर मिलते ही क्षेत्र के विधायक देवेंद्र भुयार, जिप सदस्य राजेंद्र बहुरुपी, उपविभागीय अधिकारी नितीन इंगोले, उपविभागीय पुलिस अधिकारी कविता फडतरे, नायब तहसीलदार प्रतिभा चौधरी, पूर्व विधायक नरेशचंद ठाकरे तथा बेनोडा के थानेदार मिलिंद सरकटे तुरंत ही घटनास्थल पर पहुुंचे.

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