महाराष्ट्रमुख्य समाचार

दशहरा सम्मेलन के लिए 1800 सरकारी व 3 हजार निजी बसे आरक्षित

शिंदे गुट ने सरकारी बसों के लिए 10 करोड का भुगतान किया

मुंबई/दि.4- इस समय शिवसेना के ठाकरे गुट व शिंदे गुट द्वारा अपने-अपने दशहरा सम्मेलन की भीड इकठ्ठी करने के लिए अच्छी-खासी प्रतिस्पर्धा चल रही है. जिसके तहत राज्य के सभी इलाकों से कार्यकर्ताओं को मुंबई लाने का इंतजाम किया जा रहा है. जिसके चलते करीब 10 हजार छोटे-बडे वाहनों से दोनों गुटों के कार्यकर्ता मुंबई पहुचेंगे. इन 10 हजार वाहनों में 6 हजार सरकारी एसटी बसों के साथ ही निजी वाहनों का भी समावेश है. चूंकि अब तक के इतिहास में दशहरे पर पहली बार शिवसेना की दो अलग-अलग सभाएं होने जा रही है. ऐसे में दोनों गुटों द्वारा अपनी सभाओं को सफल बनाने के लिए पानी की तरह पैसा बहाया जा रहा है. पता चला है कि, शिंदे गुट ने अपने कार्यकर्ताओं को मुंबई लाने हेतु करीब 1 हजार 800 सरकारी बसों की बुकींग की है. जिसके लिए करीब 10 करोड रूपये नकद का भुगतान किया गया है. वहीं इससे पहले तीन हजार निजी वाहनों को भी बुक किया जा चुका है.
बता दें कि, शिंदे गुट का दशहरा सम्मेलन बांद्रा-कुर्ला संकुल में आयोजीत है. जहां पर लाख-डेढ लाख लोगों की भीड को जुटाने का इंतजाम किया जा रहा है. इस हेतु शिंदे गुट के मंत्रियों व विधायकों द्वारा विगत 15 दिनों से राज्य के सभी जिलों व तहसीलों का दौरा किया जा रहा है.

नोट बंदी के बावजूद 10 करोड नकद कहां से आये
– सांसद सुप्रिया सुले ने उठाया सवाल
वहीं शिंदे गुट द्वारा सरकारी बसों की बुकींग करने हेतु 10 करोड रूपये नकद भरे जाने की जानकारी सामने आने के बाद राकांपा सांसद सुप्रिया सुले ने जानना चाहा कि, देश में नोटबंदी होने के बाद अधिकांश व्यवहार ऑनलाईन तरीके से हो रहे है. ऐसे में शिंदे गुट के पास 10 करोड रूपये की नकद रकम कहां से आयी. इस बात की जांच होनी चाहिए. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, वे इस बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने भी विषय उपस्थित करेंगी.

Related Articles

Back to top button