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ई-बीड ट्रेडर्स में 350 करोड से डूबाया

मुख्य सूत्रधार सुनील कडियाला गिरफ्तार

नागपुर/प्रतिनिधि दि.9 – दस दिन में 1 लाख रूपये पर 30 हजार रूपये के फायदे सहित 1 लाख 30 हजार रूपये वापिस करने के साथ ही कई तरह के लालच दिखाते हुए ई-बीड ट्रेडर्स नामक कंपनी के संचालक सुनील कडियाला ने समूचे देश में 350 करोड से अधिक रकम की जालसाजी की है. जिसके तहत एक वर्ष के दौरान नागपुर में ही कलमना व बजाज नगर परिसर में अपने कार्यालय खोलकर 25 करोड से अधिक की रकम हडपी गई. जिसके चलते सुनील कडियाला तथा उसके साथी शेखर कुमार व स्वाती लक्षणे को बालाघाट से गिरफ्तार किया गया है.
जालसाजी के मामले का मुख्य सूत्रधार सुनील कडियाला मूलत: आंध्रप्रदेश के अनंतपुरम क्षेत्र का निवासी है और उसने वर्ष 2020 में कलमना के ओम नगर में तथा 15 अगस्त 2020 को माटे चौक में अपना कार्यालय शुरू किया था. इस व्यवसाय में सुनील कडियाला सहित उसकी पत्नी, साली व साडूभाई भी मुख्य सूत्रधार के तौर पर शामिल थे. ये सभी लोग निवेशकों को दस दिन के निवेश पर 30 फीसद तथा 35 दिन के निवेश पर 45 फीसद अतिरिक्त रकम देने का लालच देते थे और शुरूआती दौर ने उसने कई लोगों को निवेश पर आकर्षक लाभ भी लौटाया. जिसके चलते ई-बीड ट्रेडिंग कंपनी का नाम चारों ओर फैलने लगा तथा लोगबाग बडी संख्या में इस कंपनी के झांसे में आने लगे. जिसके बाद करोडों रूपयों की रकम वसूल कर कडियाला अपने साथीदारों के साथ फरार हो गया. पश्चात अपने साथ हुई जालसाजी की बात समझ में आते ही कई निवेशकों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करायी और मामले की जांच-पडताल शुरू करने पर पता चला कि, कडियाला ने इससे पहले देश के अन्य कई शहरों में भी जालसाजी की ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया है.

  •  ग्राहकों को फांसने सुंदर महिलाओं का करता था प्रयोग

सुनील कडियाला नये ग्राहकों को फांसने तथा पैसों की वापसी का तगादा लगानेवाले पुराने ग्राहकों को समझाने के लिए सुंदर महिलाओें को व्यवस्थापक व एजेंट के तौर पर नियुक्त करता था. जिसके तहत यदि कोई व्यक्ति निवेश करने में आनाकानी करता था, तो कडियाला द्वारा अपने यहां नियुक्त महिलाओं को भेजकर उस व्यक्ति को निवेश करने हेतु प्रवृत्त किया जाता था. वहीं तय समय पूरा होने के बाद जो ग्राहक अपनी रकम वापिस मिलने के लिए दबाव बनाते थे, उन्हें समझा-बुझाकर शांत करने का काम भी इन्हीं महिलाओं द्वारा किया जाता था. जिसके चलते कई निवेशक ‘डबल झांसे’ में आ गये और उन्होंने समय रहते पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं करायी.

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