महेश भवन के कोविड अस्पताल में २४० बेड की होगी व्यवस्था
-
महेश सेवा समिती के एड. आर. बी. अटल ने दी जानकारी
-
शहर का सबसे बडा निजी कोविड अस्पताल होगा महेश भवन में
-
इस समय १४० बेड की व्यवस्था उपलब्ध, अगले पंद्रह दिन में १०० अतिरिक्त बेड की व्यवस्था होगी
-
२४ मरीजों को भरती करते हुए काम हुआ था शुरू
-
लगातार हो रहा सेवा विस्तार, १२ डॉक्टरों सहित ४० से ५० लोगों का मेडिकल स्टाफ सेवा हेतु तैनात
-
डॉ. अरूण हरवानी की अगुआई में हो रहा मरीजों का इलाज
अमरावती/प्रतिनिधि दि.२२ – स्थानीय बडनेरा रोड स्थित महेश भवन में जिला प्रशासन के निवेदन और मनपा प्रशासन की अनुमति मिलने पश्चात कुल ८० बेड का निजी कोविड अस्पताल विगत २२ अगस्त को शुरू किया गया था और प्रारंभिक दौर में यहां केवल २४ कोरोना संक्रमित मरीज भरती किये गये थे. बाद में शहर सहित जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढती देख महेश भवन में शुरू किये गये कोविड अस्पताल में मरीजों को भरती करने हेतु बेड की संख्या बढानी शुरू की गई. जिसके चलते इस समय महेश भवन के कोविड अस्पताल में १४० बेड की व्यवस्था उपलब्ध है. साथ ही आगामी तीन-चार दिनों में यहां पर ५० बेड उपलब्ध करा दिये जायेंगे और अगले पंद्रह दिनोें के भीतर और भी ५० अतिरिक्त बेड उपलब्ध कराने की तैयारी शुरू कर दी गई है. ऐसे में आगामी पंद्रह दिनों के भीतर महेश भवन के कोविड अस्पताल की कुल क्षमता २४० बेड की हो जायेगी. इस आशय की जानकारी शहर के ख्यातनाम समाजसेवी तथा महेश सेवा समिती के संचालक एड. आर. बी. अटल द्वारा दी गई है. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, इस समय शहर सहित जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढती रहने की वजह से सुपर स्पेशालीटी हॉस्पिटल के सरकारी कोविड अस्पताल में प्रशासन द्वारा बेड की संख्या लगातार बढाने पर काम किया जा रहा है और सरकारी कोविड अस्पताल में इस समय लगभग ३०० के करीब बेड उपलब्ध है. वहीं १४० बेड की क्षमता रहनेवाला महेश भवन में शुरू किया गया कोविड अस्पताल इस समय शहर सहित जिले का सबसे बडा निजी कोविड अस्पताल है.
साथ ही आगामी १५ दिनों के भीतर इस अस्पताल में मरीजों के लिए १०० अतिरिक्त बेड उपलब्ध करा दिये जायेंगे. ऐसे में यह पहला और अकेला ऐसा निजी कोविड अस्पताल होगा, जहां पर कोरोना संक्रमित मरीजों को भरती करने के लिए २४० बेड की व्यवस्था उपलब्ध होगी. महेश भवन में शुरू किये गये कोविड अस्पताल के संदर्भ में जानकारी देते हुए एड. आर. बी. अटल ने बताया कि, लॉकडाउन काल के दौरान महेश भवन में रोजाना शाम जरूरतमंदों को भोजन के नि:शुल्क पैकेट वितरित करने का काम शुरू किया गया था. पश्चात शहर में कोरोना का संक्रमण फैलते ही महेश भवन को ७ अगस्त से कोरोंटाईन सेंटर खोलने के लिए उपलब्ध कराया गया और यहां पर कोरोना संदेहित मरीजों एवं कोराना संक्रमितों के संपर्क में आनेवाले लोगोें को रखा जाने लगा. पश्चात महेश भवन में महेश सेवा समिती द्वारा किये जानेवाले सेवा कार्यों से प्रभावित होकर खुद अमरावती के जिलाधीश शैलेश नवाल ने महेश सेवा समिती के पदाधिकारियों से निवेदन किया कि, वे अमरावती शहर की जरूरत को देखते हुए महेश भवन में निजी कोविड अस्पताल शुरू करे और कोरोना संक्रमित मरीजों को भरती करते हुए उनका इलाज करे. जिसके बाद झेनिथ अस्पताल के चिकित्सकों की टीम के साथ समन्वय स्थापित करते हुए महेश भवन में ८० बेड का कोविड हॉस्पिटल शुरू किया गया. शुरूआती दौर में इस निजी कोविड अस्पताल हेतु महेश भवन के कमरों में ४८ बेड की व्यवस्था की गई थी. यहां पर कमरे काफी बडे-बडे रहने की वजह से यदि कोई मरीज किसी अन्य मरीज के साथ कमरा शेयर करना चाहे, तो रूम शेयरिंग की