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डेंग्यू, चिकनगुनिया व मलेरिया के 164 पॉजीटीव

तिवसा तहसील में सर्वाधिक 20 संक्रमित मिले

  •  तेजी से पांव पसार रही संक्रामक बीमारियां

  •  जिला स्वास्थ्य प्रशासन अलर्ट पर

अमरावती/प्रतिनिधि दि.24 – जिले में कोरोना के बाद अब डेंग्यू सहित चिकनगुनिया व मलेरिया के बीमारियों ने कहर ढाना शुरू कर दिया है. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, इन बीमारियों के खतरे और साफ-सफाई की व्यवस्था के अभाव को लेकर विगत माह दैनिक अमरावती मंडल द्वारा लगातार 15 दिनों तक सिलसिलेवार खबरे प्रकाशित करते हुए प्रशासन को जगाने का प्रयास किया गया था. किंतु लचर कामकाज का आदी हो चुके प्रशासन पर इससे कोई विशेष फर्क नहीं पडा. हालांकि दिखावे के लिए फवारणी-धुवारणी जैसी लीपापोतीवाली कुछ कार्रवाईयां की गई. किंतु इसके बावजूद संक्रामक बीमारियों का फैलाव रोका नहीं जा सका.
विगत शनिवार को प्राप्त रिपोर्ट में डेंग्यू के 149, मलेरिया के 11 तथा चिकनगुनिया के 4 मरीज पाये गये है. जिसमें सर्वाधिक 20 मरीज अकेले तिवसा तहसील से ही सामने आये है, ऐसी जानकारी है. जिस देखते हुए अब जिला प्रशासन काफी अलर्ट हो गया है. पता चला है कि, जिले से डेंग्यू व चिकनगुनिया के संदेहित 861 मरीजों के रक्तजल सैम्पल अकोला की लैब में जांच के लिए भेजे गये थे. जिसमें से 149 डेंग्यू, 4 चिकनगुनिया संक्रमित पाये गये. इसी तरह मलेरिया संदेहित 1 लाख 64 हजार 853 मरीजों में से 11 मरीज पॉजीटीव पाये गये है. डेंग्यू संक्रमित मरीजों में मनपा क्षेत्र के 43 तथा ग्रामीण क्षेत्र के 106 नागरिकों का समावेश है.

  •  सीईओ ने दिया सर्वेक्षण का आदेश

जिले में डेंग्यू संक्रमितों की लगातार बढती संख्या को देखते हुए इस बीमारी को नियंत्रित करने हेतु विविध उपाय किये जा रहे है. साथ ही जिप सीईओ अविश्यांत पंडा ने जिन तहसीलों में संक्रमित मरीज पाये गये है, वहां पर स्वास्थ्य सर्वे करने का निर्देश जारी किया है. जिसके तहत अब तक अमरावती तहसील के 13, भातकुली के 5, चांदूर रेल्वे के 3, दर्यापुर के 5, चांदूर बाजार के 7 व चांदूर रेल्वे के 4 गांवों सहित अन्य तहसीलों में भी सर्वेक्षण किया गया है. इसके अलावा शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य केंद्रों में दवाईयां एवं कीटनाशक उपलब्ध कराये गये है. साथ ही जिले में 454 गप्पी मछली उत्पादन केंद्र बनाये गये है. इन तमाम इंतजामों के साथ इस क्षेत्र में मरीज पाये जाते है, वहां युध्दस्तर पर उपाययोजनाओं को लागू किया जाता हे.

डेंग्यू एक तरह से संक्रामक बीमारी है, जो मच्छरों के जरिये फैलती है. ऐसे में सभी लोगों ने अपने-अपने क्षेत्र की साफ-सफाई की ओर ध्यान देना चाहिए और कहीं पर भी पानी जमा नहीं होने देना चाहिए. इसके अलावा बुखार सदृश्य लक्षण दिखाई देते ही तुरंत डॉक्टर की सलाह पर इलाज शुरू करवाना चाहिए और स्वास्थ्य महकमे को सर्वेक्षण में सहयोग देना चाहिए.
डॉ. शरद जोगी
जिला मलेरिया अधिकारी

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