15 दिनों में कोविड व सारी से 138 मौतें !
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मोक्षधाम में कुल 270 पार्थिवों का हुआ अंतिम संस्कार
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रोजाना औसतन 18 शवों का हो रहा दाह संस्कार
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श्मशान में चौबीसों घंटे जल रही चिताएं
अमरावती/प्रतिनिधि दि.16 – विगत 15 दिनों के दौरान अमरावती शहर सहित जिले में कोविड व सारी जैसी संक्रामक बीमारी की वजह से मृत हुए 138 मरीजों के पार्थिवों पर स्थानीय हिंदू श्मशान भूमि में अंतिम संस्कार किया गया. कोविड एवं सारी संक्रमण की वजह से मृत हुए जिन लोगों का अन्य स्थलों पर अंतिम संस्कार या दफन विधि हुआ है, उनके आंकडे इसमें शामिल नहीं है. साथ ही इन 15 दिनों के दौरान प्राकृतिक तथा अन्य वजहों के चलते मृत हुए 132 पार्थिवों पर भी मोक्षधाम में दाह संस्कार किया गया.
स्थानीय हिंदू मोक्षधाम द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक विगत 15 दिनों के दौरान इस श्मशान भूमि में कुल 270 पार्थिव शरीरों का अंतिम संस्कार किया गया है. जिसमें से 138 की मृत्यु कोविड व सारी से हुई थी. जिनमें से अधिकांश का अंतिम संस्कार गैस शवदाहिनी में किया गया. वहीं यदि किसी दिन गैस शवदाहिनी पर वेटिंग ज्यादा रही, तो संक्रमितों के शवों का अंतिम संस्कार भी लकडी की चिताओं पर किया गया. साथ ही इस दौरान प्राकृतिक एवं अन्य वजहों से मृत्यु को प्राप्त होनेवाले 132 लोगोें के पार्थिव भी हिंदू मोक्षधाम में अंतिम संस्कार के लिए लाये गये. मोक्षधाम द्वारा जानकारी दी गई कि, विगत 15 दिनों के दौरान जिन 270 लोगों का अंतिम संस्कार हुआ है, उनमें महिलाओें की तुलना में पुरूषों की संख्या अधिक रही.
यदि विगत 15 दिनों के आंकडों को देखा जाये, तो कहा जा सकता है कि, इस दौरान हिंदू मोक्षधाम में रोजाना 18 पार्थिवों का अंतिम संस्कार किया गया है. ऐसे में यह कहना अतिशयोक्ती नहीं होगा कि, इन दिनों हिंदू मोक्षधाम में चौबीसों घंटे चिताएं जल रही है. गत रोज ही हिंदू मोक्षधाम में लगातार चल रहे अंतिम संस्कार के काम की वजह से उत्पन्न हो रही तकलीफों व दिक्कतों को लेकर विस्तृत समाचार प्रकाशित किया गया था. साथ ही गत रोज ही हिंदू मोक्षधाम संस्था के पदाधिकारियों की मनपा प्रशासन के साथ बैठक भी हुई थी. जिसमें यहां पर तीसरी गैस शवदाहिनी स्थापित करने और सुविधाओं को बढाने के संदर्भ में आवश्यक विचार-विमर्श किया गया.