शहर के 2365 लोगों ने लॉकडाउन में भी किया सफर
12 हजार से ज्यादा लोगों की ई-पास अनुमति हुई थी खारिज
अमरावती/प्रतिनिधि दि.28 – इस वर्ष की शुरुआत में यानी फरवरी में फिर कोरोना की दूसरी लहर की शुरुआत हुई थी. कोरोना संक्रमितों का आंकडा बढते जाने के बाद पहले स्थानीय जिला प्रशासन ने लॉकडाउन की घोषणा की थी और उसके बाद 14 अप्रैल से राज्य सरकार के निर्देश जिले में फिर कडे लॉकडाउन के साथ जिला बंदी कर दी गई थी. इस लॉकडाउन में 2 हजार 365 लोगों ने अत्यावश्यक कामों के लिए आयुक्तालय पुलिस से ई-पास निकालकर निजी फोरव्हीलर की मदत से जिले के बाहर सफर किया था.
उल्लेखनीय है कि इस कडे लॉकडाउन में ई-पास के लिए भी पुलिस विभाग की ओर से कडी शर्ते लगा दी गई थी. केवल अत्यावश्यक और वैद्यकीय कामों के लिये ही ई-पास दी जा रही थी. अत्यावश्यक कामों में भी अगर सफर करने वाले व्यक्ति की उम्र 60 वर्ष से ज्यादा हो तो उन्हें ई-पास नकारी जाती थी. इसके साथ ही वाहन चालक समेत सफर करने वाले सभी व्यक्ति की 72 घंटा पूर्व की कोरोना टेस्ट भी जरुरी की गई थी. लॉकडाउन के दौरान जिले से बाहर सफर करने के लिए अमरावती शहर पुलिस आयुक्तालय मेें कुल 14 हजार 990 लोगों ने ई-पास के लिए अर्जी की थी. जिसमेें से 12 हजार 625 लोगों की ई-पास अर्जी रिजेक्ट किये जाने की जानकारी पुलिस सूत्रांेंं से मिली है. इस तरह लॉकडाउन में ई-पास के माध्यम से 2 हजार 365 लोगों ने जिले से बाहर सफर किया था.