जिले के 21 पूर्व विधायक पाते है भारी-भरकम पेन्शन
प्रतिमाह 50 से 72 हजार रूपयों की पेन्शन होती है अदा

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हर महिने कोषागार से अदा होते है 12.10 लाख रूपये माननीयों को
अमरावती/दि.20 – यूं तो राजनीति को सेवा का जरिया माना जाता है. किंतु इस सेवा के लिए काफी सारा मेवा भी मिलता है. यदि एक बार सांसद या विधायक चुनकर आ गये, तो पद पर रहते समय मानधन के तौर पर प्रति माह भारी-भरकम वेतन व कई तरह के भत्ते तो मिलते ही है, किंतु पद से हटने के बाद ताजिंदगी अच्छी-खासी पेन्शन भी मिलती है और यह पेन्शन भी कई सरकारी कर्मचारियों के प्रतिमाह वेतन से अधिक होती है. ऐसे ही अमरावती जिले में 21 भुतपूर्व विधायकों को प्रतिमाह 50 से 72 हजार रूपये की पेन्शन राज्य सरकार द्वारा अदा की जाती है. वहीं समूचे राज्य में पेन्शन प्राप्त करनेवाले पूर्व विधायकों की संख्या 668 है.
राज्य सरकार द्वारा पूर्व विधायकों की वरिष्ठता व वरियता के अनुसार उनका प्रतिमाह निवृत्ति वेतन तय किया गया है. जिसके तहत एक कार्यकाल पूर्ण करनेवाले पूर्व विधायक को 50 हजार रूपयों का निवृत्ति वेतन दिया जाता है. वहीं एक से अधिक बार चुनकर आनेवाले और मंत्री पद पर रह चुके पूर्व विधायकों को तय मापदंड के अनुसार 60 से 72 हजार रूपयों का प्रतिमाह सेवानिवृत्ति वेतन लागू किया गया है.
किसे मिलती है कितनी पेन्शन (रूपये में)
शरद तसरे – 72,000
डॉ. सुनील देशमुख – 70,000
प्रा. वीरेंद्र जगताप – 70,000
जगदीश गुप्ता – 70,000
हर्षवर्धन देशमुख – 70,000
डॉ. अनिल बोंडे – 60,000
सदानंद चव्हाण – 60,000
साहेबराव तट्टे – 60,000
ज्ञानेश्वर धाने – 60,000
यशवंत शेरेकर – 60,000
सुरेंद्र भूयार – 58,000
रावसाहब शेखावत – 50,000
नारायण पटेल – 50,000
रावसाहब हाडोले – 50,000
देविसिंह शेखावत – 50,000
प्रदीप वडनेरे – 50,000
पटल्या मावस्कर – 50,000
नरेशचंद्र ठाकरे – 50,000
केवलराम काले – 50,000
प्रभुदास भिलावेकर – 50,000
रमेश बुंदिले – 50,000
कुल – 12,10,000