94 बालकों का ‘टू-डी इको’ किया, 30 बालकों में हृदयविकार
जिला अस्पताल में एक ही दिन में जांच, जल्द होगी शस्त्रक्रिया
अमरावती/दि. 5– स्थानीय जिला अस्पताल में मंगलवार को हृदय दर्द होने वाले 94 बालकों की टू-डी इको की गई. इसमें 30 बालकों में हृदयविकार की तकलीफ रहने का निदान किया गया. जल्द ही इन बालकों की जान बचाने के लिए आरबीएसके अंतर्गत नि:शुल्क हृदयविकार शस्त्रक्रिया भी जाएगी, ऐसी जानकारी अस्पताल प्रशासन ने दी. नववर्ष में पहली बार इतनी बडी संख्या में बालकों की जांच की गई है.
बदलती जीवनशैली के कारण हृदयविकार का प्रकार काफी बढ रहा है. इस कारण इसका समय पर उचित निदान हुआ तो उस पर उपचार करना संभव हैे. छोटे बालकों को भी जन्म से ही हृदयविकार होता है. इसमें उनके दिल को छेद रहना, सांस लेने में परेशानी होना, थकान लगने जैसे लक्षण रहत हैं. इस कारण ऐसे बालकों पर राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 0 से 18 वर्ष आयु वर्ग के बालकों का समय पर निदान कर नि:शुल्क उपचार किया जाता है. इस कारण हृदयविकार बीमारी का निदान करने के लिए ‘टू-डी इको’ आवश्यक है. इस कारण जिला अस्पताल में कार्यान्वित की गई टू-डी इको मशीन पर मंगलवार को 94 बालकों की जांच की गई. इस जांच में 30 बालकोें में हृदयविकार रहने का निदान किया गया. इस कारण इन बालकों की जान बचाने के लिए उन पर जल्द नि:शुल्क हृदयविकार शस्त्रक्रिया की जाने वाली है. मरीजों की जांच आचार्य विनोबा भावे अस्पताल के बाल हृदयरोग तज्ञ डॉ. शंतनू गोमासे ने की. इस अवसर पर समन्वयक प्रतीक गडकरी ने उन्हें सहायता की. यह जांच अभियान सफल करने के लिए आरबीएसके जिला कार्यक्रम पर्यवेक्षक नीलेश पुनसे, सांख्यिकी अन्वेक्षक प्रसाद अनासाने, र्डीआईसी व्यवस्थापक डॉ. प्रीती रोडे और जिले के संपूर्ण वैद्यकीय अधिकारी व कर्मचारियों ने अथक परिश्रम किया.