व्यवस्था उपलब्ध है. इसके साथ ही महेश भवन की उपरी मंजील पर चार से पांच वेेंटिलेटर की व्यवस्था की गई और निचली मंजील स्थित हॉल में ३० बेड का आयसीयू बनाया गया. पश्चात यहां पर ६० अतिरिक्त बेड उपलब्ध कराये गये. जिसके चलते महेश भवन में कुल बेड की संख्या १४० पर जा पहुंची. वहीं अब उपरी मंजिल के हॉल और निचली मंजील के हॉल में ५० अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की जा रही है. जिसके लिए ऑक्सीजन पॉइंट बनाने एवं अन्य जरूरी मेडिकल उपकरणों हेतु इलेक्ट्रीक फिटींग जैसे तमाम जरूरी काम पूरे कर लिये गये है तथा आगामी दो-तीन दिनों के भीतर यहां ५० अतिरिक्त बेड की सुविधा उपलब्ध हो जायेगी. वहीं इसके बाद आगामी १५ दिनों के भीतर महेश भवन के पीछे स्थित लॉन में आयसोलेशन सेंटर बनाते हुए वहां मरीजों को भरती करने के लिए ५० बेड की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी. इस तरह से आगामी दो सप्ताह के भीतर ही यहां पर बेड की संख्या १४० से बढकर २४० पर पहुंच जायेगी और एक तरह से महेश भवन का कोविड अस्पताल अब बेड की संख्या व क्षमता के मामले में सुपर कोविड अस्पताल के समकक्ष पहुंच जायेगा.
बेहतरीन चिकित्सा सुविधाओं के साथ ही चाय, नाश्ते व भोजन का प्रबंध भी शानदार
बता दें कि, इस अस्पताल में चौबीसौ घंटे ४० से ५० लोगों का मेडिकल स्टाफ मरीजों की सेवा के लिए तैनात किया गया है. जिनमें १० से १२ डॉक्टरों का समावेश है. इसके तहत यहां पर डॉ. अरूण हरवानी सहित डॉ. स्वप्नील रूद्रकार, डॉ. नीरज राघानी, डॉ. उज्वल वानखडे, डॉ. संतोष राउत, डॉ. हेमंत पटेल व डॉ. नवेद खान आदि विशेषज्ञों द्वारा अपनी सेवाएं प्रदान की जा रही है. इस निजी कोविड अस्पताल में सरकार की ओर से तय की गई दरों के अनुसार ही मरीजों से इलाज का शुल्क लिया जा रहा है और अब तक महेश भवन में उपचार शुल्क दरों को लेकर किसी मरीज द्वारा कोई शिकायत नहीं की गई है. इस बारे में जानकारी देते हुए एड. आर. बी. अटल ने बताया कि, महेश भवन में मरीजों के इलाज व सेवा के लिए कोविड अस्पताल शुरू किया गया है और हमारा उद्देश्य इस अस्पताल के जरिये धन कमाना बिल्कूल भी नहीं है. उन्होंने बताया कि, महेश भवन के कोविड अस्पताल में मरीजों की सेवा एवं बेहतरीन इलाज के साथ-साथ यहां पर मरीजोें के चाय, नाश्ते एवं भोजन की व्यवस्था सहित साफ-सफाई को लेकर विशेष प्रबंध किये गये है और भोजन का जिम्मा रहनेवाले व्यक्ति को रोजाना ही अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा मरीजों को दिये जानेवाले भोजन के संदर्भ में आवश्यक दिशानिर्देश व मार्गदर्शन किया जाता है. साथ ही महेश भवन के भीतरी परिसर एवं आसपास के बाहरी परिसर में साफसफाई की व्यवस्था को लेकर विशेष तौर पर ध्यान दिया जाता है.
सभी अपनी सेहत को लेकर सजग व जागरूक रहें
दैनिक अमरावती मंडल के साथ विशेष तौर पर बातचीत करते हुए एड. आर. बी. अटल ने इन दिनों शहर सहित जिले में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि, लॉकडाउन के दौरान लोग काफी हद तक अनुशासित रहे, क्योंकि सरकारी नियम बेहद कडे थे, लेकिन लॉकडाउन में छूट मिलने के साथ ही वह अनुशासन काफी हद तक खत्म हो गया और इन दिनों लोगबाग कोरोना प्रतिबंधात्मक नियमों व निर्देशों का बिल्कूल भी पालन नहीं कर रहे. यह सबसे बडी वजह है कि, अब कोरोना की संक्रामक बीमारी बडी तेजी से फैल रही है. ऐसे में सभी लोगों को चाहिए कि, वे अपने और अपने परिजनों के स्वास्थ्य को लेकर सजग, सतर्क व गंभीर रहे, तभी हर कोई इस बीमारी के खतरे से बचा रहेगा. अन्यथा एक दिन ऐसा भी आ सकता जब तमाम प्रयास अधूरे व अपर्याप्त साबित होंगे, क्योंकि प्रयास करते रहने की भी अपनी एक सीमा है.
(फोटो -शुभम अग्रवाल)