मुंबई/दि.22 – राज्य वन्य जीव बोर्ड की बुधवार को हुई बैठक में 18 नये वन संरक्षण क्षेत्र घोषित किये गये. जिसमें चंद्रपुर जिले के एकारा, नंदूरबार के कार्यघाट, नासिक के दिंडोरी, सुरगाणा, ताहाराबाद, पुणे के वेल्हे-मुलशी और ठाणे के नाणेघाट, भोरगिरीगड आदि का समावेश है. नांदेड जिले के किनवट, औरंगाबाद के धारेश्वर, त्रिकुटेश्वर, कन्नड, पेड कागड में भी वन क्षेत्र को संरक्षित घोषित किया गया है. जिससे अब राज्य में संरक्षित वनों की संख्या 52 हो जाएंगी. ऐसे ही 13 हजार वर्ग किलो मीटर जंगल संरक्षित होगा.
* क्यों करनी पडी घोषणा
राष्ट्रीय उद्यान, अभयारण्य अथवा 2 संरक्षित क्षेत्र को जोडने वाले भूप्रदेश में जानवर, वनस्पति के अधिवास को बचाने के लिए संरक्षित रिजर्व क्षेत्र घोषित किया जाता है. प्रदेश में 5 प्रतिशत जंगलों को संरक्षित वन का दर्जा दिया जाता है. मगर हकीकत में ऐसा नहीं है. संरक्षित वनों की संख्या बढाने की आवश्यकता महसूस की गई. जंगल कम होने से तापमान बढ रहा है. जिससे चक्रावात, बादल फटने और बारिश का चक्र बदलने के प्रमाण बढने से भी वनो को बचाने के लिए उपरोक्त निर्णय लिये गये.