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टीका लगने के बाद भी 19 लोग कोरोना पॉजिटीव

अमरावती स्वास्थ्य यंत्रणा की सनसनीखेज जानकारी

  •  हेल्थ केअर वर्कर्स में पाया गया कोरोना संसर्ग

  •  एक महिने बाद बढती है रोग प्रतिकार शक्ति

अमरावती/प्रतिनिधि दि.9 – कोरोना का टीका लगा, अब संसर्ग नहीं होगा, इस गलत फहमी में रहने वालों को कोरोना ने अच्छा खासा झटका दिया, ऐसी 19 हेल्थ केअर वर्कर्स को इस सप्ताह में कोरोना का संसर्ग होने की सनसनीखेज जानकारी सामने आयी है. स्वास्थ्य यंत्रणा ने भी इसकी पुष्टी की है.
कोरोना संसर्ग में फ्रन्टलाइन पर रहने वाले स्वास्थ्य यंत्रणा के सभी को सर्वप्रथम कोरोना के टीके लगाए जा रहे है. जिले में यह प्रक्रिया 16 जनवरी से शुरु हुई और अब तक 10 हजार 874 द्गहेल्थ केअर वर्करद्घ को टीके लगाए गए है. 16462 कर्मचारियों की पहले चरण की टीकाकरण की प्रक्रिया जिले के 21 केंद्रों पर फिलहाल शुरु है. इसमें जिला सरकारी अस्पताल के बुथ पर कोव्हैक्सीन और शेष 20 बुथ पर कोविड शिल्ड यह टीके दिये जा रहे है. इन सभी को फिर एक महिने के बाद दूसरा टीका दिया जाएगा. शरीर में रोगप्रतिकारक शक्ति तैयार होने के लिए एक से डेढ महिने का अवधि लगता है. तब तक धोका कायम रहता है. कोव्हैक्सीन में डेड वायरस रहने से इससे संसर्ग नहीं होता,ऐसा जिला शल्यचिकित्सक ने कहा है.
टीकाकरण बाबत सर्वसामान्य नागरिकों में मात्र भारी उत्सूकता है. उसी तरह अनेक प्रश्न भी है. मानवी टेस्ट से इस टीके की परिणामकारकता सिध्द होने के बाद भी उसका इस्तेमाल शुरु हुआ है, लेकिन टीका लगाया इसका अर्थ कोरोना के विरुध्द कवचकुंडल प्राप्त हुआ,ऐसा इसका अर्थ नहीं. प्रतिबंधित उपाय व त्रीसूत्री को अपनाना अनिवार्य रहने की बात सीएस निकम ने कही. उल्लेखनीय है कि शहर में पीडीएमसी, आयुर्वेदिक कॉलेज, तखतमल इस्टेट, डेंटल कॉलेज, वसंत हॉल व जिला सरकारी अस्पताल, अच्यूत महाराज हॉस्पीटल व जिला ग्रामीण में अचलपुर, मोर्शी, धारणी व दर्यापुर उपजिला अस्पताल, तिवसा, चांदूर रेलवे, धामणगांव, भातकुली, नांदगांव खंडेश्वर, चांदूर बाजार, व अंजनगावं सुर्जी, ग्रामीण अस्पताल तथा वरुड व अंजनगांव बारी केंद्र पर कोरोना टीकाकरण शुरु है.

एन्टीबॉडीज कितने दिन टिकेगी

कोरोना संसर्ग से बचाव के लिए टीका लगाने से शरीर में एन्टीबॉडीज तैयार होते है. किंतु वह 6 महिने टीकेगी या सालभर, इस बाबत मात्र एकवाक्यता नहीं है. टीके की परिणामकारकता 75 प्रतिशत रहने की बात स्वास्थ्य विभाग ने कही है. गर्भवती, स्तनदा माताओं को मात्र टीके नहीं लगाए जा रहे है, ऐसा स्वास्थ्य विभाग ने बताया.

इन्हें टीके के बाद भी कोरोना संसर्ग

टीकाकरण होने के बाद कोरोना का संसर्ग हुए लोगों में एक पूर्व विधायक, मनपा के डॉक्टर, लैब टेक्निशियन, जिला परिषद के स्वास्थ्य कर्मचारी, सुपर स्पेशालिटी के स्वास्थ्य कर्मचारी, नर्सिंग होस्टेल की नर्स व अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों का समावेश है.

214 स्वास्थ्य कर्मचारियों को रिएक्शन

कोरोना का टीका लगाने के बाद 214 लोगों को हल्के स्वरुप का रिएक्शन होने की शिकायतें है. कुछ को इलाज के लिए दाखिल करना पडता था. किंतु अब तक हुए 10 हजार से ज्यादा टीकाकरण की तुलना में रिएक्शन का प्रमाण काफी कम है. हाथपैर में दर्द, बुखार, गले में खराश, धडकने बढना, चक्कर आना आदि लक्षण दिखाई दिये है.

 

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टीकाकरण के बाद भी सतर्कता महत्वपूर्ण

टीकाकरण के बाद भी शरीर में रोगप्रतिकार शक्ति तैयार होने एक से डेढ महिने का समय लगता है. इस कारण तब तक धोका कायम रहता है. जिससे चेहरे पर मास्क, हाथ बार-बार धोना, फिजिकल डिस्टेन्स इस त्रीसूत्री का इस्तेमाल करना अनिवार्य है. टीका लगाया इसकारण रिलैक्स न हो, रोग प्रतिकारक शक्ति तैयार होने समय लगने से धोका कायम रहता है. लापरवाही से ही कुछ लोगों को टीकाकरण के बाद संसर्ग हुआ है.
-डॉ.श्यामसुंदर निकम, जिला शल्यचिकित्सक

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