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राज्य में कक्षा 11 वीं की 3 लाख सीटें रिक्त

कनिष्ठ महाविद्यालयों के लिए खतरे की घंटी

  • ऑनलाईन प्रवेश प्रक्रिया का असर

अमरावती प्रतिनिधि/दि.३० – राज्य के अमरावती सहित नागपुर, मुंबई, पुणे, औरंगाबाद व नासिक शहरोें के मनपा क्षेत्र में कक्षा 11 वीं में प्रवेश के विशेष राउंड तक करीब 3 लाख 20 हजार सीटेें रिक्त है. कहा जा रहा है कि केंद्रीय ऑनलाईन प्रवेश पध्दति की वजह से ये स्थिति बनी है. इस समय कक्षा 11 वीं की मुंबई में 1 लाख 84 हजार, पुणे में 61 हजार और नागपुर में 34 हजार सीटेें रिक्त है. जिन्हें संबंधित क्षेत्रोें के कनिष्ठ महाविद्यालयों हेतु खतरे की घंटी माना जा रहा है. गत वर्ष की तुलना में इस बार रिक्त सीटों की संख्या में दोगुना वृध्दि हुई है. जिसकी वजह से भविष्य में कुछ कनिष्ठ महाविद्यालयों एवं कक्षाओं के बंद होने के साथ ही कई शिक्षकों के अतिरिक्त हो जाने का खतरा उत्पन्न हो गया है.
बता देें कि, कक्षा 11 वीं में प्रवेश हेतु अब तक तीन राउंड पूरे हो चुके है. और इस समय विशेष राउंड के तहत प्रवेश शुरू है, लेकिन मुख्य तीन राउंड पूर्ण होने के बाद राज्य के 6 मनपा क्षेत्रवाले शहरों के 1 लाख 602 महाविद्यालयोें में 5 लाख 58 हजार 770 में से केवल 2 लाख 38 हजार 744 सीटों पर प्रवेश हुआ है. वहीं अब भी 3 लाख 20 हजार 26 सीटें रिक्त है. गत वर्ष अकेले मुंबई में ही कक्षा 11 वीं की ऑनलाईन प्रवेश प्रक्रिया में 1 लाख 8 हजार सीटें रिक्त थी. जिसमें विज्ञान शाखा की सर्वाधिक 46 हजार 920, वाणिज्य शाखा की 42 हजार 523 तथा कला शाखा कि 16 हजार 224 सीटें रिक्त पडी थी. वहीं इस बार कुल 1 लाख 84 हजार सीटें रिक्त पडी है. लगभग यहीं स्थिति राज्य के अन्य मनपा क्षेत्रवाले शहरों में है. जिसे शहरी क्षेत्र के कनिष्ठ महाविद्यालयों हेतु खतरे की घंटी माना जा रहा है.
ज्ञात रहें कि, इस बार मराठा आरक्षण को मिले स्थगनादेश की वजह से कक्षा 11 वीं की ऑनलाईन प्रवेश प्रक्रिया बीच में ही रूक गयी थी. ऐसे में कई विद्यार्थियों ने शहरी क्षेत्र की बजाय ग्रामीण क्षेत्र के महाविद्यालयोें में प्रवेश लेना ज्यादा उचित समझा. जिसका सीधा परिणाम शहरी क्षेत्र के महाविद्यालयों पर पडा और उनकी कक्षा 11 वीं की कई सीटें रिक्त पडी रह गयी है.

  • निजी कोचिंग भी मुख्य वजह

यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, इन दिनों कई निजी कोचिंग क्लासेस द्वारा विद्यार्थियोें को अपनी कोचिंग क्लास में ही कक्षा 11 वीं व 12 वीं का पाठ्यक्रम पढाया जाता है. इस हेतु कोचिंग क्लासेस व कनिष्ठ महाविद्यालयों के बीच एक अलिखित करार होता है. जिसके तहत विद्यार्थियों को महाविद्यालय जाने की जरूरत ही नहीं पडती और ऐसे विद्यार्थियों का अपने महाविद्यालयों से केवल प्रैक्टिकल के लिए ही संबंध आता है. ऑनलाईन प्रवेश प्रक्रिया में अपने कोचिंग क्लासेस के विद्यार्थियों को किस महाविद्यालय में प्रवेश मिलेगा, यह तय नहीं होता. ऐसे में कोचिंग क्लासेस संचालकों द्वारा शहर के आसपास मनपा क्षेत्र से बाहर स्थित कनिष्ठ महाविद्यालयोें में अपने विद्यार्थियों का प्रवेश करवाया जाता है. इसके परिणाम स्वरूप शहरी क्षेत्र के महाविद्यालयोें में बडी संख्या में सीटें रिक्त रह जाती है.

शहर प्रवेश क्षमता अब तक हुए प्रवेश रिक्त सीटेें
मुंबई      3,20,930      1,35,430      1, 84,960
पुणे        1,07,030      45,445          61,585
नागपुर   59,250        24,790           34,460
नासिक    25,270        12,367,         12,903
औरंगाबाद 31,470      12,429          19,041
अमरावती 15,360        8,283            7,077
कुल        5,58,770    2,38,744      3,20,026

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