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राज्य में 2,664 जानवर लंपी डीसीज से संक्रमित

338 गांवों के जानवरों में फैली है बीमारी

* अब तक 5 लाख से अधिक जानवरों का हुआ है टीकाकरण
* पशुसंवर्धन आयुक्त एस. पी. सिंह ने दी जानकारी
मुंबई/दि.13- राज्य में इस समय जानवरों में लंपी स्कीन डीसीज नामक संक्रामक बीमारी फैल रही है. जिसकेे चलते अब तक 338 गांवों में 2 हजार 464 जानवर इस बीमारी की चपेट में आ चुके है. ऐसे में राज्य के पशुसंवर्धन विभाग द्वारा इस बीमारी के संक्रमण को रोकने हेतु प्रभावी तरीके से कदम उठाये जा रहे है. जिसके तहत 16 लाख से अधिक प्रतिबंधक टीके उपलब्ध करा लिये गये है. जिनके जरिये अब तक 5 लाख से अधिक जानवरों का टीकाकरण किया जा चुका है. साथ ही अगले सप्ताह तक 50 लाख टीके भी उपलब्ध हो जायेंगे. इस आशय की जानकारी राज्य पशुसंवर्धन विभाग के आयुक्त सचिंद्र प्रताप सिंह द्वारा दी गई है.
पशुसंवर्धन आयुक्त सिंह ने उपरोक्त जानकारी देने के साथ ही बताया कि, इस बीमारी के संक्रमण को रोकने हेतु राज्य में जानवरों की खरीदी-बिक्री और ढुलाई को प्रतिबंधित कर दिया गया है. साथ ही जानवरों को संक्रमण से बचाने हेतु उन्हें प्रतिबंधक टीके लगाये जा रहे है. अत: सभी पशुपालकों ने पशु संवर्धन विभाग द्वारा जारी किये जानेवाले दिशा-निर्देशोें का कडाई के साथ पालन करना चाहिए, ताकि इस बीमारी को जल्द से जल्द खत्म किया जा सके.
* सीएम शिंदे ने भी जारी किये निर्देश
उधर राज्य मंत्रिमंडल की सोमवार की बैठक में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने लंपी रोकथाम के निर्देश अफसरान को दिये. उन्होंने लंपी से नुकसान भरपाई की भी घोषणा की. इसके लिए जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी की अध्यक्षता में समिति का ऐलान किया. लंपी नियंत्रण के लिए आवश्यक टीका, दवाई और साधन सामग्री के लिए जिले को एक-एक करोड रुपए दिये जाएंगे.
* अमरावती में अब तक 320 जानवर संक्रमित
इस समय राज्य के अन्य जिलों की तरह अमरावती जिले में भी लंपी स्कीन डीसीज नामक बीमारी का जानवरों में प्रभाव देखा जा रहा है और जिले के 12 गांवों में 320 पशुओं को इस बीमारी ने चपेट में लिया हैं. अधिकांश पशु उपचार के बाद स्वस्थ हो जाने की जानकारी पशु संवर्धन उपायुक्त ने दी. उन्होंने बताया कि, धारणी, चिखलदरा, अचलपुर के पशुओं में लंपी के लक्षण जानवरों मेें देखे गये. फिर समूची यंत्रणा को अलर्ट किया गया. 14 तहसीलों के लिए 14 उडन दस्ते बनाये गये हैं. पशु वैद्यकीय अधिकारी और कर्मचारियों की छूट्टीयां रद्द कर दी गई हैं. कुछ भी शंका रहने पर 1062 टोल फ्री नंबर पर संपर्क करने कहा गया हैं. ऐसे ही पशुओं का संसर्ग अन्य जानवरों को न होने देने की खबरदारी बरतने कहा गया हैं.
* जिले में लंपी से निपटने 14 उडन दस्ते
* 20 हजार प्रतिबंधक टीके हुए प्राप्त
जिले के 12 गांवों में लंपी बीमारी का पशुओं में प्रादुर्भाव देखा गया. जिससे प्रशासन एक्शन मोड में आ गया. पशुओं की आवाजाही पर रोक लगाने के साथ बीमारी को बढने से रोकने के लिए पशुओं को क्वारंटाईन किया जा रहा हैं. यह भी पता चला है कि, 20 हजार टीके प्राप्त हो गये हैं. सप्ताह भर में 6 हजार पशुओं का टीकाकरण का नियोजन किया गया हैं.

* गाय, बैल व भैसोें की ढुलाई पर लगा प्रतिबंध
लंपी स्कीन डीसीज के संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा अब अमरावती जिले के सभी पशुपालकों को निर्देश दिया गया है कि, वे गाय, भैस व बैल जैसे जानवरों की खरीदी-बिक्री और ढुलाई बिल्कुल भी न करे. साथ ही जिन जानवरों में लंपी स्कीन डीसीज के लक्षण दिखाई दे रहे है, उन्हें अन्य जानवरों से पूरी तरह अलग-थलग रखा जाये. ताकि इस बीमारी का संक्रमण एक जानवर से दूसरे जानवर तक न पहुंच पाये.

 

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