एमपीएससी की 200 सीटों हेतु ढाई लाख विद्यार्थी
केवल एक प्रतिशत परीक्षार्थियों को मिल सकती है नौकरी
अमरावती/प्रतिनिधि दि.13 – प्रतिवर्ष लाखों युवा राज्य लोकसेवा आयोग यानी एमपीएससी की परीक्षा के लिए तैयारी करते है. जिसमें से कई लोक परीक्षा की तैयारी करने हेतु पुणे भी जाते है, लेकिन अपना पैसा, समय और कई वर्षों की मेहनत खर्च करने के बावजूद इसमें से आधे परीक्षार्थियों को भी एमपीएससी के जरिये सरकारी नौकरी नहीं मिलती. बल्कि चयन होने के बाद भी विद्यार्थियों को नियुक्ति के लिए प्रतीक्षा करनी पडती है.
वर्ष 2018 में कई ऐसे परीक्षार्थी रहें, जिन्होंने इस परीक्षा का फार्म भरा. पश्चात प्रिलीम, मेन व इंटरव्यू को सफलतापूर्वक पार करते हुए उनका चयन भी हुआ. जिसके लिए उन्हें चारों ओर से बधाईयां भी मिली. किंतु अब तक उनकी नियुक्ति नहीं हुई. ऐसे में ये युवा अब लोगों के लिए मजाक का विषय बन गये है. साथ ही सरकारी सेवा में चयनीत कई युवा मेहनत-मजदूरी कर रहे है. जानकारी के मुताबिक मराठा आरक्षण के मसले को आगे करते हुए उनकी नियुक्तियां रोक दी गई है. वहीं अब जो आवेदक यह परीक्षा देने जा रहे है. उनमें से कितनों को सरकारी नौकरी मिलेगी, यह अपने आप में बडा सवाल है. क्योेंकि आगामी 21 मार्च को होनेवाली एमपीएससी परीक्षा के लिए करीब ढाई लाख विद्यार्थियों ने आवेदन किया है और यह परीक्षा केवल 200 पदों के लिए हो रही है. यानी एक प्रतिशत विद्यार्थियों का ही तमाम चरण पार करने के बाद सरकारी नौकरी के लिए चयन होगा. किंतु उन्हें नियुक्ति कब मिलेगी, यह अभी तय नहीं है. क्योंकि फिलहाल पिछली बैच के ही चयनीत अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं मिली है.