जिला बैंक के 700 करोड निवेश मामले में 3.39 करोड की दी गई थी दलाली
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पुलिस की जांच में सामने आया तथ्य
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अगली प्रक्रिया के लिए कोतवाली पुलिस ने सीपी से मांगा मार्गदर्शन
अमरावती/प्रतिनिधि दि.21 – स्थानीय जिला मध्यवर्ती बैंक द्वारा वर्ष 2013 से वर्ष 2020 के दौरान एक निजी कंपनी में 700 करोड रूपये म्युच्युअल फंड में निवेश किये गये. इस निवेश की ऐवज में एक ब्रोकर को करीब 3 करोड 39 लाख रूपये की दलाली प्राप्त हुई थी. यह बात पुलिस द्वारा की गई जांच में सामने आयी है. साथ ही इस मामले में पुलिस ने अपनी जांच पूरी करते हुए अगली प्रक्रिया के लिए पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह से मार्गदर्शन मांगा है.
बता दें कि, जिला मध्यवर्ती बैंक को किसानों के हितों हेतु काम करनेवाली बैंक बताया जाता है. किंतु इन्हीं किसानोें के लिए आयी रकम में से इस बैंंक ने वर्ष 2013 से वर्ष 2020 के दौरान अलग-अलग चरणों में करीब 700 करोड रूपये निप्पोन कंपनी के म्युच्युअल फंड में निवेश किये. इस निवेश के जरिये बैंक को करीब 268 करोड रूपये का फायदा होने की बात भी पुलिस की जांच में सामने आयी. साथ ही निप्पोन कंपनी के एक अधिकारी ने पुलिस जांच के दौरान बताया कि, उन्होेंने बैंक से सीधे संपर्क करते हुए निवेश हेतु रकम हासिल की थी. किंतु इसके बावजूद भी इस निवेश की ऐवज में एक दलाल को बैैंक द्वारा 3 करोड 39 लाख रूपये की दलाली दिये जाने की बात सामने आयी है. ऐसे में सबसे बडा सवाल यह है कि, जब म्युच्युअल फंड कंपनी द्वारा बैंक से निवेश हेतु सीधे संपर्क किया गया, तो बैंक द्वारा किस बात के लिए दलाली दी गई.
इस मामले को लेकर करीब डेढ माह पूर्व 15 किसानों द्वारा सिटी कोतवाली पुलिस थाने के पास शिकायत दर्ज करायी गयी थी. जिसके आधार पर कोतवाली थाना पुलिस ने बैंक के प्रशासक सतीश भोसले से विस्तृत जानकारी मांगी थी और प्रशासक सतीश भोसले ने बैंक का ऑडिट करवाया. इसी ऑडिट के जरिये इस निवेश हेतु 3.39 करोड रूपयों की दलाली दिये जाने की बात सामने आयी, जबकि निवेश करनेवाली बैंक तथा निवेश हेतु रकम लेनेवाली कंपनी द्वारा एक-दूसरे के साथ सीधा व्यवहार करते समय किसी को दलाली देने की जरूरत नहीं थी और यदि यह दलाली नहीं दी गई होती, तो यह रकम बैंक के हिस्से में आयी होती. ऐसे में दलाली दिये जाने की वजह से बैंक को 3.39 करोड रूपयों का नुकसान हुआ है. इस निष्कर्ष तक कोतवाली पुलिस पहुंची है. ऐसे में अब इस मामले में आगे क्या किया जाये, इस हेतु कोतवाली पुलिस द्वारा पुलिस आयुक्त के पास मामला भेजते हुए उनसे मार्गदर्शन मांगा गया है.
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पुलिस आयुक्त के निर्देश पर अगला निर्णय
निप्पान कंपनी के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि, उन्होंने बैंक के साथ सीधा संपर्क करते हुए निवेश हेतु रकम हासिल की. किंतु इसके बावजूद भी 3 करोड 39 लाख रूपयों की दलाली दिये जाने का मामला सामने आया है. ऐसे में हमने अपनी जांच पूर्ण करते हुए अगली प्रक्रिया व निर्णय के लिए यह मामला पुलिस आयुक्त के पास भेजा है और पुलिस आयुक्त के आदेश पर अगली कार्रवाई की जायेगी.
– राहूल आठवले
थानेदार, सिटी कोतवाली
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फर्जी हस्ताक्षर मामले की भी होगी जांच
इस मामले में पुलिस द्वारा बैंक के तत्कालीन सीओ राठोड से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि, उन्होंने निवेश से संबंधित किसी भी दस्तावेज पर कभी हस्ताक्षर ही नहीं किये. ऐसे में 700 करोड की रकम का निवेश करते समय क्या राठोड के फर्जी हस्ताक्षर किये गये और यदि ऐसा है, तो यह फर्जी हस्ताक्षर किसने किये और क्यों किये, इसमें कौन सहभागी है, इसकी भी पुलिस द्वारा जांच की जायेगी.