अमरावती/प्रतिनिधि दि.2 – इन दिनों कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन होने पर भी साइबर अपराधी पूरी तरह से सक्रिय नजर आ रहे हैं. जिसके चलते साइबर अपराधी लोगों को ऑनलाइन आसानी से ठग रहे हैं. वहीं दूसरी ओर पुलिस प्रशासन की साइबर सेल की टीम भी अपराधियों पर नकेल कसने का काम कर रही है. बुधवार को साइबर सेल की टीम ने ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार हुए 6 लोगों को 2 लाख 5 हजार रुपए की रकम लौटाई है.
मिली जानकारी के अनुसार नवसारी में रहने वाले निलेश राऊत को साइबर अपराधियों ने फोन कर एसबीआय कस्टमर केयर से बात करने की जानकारी देते हुए एनीडेस्क अप्लीकेशन डाउनलोड करने की जानकारी दी व इसके बाद मोबाइल का एक्सेस लेकर 42 हजार 249 रुपए उड़ा लिये थे. इसी तरह गाडगेनगर क्षेत्र में रहने वाले मधुकर देशमुख को भी अपराधियों ने बैंक खाता केवायसी नहीं रहने से बंद होने की जानकारी देते हुए शिकायतकर्ता को ओटीपी पूछकर 48 हजार रुपए उड़ा लिये थे. खापर्डे बगीचा में रहने वाली समीक्षा यशपाल वरटे ने मिशो शॉपिंग एप पर साड़ी बुक की थी. लेकिन बुक की गई साड़ी नहीं मिलने पर उन्होंने गुगल पर मिशो एप के कस्टमर केअर का नंबर ढूंढकर उनसे संपर्क साधा. इस समय अपराधियों ने पैसे लौटाने की जानकारी देते हुए उन्हें लिंक भेजी. इस लिंक पर क्लिक करते ही शिकायतकर्ता के बैंक खाते से 90 हजार रुपए कट गये. वहीं रहाटगांव रोड शेगांव में रहने वाले दिनकर पांडे ने भीम ऍप के माध्यम से 20 हजार रुपए इलेक्ट्रिक बिल का भुगतान किया था. यह रकम उनके बैंक खाते से कट गई थी, लेकिन बिजली वितरण कंपनी को वह मिल नहीं पायी. इसलिए उनके घर का बिजली कनेक्शन महावितरण कंपनी की ओर से काट दिया गया. रकम का गबन किये जाने का अहसास होने पर उन्होंने साइबर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करायी. इसी तरह तेजस पारेख को साइबर अपराधियों ने फोन कर बैंक खाता केवायसी नहीं होने पर बंद होने की जानकारी देते हुए ओटीपी पूछकर 49,996 रुपए की रकम उड़ा ली. वहीं सूरज मुलानी को साइबर अपराधियों ने फोन पे कस्टमर केयर से बोलने की जानकारी देते हुए टीम विवर अप्लीकेशन डाउनलोड करने के लिये कहा. इसके बाद शिकायतकर्ता से मोबाइल का एक्सेस प्राप्त कर 59,996 रुपए उड़ा लिये. इन सभी शिकायतकर्ताओं ने साइबर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करायी. साइबर पुलिस के अधिकारी व कर्मचारियों ने तत्काल ट्रांजक्शन्स का अभ्यास कर तकनीकी पध्दति से जांच करते हुए विविध पेमेंट वेलेट कंपनी के अलावा बैंक के नोडल अधिकारी से संपर्क कर शिकायतकर्ता निलेश राऊत को 35,249 रुपए,मधुकर देशमुख को 43 हजार रुपए,समीक्षा वरटे को 57 हजार रुपए,दिनकर पांडे के 20 हजार रुपए,तेजस पारेख के 19,919 रुपए व सुरज मुलानी के 29,998 रुपए कुल मिलाकर 2 लाख 5 हजार रुपए की रकम लौटायी.
साइबर पुलिस व्दारा धोखाधड़ी की रकम वापस लौटायी जाने पर शिकायतकर्ताओं ने पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह का आभार मानते हुए साइबर पुलिस थाने की निरीक्षक सीमा दातालकर, सहायक पुलिस निरीक्षक रविन्द्र सहारे, पुलिस उपनिरीक्षक कपिल मिश्रा, पुलिस हवलदार चैतन्य रोकडे, गजानन पवार,उल्हास टवलारे, सुधीर चर्जन, ताहेर अली, संजय धंदर व स्टाफ का अभिनंदन किया. यह कार्रवाई पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह, पुलिस उपायुक्त विक्रम साली के मार्गदर्शन में साइबर टीम की पीआय सीमा दातालकर, सहा. पुलिस निरीक्षक रविन्द्र सहारे, पुलिस उपनिरीक्षक कपिल मिश्रा, पुलिस हवलदार जगदीश पाली, चैतन्य रोकडे, दीपक बदरके, शैलेंद्र अर्डक, गजानन पवार, सुधीर चर्जन, संजय धंदर, ताहेर अली, पंकज गाडे, सचिन भोयर, उल्हास टवलारे, प्रशांत मोह ोल, गोपाल सोलंखे, मयुर बोरेकर ने की.