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सातरगांव के सुमित ने करजगांव के अंकुश को बेची थी
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क्यों और कैसे लायी गयी, इसकी जांच शुरु!
अमरावती/प्रतिनिधि दि.19 – जिले की तिवसा तहसील के पंचवटी चौक पर कल रात जब तिवसा पुलिस का दल पेट्रोलिंग कर रहा था तब उन्हें देखकर दुपहिया सवार दो युवक एक बोरा वहीं पर छोडकर भाग गए थे. पुलिस को पहले लगा कि शायद वह शराब विके्रता होंगे, जो उन्हें देखकर भाग गए, लेकिन जब तिवसा पुलिस ने वह बोरा खोला तो बोरे में जिलेटिन व डोटोनेटर यह घातक विस्फोटक देखकर पुलिस भी हक्काबक्का रह गई. तिवसा के पंचवटी चौक से विस्फोटक भरा यह बोरा जब्त कर पुलिस थाने में ले आये, लेकिन उस बोरे में 200 नग जिलेटिन और 200 नग डिटोनेटर रहने से तिवसा पुलिस ने इसकी जानकारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दी. खबर मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी व ग्रामीण पुलिस की अपराध शाखा का दल तिवसा में पहुंचा और उन्होंने विस्फोटक रखने वाले उन दो अज्ञात युवकों की तलाश शुरु की.
जांच के दौरान अपराध शाखा पुलिस को पता चला कि तिवसा से राजुरवाडी मार्ग पर सातरगांव है. इस गांव में रहने वाला सुमित अनिल सोनोने यह लाइसेंस धारी विस्फोटक विके्रेता है. रात में ही अपराध शाखा पुलिस ने सुमित सोनोने को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की. उसके दुकान के जब पूरेे रिकॉर्ड छान लिये तब पता चला कि 200 जिलेटिन और 200 डिटोनेटर बेचने की रिकॉर्ड पर कही पर भी नोंद नहीं थी, लेकिन सुमित सोनोने ने पुलिस को बताया कि वरुड तहसील के बेनोडा पुलिस स्टेशन अंतर्गत आने वाले करजगांव लोणी निवासी अंकुश लांडगे यह कुएं में सुरंग लगाने का काम करता है और वह हमेशा उसके पास से जिलेटिन और डिटोनेटर खरीदता है और कल शाम के समय अंकुश ने ही वह डिटोनेटर और जिलेटिन खरीदे थे. खबर मिलते ही एलसीबी के पीएसआई विजय गराड, एएसआई मुलचंद भांबुरकर, पुलिस हेडकाँस्टेबल सुनील केवतकर, नायब पुलिस सिपाही बलवंत दाभने, मंगेश लकडे, चंद्रशेखर खंडारे व राहुल सोलव के दल ने करजगांव लोणी जाकर अंकुश लांडगे को गिरफ्तार किया. इन दोनों के खिलाफ भादंवि की धारा 286 तथा विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 1908 की कलम 5, 9 (ब)(1) के तहत अपराध दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार किया है.
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खदान और कुएं में विस्फोट के काम में आते है जिलेटिन व डिटोनेटर
कल रात तिवसा के पंचवटी चोैक पर जब्त किये गए 200 जिलेटिन और 200 नग डिटोनेटर खरीदकर अंकुश लांडगे कहा जा रहा था, इसका जब पता लगाया गया तब बताया गया कि कुआ खोदते समय जब जमीन में बडे पत्थर लग जाते है तो उन पत्थरों को फोडने के लिए तथा खदान में पहाडियों में रहने वाले बडे पत्थर फोडने के लिए इन्हीं जिलेटिन व डिटोनेटर का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन यह जिलेटिन व डिटोनेटर किसी भी सामान्य दुकान में नहीं मिलते. उसके विक्रेता भी लाइसेंसधारी रहते है और उन्हें यह हथियार बिक्री का रिकॉर्ड रखना पडता है.
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शराब तस्कर समझकर पीछा किया पुलिस ने
इन दिनों शराब तस्कर पुलिस से नजरे बचाने बोरे में शराब की पेटियां भरकर ले जाते है. कल रात हाईवे नं.6 पर 2 युवक एक दुपहिया पर जा रहे थे. उनके पास बोरे में कुछ तो भी भरा था. पुलिस का वाहन पीछे देख जब उन्होंने दुपहिया की स्पीड बढाई तो पुलिस को भी संदेह हुआ. पुलिस ने उन्हें पकडने का प्रयास किया तब पंचवटी चौक पर विस्फोटक भरा बोरा फेंककर दोनों दुपहिया सवार भाग गए. जिसमें से अंकुश लांडगे को पुलिस ने गिरफ्तार किया और उसका साथी फरार है.
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नियोजल कंपनी के है विस्फोटक
जानकारी के अनुसार तिवसा में कल रात पकडे गए विस्फोटक यह नियोजल कंपनी के बताये गए है. जब्त किये गए जिलेटिन का वजन 25 किलो बताया गया है और तिवसा में जब्त हुआ यह विस्फोटक नियोजल कंपनी का है तथा वर्धा निवासी जोथरिया नामक व्यक्ति के पास इसे बेचने का अधिकृत लाइसेंस है. सातरगांव निवासी सुमित सोनोने ने जोथरिया के पास से यह जिलेटिन और डिटोनेटर खरीदे थे,ऐसा उसने पुलिस को बताया, लेकिन सुमित सोनोने ने उसके पास लाइसेंस रहते हुए भी केवल विस्फोटक बिक्री की रिकॉर्ड पर नोंद न रखने के कारण उसे गिरफ्तार किया गया है. अब पुलिस जल्द ही वर्धा के जोधरिया के कार्यालय में जाकर वहां का रिकॉर्ड जांच करेगी और इसका पता लगाया जाएगा कि सुमित ने इस तरह बगैर रिकॉर्ड रखे कितने लोगों को जिलेटिन व डिटोनेटर बेचे.