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जिले में 3,756 लोगों ने छोडा तंबाकू का व्यसन

  •  वर्ष 2017 से 17 समुपदेशक केंद्रों पर किया जा रहा मार्गदर्शन

  •  तंबाकू नियंत्रण अधिनियम का 1652 लोगों ने किया उल्लंघन

अमरावती/प्रतिनिधि दि.29 – 31 मई को विश्व नो टोबॅको दिवस मनाया जाएगा. इस नो टोबको दिवस का उद्देश्य यह है कि लोगों को तंबाकू व्यसन की लत छूडवाना है. अमरावती जिले में भी यह नो टोबको दिवस मनाया जाएगा. जिले में साल 2017 से नो टोबको दिवस मनाया जा रहा है. जिसके तहत सरकार समुपदेशन केंद्र चलाया जा रहा है. इन समुपदेशन केंद्रों में आने वाले लोगों को समुपदेश कर उनकी नशे की लत को छूडवाने का प्रयास किया जा रहा है. अब तक जिले में 3,756 लोगों ने तंबाकू का व्यसन छोडने में सफलता प्राप्त की है.वहीं तंबाकू नियंत्रण अधिनियम का उल्लंघन करने वाले 1652 लोगों पर दंडात्मक कार्रवाई भी की गई.
यहां बता दें कि अमरावती जिले में राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम साल 2017 से चलाया जा रहा है. जिलाधिकारी के अध्यक्षता में जिलास्तर पर जिला समन्वय समिति की स्थापना की गई है. जिसमें समिति के सदस्य सचिव जिला शल्य चिकित्सक डॉ. श्यामसुंदर निकम के मार्गदर्शन में जिला सलाहकार डॉ. मंगेश गुजर, समुपदेशक उद्धव जुकरे व सामाजिक कार्यकर्ता पंकज दारोकार की टीम कार्यरत है. वर्ष 2017 से यह टीम जिले में लोगों को नशे की लत से दूर रहने के लिए समुपदेश कर रही है. 290 स्कूलों में 73 हजार 437 छात्रों को तंबाकू व तंबाकू से संबंधित पदार्थो के दुष्परिणामों के बारे में समुपदेशन किया जा चुका है.
जिला व तहसील स्तर पर कुल 17 समुपदेशन केंद्र कार्यरत है. 2017 से अब तक 47 हजार 302 लोगों को तंबाकू के दुष्परिणाम बतलाकर उन्हेें तंबाकू छोडने के लिए मदद करने हेतु समुपदेशन किया गया. जिसमें अब तक 3756 लोगों ने तंबाकू का व्यसन छोड दिया है. वहीं तंबाकू नियंत्रण अधिनियम 2003 अंतर्गत साल 2017 से कुल 1652 लोगों पर तंबाकू नियंत्रण अधिनियम का उल्लंघन किए जाने पर 2 लाख 73 हजार 600 रुपए का दंड वसूला गया है. यही नहीं तो अन्न व औषधी विभाग की ओर से साल 2018 से अवैध तंबाकू की बिक्री पर नकेल कसते हुए 139 कार्रवाई की गई है. जिसके तहत 22106762 रुपयों का माल जब्त किया गया है. तहसील व जिलास्तर पर स्वास्थ्य शिविर लेकर तंबाकू के दुष्परिणामों के बारे में मार्गदर्शन किया जा रहा है. जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थाओं में तंबाकू दुष्परिणामों को लेकर जनजागृति पर बैनर, फलक, सूचनापत्रक दिए गए है. वहीं दर्शनिय हिस्से पर प्रदर्शित भी किए जा रहे है.

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