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२४ घंटे में १९ मृत और ७ दिनों में ५० लोग कोरोना से मरे

अमरावती/प्रतिनिधि दि.23 – इस समय जहां एक ओर कोरोना संक्रमितों की संख्या में बाढ़ आई हुई है, वहीं दूसरी ओर आए दिन रोजाना ही बड़े पैमाने पर कोविड संक्रमितों की मौत भी हो रही है. कोरोना से मरनेवाले मरीजों का उनकी धार्मिक रीति के तहत कोविड अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा ही अंतिम संस्कार किया जाता है. हालांकि इस समय संबंधित व्यक्ति के चुनिंदा परिजनों को उपस्थित रहने की अनुमति होती है. लेकिन इस समय कोरोना से मरनेवालों की संख्या को लेकर कुछ गड़बड़ी देखी जा रही है, क्योंकि प्रशासन की ओर से जारी किये जानेवाले आंकड़़ों और हिंदू मोक्षधाम में हुए कोरोना संक्रमितों के अंतिम संस्कार के आंकड़ो में काफी फर्क देखा जा रहा है, और ये आंकड़े आपस में मेल नहीं खा रहे.
जानकारी के मुताबिक प्रशासन ने 16 फरवरी से 22 मार्च के दौरान कुल 26 कोरोना संक्रमितों की मौत होने का आंकड़ा जारी किया है, वहीं हकीकत यह है 17 फरवरी से 23 फरवरी के दौरान अकेले हिंदू मोक्षधाम में ही 54 कोविड मृतकों का दाह संस्कार किया गया है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये है कि ये 28 अतिरिक्त कोविड मृतक कहां से आए. साथ ही पूछा यह भी जा सकता है कि अन्य स्थानों पर जिन कोविड संक्रमितों का अलग धार्मिक रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार इस दौरान हुआ होगा, उन मृतकों का आंकड़ा और ब्यौरा क्या है. जानकारी के मुताबिक गत रोज यानि सोमवार 22 फरवरी को शहर के मुख्य हिंदू मोक्षधाम में एक ही दिन में 32 लोगों के शव पर अंत्यसंस्कार किये गए. इनमें 12 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण की वजह से हुई थी, जिनका अंतिम संस्कार प्रशासन की ओर से करवाया गया. लेकिन हैरत इस बात को लेकर है कि कल प्रशासन द्वारा केवल दो लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत होने की जानकारी दी गई थी, वहीं इससे एक दिन पहले रविवार को केवल 3 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण से हुई थी. यानि बीते दो दिनों के दौरान प्रशासन ने कोरोना संक्रमण की वजह से केवल 5 लोगों की मौत होने की जानकारी दी. वहीं कल एक ही दिन हिंदू मोक्षधाम में कोरोना संक्रमण की वजह से मृत हुए 12 लोगों के शवों पर यहां अंत्य संस्कार किये गये. ऐसे में यह लग रहा है कि शायद कोरोना से मरनेवाले लोगों की विस्तृत जानकारी प्रशासन के पास भी नहीं है.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि कोरोना से मृत होने वाले लोगों पर 24 घंटे के भीतर ही अंत्यसंस्कार किया जाता है, साथ ही प्रशासन की ओर से रोजाना कोरोना मृतकों का आंकड़ा भी जारी किया जाता है. ऐसे में एक दिन के आंकड़े आगे-पीछे होने की संभावना हो सकती है. किंतु विगत 16 फरवरी से रोजाना ही प्रशासन की ओर से जारी किये जानेवाले और श्मशान भूमि में होनेवाले अंतिम संस्कार के आंकड़ो में फर्क दिखाई दे रहा है. गत रोज प्रशासन द्वारा केवल 2 लोगों की कोरोना से मौत होने की जानकारी दी गई थी. लेकिन स्थानीय हिंदू स्मशानभूमि के रिकॉर्ड के अनुसार सोमवार की सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक कोरोना से मृत 10 लोगों पर अंत्यसंस्कार किये गए और उसके बाद और दो शव कोरोना बाधितों के ही अंत्यसंस्कार के लिए लाये गए थे. इस तरह कल एक ही दिन 12 कोरोना बाधित मृतकों पर हिंदू मोक्षधाम में अंत्यसंस्कार किये गए. इनमें से कुछ शव पर गैस दाहिनी में अंत्यसंस्कार किये गए, तो कुछ शव पर उनके रिश्तेदारों की मांग के अनुसार लकडियों से अंत्यसंस्कार किये गए, लेकिन उनके अंत्यसंस्कार की अलग व्यवस्था की गई थी, इस तरह की जानकारी हिंदू स्मशान संस्थान के अध्यक्ष एड. आर. बी. अटल ने ’दै.अमरावती मंडलऴ को दी.
एड. अटल ने इस बात की भी पुष्टि की कि कल सुबह से देर रात तक कोरोना मृतकों के 12 शवों पर हिंदू मोक्षधाम में अंत्यसंस्कार किया गया. जिन कोरोना बाधितों के शव पर कल अंत्यविधि किये गए, वह राठी नगर, कारंजा लाड तहसील के खडीधामणी, फ्रेजरपुरा के कुंभारवाडा, बुधवारा, नवाथे नगर, शिरजगांव कसबा, अचलपुर के सवईपुरा, राठी नगर, गावंडे ले-आउट, साईनगर, बाकडेवाडी और चांदूर बाजार तहसील के तलवेल के निवासी थे, लेकिन जिला प्रशासन व्दारा रोज नियमित रुप से जो कोरोना बाधित और कोरोना से मृत हुए लोगों के आंकडे दिये जाते है. उनके अनुसार कल सोमवार को अमरावती जिले में दो और रविवार को तीन कोरोना बाधितों की मौत की नोंद की गई है. जिससे यह स्पष्ट होता है कि कोरोना से मृतको की विस्तृत जानकारी प्रशासन के पास भी नहीं है. या फिर कोरोना मृतकों के आंकड़े दर्ज करने में कोई लापरवाही अथवा लेटलतीफी हो रही है.

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