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जिले में 250 किमी. लंबे रेल मार्ग का होगा ऑडिट

 शिराला हादसे के बाद जागा भुसावल रेल मंडल

  • 15 अगस्त को मालगाडी के 22 डिब्बे उतर गये थे पटरी से

  • फिश प्लेट चोरी होने को लेकर रेल प्रशासन ने साधा मौन

अमरावती/प्रतिनिधि दि.21 – विगत रविवार 15 अगस्त को नरखेड-अमरावती रेल मार्ग पर वलगांव रेल्वे स्टेशन से आगे शिराला गांव के पास कोयल लदी मालगाडी के 59 में से 22 डिब्बे पटरी छोडकर नीचे उतर गये थे और पलट गये थे. इस हादसे को घटित हुए अब करीब एक सप्ताह होने में है. किंतु अब तक रेल प्रशासन इस हादसे की वजहों को लेकर किसी अंतिम नतीजे तक नहीं पहुंच पाया है. बल्कि एक सप्ताह से जांच समिती द्वारा केवल मामले की जांच ही की जा रही है. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जिस स्थान पर यह हादसा घटित हुआ, वहां रेलवे पटरियों को अपनी जगह पर बांधे रखनेवाली फिश प्लेट नदारद पायी गयी है. किंतु फिश प्लेट चोरी कैसे हो गई और इस पर समय रहते किसी का ध्यान क्यों नहीं गया, इस बात को लेकर रेल प्रशासन ने चुप्पी साध रखी है. लेकिन राहत की बात यह है कि, इस हादसे के बाद भुसावल मंडल रेल प्रशासन हडबडाकर नींद से जागा है और अब जिले से होकर गुजरनेवाले करीब 250 किमी. लंबे रेल मार्गों का ऑडिट करवाये जाने का निर्णय लिया गया है.

  • कहीं कोई सोची-समझी साजिश तो नहीं

बता देें कि, अमरावती जिले से होकर हावडा-मुंबई, हावडा-पुणे, अहमदाबाद-चेन्नई, पुरी-अहमदाबाद, यशवंतपूरम-इंदौर, जयपुर-सिकंदराबाद की ओर जानेवाले रेलमार्ग है. यानी अमरावती जिले से होकर देश की सभी दिशाओं की ओर जानेवाली रेलगाडियां गुजरती है और सभी रेलगाडियाेंं में हमेशा ही अच्छी-खासी यात्री संख्या होती है. सबसे उल्लेखनीय बात यह है कि, जिस समय शिराला के निकट कोयला लदी मालगाडी हादसे का शिकार हुई, उसके कुछ समय बाद ही उसी रेलमार्ग से नरखेड-काचीगुडा एक्सप्रेस को गुजरना था. यदि मालगाडी से पहले वह एक्सप्रेस ट्रेन यहां से गुजरती और उसके साथ यह हादसा घटित होता, तब दिखाई देनेवाले भयावह दृश्य की महज कल्पना ही की जा सकती है. ऐसे में इस संभावना से कतई इन्कार नहीं किया जा सकता कि, काचीगुडा नरखेड एक्सप्रेस को शिकार बनाने हेतु जानबूझकर इस रेलमार्ग की फिश प्लेट को हटाया गया था, ताकि स्वाधीनता दिवसवाले दिन किसी बडे हादसे को अंजाम दिया जा सके. किंतु रेल प्रशासन द्वारा फिश प्लेट चोरी के मामले को लेकर पूरी तरह से चुप्पी साध ली गई है.

  • जांच के बाद ही वजह पता चलेगी

इस हादसे के बाद मामले की जांच करने हेतु एक समिती गठित की गई है. जिसके द्वारा अपना काम किया जा रहा है. फिश प्लेट चोरी होने की भले ही चर्चा चल रही है, किंतु अब तक हादसे की निश्चित वजह पता नहीं चल पायी है. सभी रेल मार्गों की जांच करना अनिवार्य व आवश्यक होता है और यह काम रेल प्रशासन द्वारा नियमित तौर पर किया जा रहा है.
जीवन चौधरी
जनसंपर्क अधिकारी, भुसावल रेल मंडल

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